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Don’t Travel on Memorial Day Weekend. Try New Restaurants Instead.

Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Wednesday, April 27, 2022

कोरोना पर आई बड़ी खुशखबरी, भारत में रिकॉम्बिनेंट वेरिएंट बहुत कम पाए गए

आईएनएसएसीओजी भारत में प्रवेश के स्थलों पर रहने वालों और अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के नमूनों की सीक्वेसिंग के माध्यम से देशभर में सार्स-कोव-2 की जीनोमिक निगरानी करता है। आईएनएसएसीओजी द्वारा 8 अप्रैल तक कुल 2,05,807 नमूनों की सीक्वेसिंग की गई है।

Cynthia Albritton, Rock’s ‘Plaster Caster,’ Dies at 74


Arts New York TimesBy BY NEIL GENZLINGER Via NYT To WORLD NEWS

आज का इतिहास : देश में कोरोना से मचा था हाहाकार, जानिए 28 अप्रैल की अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं

इस दिन से जुड़ी अन्य घटनाओं की बात करें तो वह 28 अप्रैल 1986 का दिन था, जब सोवियत संघ ने यह स्वीकार किया कि दो दिन पहले यूक्रेन के चेरनोबिल में परमाणु विकीरण हुआ था। 1914 में 28 अप्रैल के दिन: अमेरिका में वेस्ट वर्जीनिया के एस्सेल्स इलाके में एक कोयला खदान हादसे में 181 लोगों की मौत हो गई थी।

IAS Ram Prakash Transfer: 30 महीने में 5वीं बार तबादला हुआ तो आईएएस राम प्रकाश हुए नाराज


गहलोत सरकार ने बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं. इन तबादलों से कई अधिकारी खुश नजर आ रहे हैं तो कई इससे खफा हैं. सरकार ने बीती रात 239 आरएएस और 1 आईएएस का तबादला किया था. इस तबादला सूची में आईएएस रामप्रकाश (IAS Ram Prakash) का 3 साल में 5वीं बार तबादला हुआ तो उनका दर्द बाहर आ गया. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए इस दर्द को साझा किया.हाल ही में 14 अप्रैल को राज्य सरकार ने 69 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए थे। सोमवार रात को 3 आईएएस के ट्रांसफर की एक और सूची जारी की। इस सूची में युवा आईएस रामप्रकाश का नाम भी शामिल है। रामप्रकाश का 30 महीने की नौकरी में पांचवी बार तबादला हुआ है।


via WORLD NEWS

सोचा था पैसों से जरूरी काम पूरे होंगे, लेकिन फूटी कौड़ी नहीं मिली, सहारा के पीड़ित निवेशक का छलका दर्द


ग्वालियरः सहारा इंडिया कंपनी में निवेश करने वाले लोगों के दर्द की रोज नई कहानियां सामने आ रही हैं। अपने निवेश पर रिटर्न की उम्मीद लगाए बैठे लोग कंपनी के दफ्तर से लेकर पुलिस अधिकारियों तक के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी हसरत पूरी होने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा। मध्य प्रदेश के ग्वालियर से ऐसा ही एक मामला सामने आया है। पीड़ित निवेशक के मुताबिक कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि उसकी निवेश की हुई रकम अब करीब साढ़े तीन गुना हो चुकी है, लेकिन पैसे देने की बात नहीं की।

ग्वालियर के कम्पू इलाके में रहने वाले रघुवीर कुशवाहा ने कुछ साल पहले ₹100000 सहारा कंपनी में निवेश किए थे। रघुवीर ने एनबीटी को बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि जब मुनाफे के साथ उनकी रकम उन्हें वापस मिलेगी तो यह पैसा उनके किसी जरूरी काम में मदद आएगा। उनकी उम्मीदों पर अब पानी फिरता दिख रहा है। पैसे वापसी का समय कब का गुजर गया, लेकिन कंपनी से उनका पैसा वापस नहीं मिला।

रघुवीर ने बताया कि वह अपना पैसा वापस पाने के लिए कंपू इलाके में स्थित सहारा कंपनी के दफ्तर भी गए थे। वहां कंपनी के कर्मचारियों ने ने बताया कि उनकी रकम करीब साढ़े तीन गुना बढक़र ₹350000 हो चुकी है, लेकिन पैसे देने को लेकर कुछ नहीं बताया। वे कई बार कंपनी के दफ्तर गए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। रघुवीर ने पैसा वापसी के लिए कंपू थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन इसका भी कोई नतीजा नहीं निकला। रघुवीर का कहना है कि अगर उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वे न्यायालय की शरण लेंगे।


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Book Bans, From Both the Left and the Right


Opinion New York TimesBy Unknown Author Via NYT To WORLD NEWS

कोरोना का असर... सरकार ने जनगणना 2021 का पहला फेज, एनपीआर अपडेट का काम टाला

कोरोना के बढ़ते मामलों में मद्दनेजर सरकार ने जनगणना 2021 के पहले फेज का काम टाल दिया है। इसके अलावा एनपीआर अपडेट के काम को भी टाला गया है। इस बारे में गृह मंत्रालय की ओर से आदेश जारी हुए हैं। उसने यह भी बताया है कि एनपीआर के लिए जन्‍म, मृत्‍यु और माइग्रेशन को अपडेट करने की जरूरत होगी।