भारत की अनेकता में एकता की मिसाल पेश करता एक और उदाहरण सामने आया है। बेंगलुरू के राजाजीनगर स्थित राम मंदिर में 27 साल के सद्दाम हुसैन को रामनवमी से पहले मंदिर की देखरेख करने ककी जिम्मेदारी दी गई है। राम नवमी 14 अप्रैल को है। सद्दाम यह काम पिछले 3 सालों से कर रहे हैं। अपने काम को लेकर सद्दाम का कहना है कि पिछले 2-3 सालों से वह यह काम कर रहे हैं और यहां आने वाले श्रद्धालु इसके लिये उनकी तारीफ करते हैं। मंदिर में काम करना उन्हें अच्छा लगता है।
via WORLD NEWS
No comments:
Post a Comment