भारत में फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंडर जिगलर ने उस रिपोर्ट का खंडन किया जिसमे कहा गया है कि कतर में राफेल विमानों का इस्तेमाल पाकिस्तानी अफसरों को ट्रेनिंग देने में हुआ था। फ्रांसीसी राजदूत अलेक्जेंडर जिगलर ने रिपोर्ट को 'फेक न्यूज' कहकर खारिज किया है। इससे पहले एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कतर को राफेल विमानों की पहली खेप मिलने के बाद नवंबर 2017 में पाकिस्तानी एयरफोर्स के पायलटों को उस पर प्रशिक्षित किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, कतर को ये राफेल विमान मई 2015 में 6.3 अरब यूरो में 24 राफेल विमानों की खरीदारी के सौदे के तहत मिले हैं।
via WORLD NEWS
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