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Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Sunday, December 12, 2021

CBSE बोर्ड 10वीं क्लास के अंग्रेजी एग्जाम पेपर पर हंगामा, प्रियंका गांधी बोलीं- क्या हम वाकई बच्चों को ये सिखा रहे हैं?

नई दिल्ली केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के कक्षा 10 के अंग्रेजी प्रश्न पत्र को लेकर हंगामा मंचा हुआ है। 11 दिसंबर को इस परीक्षा का आयोजन किया गया था। कई छात्रों और अभिवावकों ने प्रश्नपत्र की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए सीबीएसई को महिला विरोधी और आपत्तिजनक ठहराया। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी इस मामले पर केंद्र सरकार का आड़े हाथों लिया। प्रियंका ने साधा निशानाप्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। प्रियंका ने कहा कि चौंकाने वाला! क्या हम वाकई बच्चों को ये बेहूदा बातें सिखा रहे हैं? साफ तौर पर भाजपा सरकार महिलाओं को लेकर इन पीछे ले जाने वाले विचारों का समर्थन करती है, नहीं तो भला वे सीबीएसई पाठ्यक्रम में इसे क्यों शामिल करते? सीबीएसई बोर्ड ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि कल आयोजित सीबीएसई दसवीं क्लास के अंग्रेजी पेपर के एक सेट में कुछ माता-पिता और छात्रों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। बोर्ड ने दी सफाईबोर्ड ने कहा कि कुछ बच्चों और उनके माता-पिता की ओर से कहा गया है कि यह पुरानी धारणाओं का समर्थन करता है और कथित तौर पर लैंगिक रूढ़िवादिता को बढ़ावा देता है। . बोर्ड ने कहा कि पूर्व-निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार मामले को विषय विशेषज्ञों के पास भेजा जाएगा। उसके बाद जैसा फैसला होगा उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी। सीबीएसई के एग्जाम पेपेर में भ्रामक सवालकई छात्रों और अभिभावकों ने सीबीएसई की 10वीं कक्षा के अंग्रेजी विषय की परीक्षा में कुछ ‘‘भ्रामक’’ सवालों को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाए, लेकिन बोर्ड ने कहा कि ये सही थे। एक छात्र ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि प्रश्न संख्या 13 और 14 में जवाबों के लिए केवल विकल्प थे लेकिन सवाल नहीं थे। उसने कहा, ‘जब मैंने निरीक्षक से इस त्रुटि के बारे में पूछा तो हमें सवालों को नजरअंदाज करने के लिए कहा गया।’ सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तस्वीरेंअन्य छात्रों और अभिभावकों ने सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र की तस्वीरें साझा करते हुए उस हिस्से को रेखांकित किया, जो उनके अनुसार भ्रामक था। बहरहाल, बोर्ड के इस मुद्दे पर अलग विचार थे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक बयान में कहा, ‘यह उल्लेखित किया जाता है कि दोनों प्रश्न सही थे और कोई दुविधा नहीं थी। अंश इस टिप्पणी से शुरू होता- ‘नीचे दिए अंश को पढ़िये और बाद में दिये गए सवालों के उत्तर दिए गए विकल्पों में सबसे उचित विकल्प का चयन करते हुए दीजिये या पंक्ति को पूरा करिये। प्रश्नों के उत्तर निर्देशों के तहत दिये जाने थे, न कि अलग से।’

जयपुर में महंगाई हटाओ रैली में फूटा छत्तीसगढ़ से पहुंची कांग्रेसी महिलाओं गुस्सा


जयपुर में हुई महंगाई हटाओ रैली में दक्षिण भारत के कई राज्यों के कांग्रेसी कार्यकर्ता भी बड़ी तादाद में आए। छत्तीसगढ़ से महिला कार्यकर्ताओं के एक ग्रुप से एनबीटी संवाददाता ने बात की। इन महिलाओं ने बताया कि महंगाई की वजह से पूरे परिवार का बजट बिगड़ चुका है। महिलाएं काम कर रही हैै लेकिन इसके बावजूद भी परिवार का भरण पोषण करने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आक्रोशित महिलाओंं ने कि केंद्र सरकार झूठ पर झूठ बोल रही है। झूठे वादों की वजह से आम आदमी बुरी तरह से त्रस्त है। इस रैली के जरिए उन्हें उम्मीद है कि इतने बड़े जनसैलाब को देखकर केंद्र सरकार महंगाई के मुद्दे पर विचार करने पर मजबूर होगी।


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McCollum on Simmons Trade Rumors, Vaccines and Blazers Firing


Sports New York TimesBy BY TANIA GANGULI Via NYT To WORLD NEWS

गणतंत्र दिवस समारोह में मध्य एशियाई देशों के नेताओं को इनविटेशन...जानें क्‍या है भारत का प्‍लान

नई दिल्ली भारत आगामी में मध्य एशियाई देशों के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित करने पर विचार कर रहा है। यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है, जब भारत क्षेत्र के साथ अपने संबंधों को विस्तार दे रहा है। इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने रविवार को बताया कि उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाखस्तान, किर्गिज गणराज्य और ताजिकिस्तान के नेताओं को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने अन्य विकल्पों के चयन की संभावना से इनकार नहीं किया और कहा कि मेहमानों की सूची को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। भारत ने 2018 में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए 10 राष्ट्रों के प्रभावशाली क्षेत्रीय ब्लॉक आसियान (दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन) के नेताओं को आमंत्रित किया था और उन सभी ने इसमें भाग लिया था। भारत पिछले कुछ वर्षों में ऊर्जा समृद्ध मध्य एशियाई देशों के साथ समग्र सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। वह इन देशों को अपने विस्तारित पड़ोस के तौर पर देखता है। के जुलाई 2015 में किए गए पांच देशों के दौरे के बाद क्षेत्र के साथ भारत के संबंध और मजबूत हुए, जिसके परिणामस्वरूप कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार हुआ। इसके अलावा अफगानिस्तान में हालिया घटनाक्रमों ने भी मध्य एशियाई देशों की महत्ता की पुन: पुष्टि की, जिनमें से तीन देश ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान की सीमाएं अफगानिस्तान से लगती हैं। इन पांचों मध्य एशियाई देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) ने 10 नवंबर को अफगानिस्तान के विषय पर भारत की मेजबानी में आयोजित क्षेत्रीय संवाद में भी हिस्सा लिया था। इस संवाद में रूस और ईरान के एनएसए ने भी भाग लिया था। भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में इस साल किसी ने मुख्य अतिथि के तौर पर भाग नहीं लिया था। भारत ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था और उन्होंने निमंत्रण स्वीकार कर लिया था, लेकिन ब्रिटेन में कोविड-19 के मामले बढ़ने के कारण उन्होंने समारोह से तीन सप्ताह पहले नई दिल्ली का अपना दौरा रद्द कर दिया था। इससे पहले, 2020 में गणतंत्र दिवस समारोह में ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो मुख्य अतिथि थे और वह इस समारोह की शोभा बढ़ाने वाले ब्राजील के तीसरे राष्ट्रपति थे। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा 2019 में गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि थे, जबकि 2018 में आसियान देशों के नेता समारोह में शामिल हुए थे। अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान 2017 में समारोह के मुख्य अतिथि थे, जबकि तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने 2016 में इस अवसर की शोभा बढ़ाई थी। इससे पहले 2015 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा मुख्य अतिथि थे।

एमपी में कांग्रेस को बड़ा झटका, 400 नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का दामन थामा


खरगोन
एमपी कांग्रेस को फिर से बड़ा झटका लगा है। विधायक सचिन बिरला की मौजूदगी में यूथ कांग्रेस पूर्व विधानसभा अध्यक्ष मोहन मलगाय, उपाध्यक्ष नरहरि दांगी, महासचिव आरिफ खान समेत 400 कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की सदस्या ग्रहण की है। खंडवा लोकसभा उपचुनाव से लेकर अब तक करीब एक हजार से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है।

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खरगोन जिले में कांग्रेस को एक बार फिर जोरदार झटका लगा है। एक-दो नहीं 400 कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में चले गए। रविवार को विधायक बिरला के गृहग्राम डूडगाव में आयोजित कार्यक्रम में सभी लोगों ने सदस्यता ग्रहण की है। इस दौरान कांग्रेस से बीजेपी में नेताओं और कार्यकर्ताओ को विधायक ने दुपट्टा पहनाकर उनका स्वागत किया।

एमपी में कई अधिकारियों के तबादले, खंडवा, सतना और छतरपुर के कलेक्टर बदले, योगेश चौधरी बने सीएम के ओएसडी

गौरतलब है कि खंडवा लोकसभा उप चुनाव के दौरान बड़वाह विधायक सचिन बिरला ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन की थी। इसके बाद ढाई सौ से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की सदस्यता ली थी। दो बड़े कांग्रेस नेताओं सहित 400 कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस को टाटा बाय बाय कह दिया। कांग्रेस विधायक सचिन बिरला के बीजेपी ज्वाइन करने के चलते खंडवा लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस को बड़वाह से लीड नहीं मिल पाई।#MPCongressKoJhatka #400CongressLeadersJoinBJP #CongressKoBadaJhatka


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U.S. New York TimesBy BY KAREN WEISE AND ROBERT CHIARITO Via NYT To WORLD NEWS