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Don’t Travel on Memorial Day Weekend. Try New Restaurants Instead.

Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Saturday, June 12, 2021

WORLD NEWS: Eric Shawn: The president meets Putin... Here's what to expect


"Eric Shawn: The president meets Putin... Here's what to expect Former CIA Moscow Station Chief Dan Hoffman lays out what he calls 'a seminal moment' for President Biden World" Via FOX NEWS To WORLD NEWS

One Woman’s Journey Through Chinese Atrocities


Opinion New York TimesBy BY NICHOLAS KRISTOF Via NYT To WORLD NEWS

U.S. air travel surpasses 2 million people for the first time since the pandemic began.


U.S. New York TimesBy BY JESUS JIMÉNEZ Via NYT To WORLD NEWS

President Biden and Jill Biden will meet with the queen at Windsor Castle.


World New York TimesBy BY TRACI CARL Via NYT To WORLD NEWS

One Way Forward on Iran: A Nuclear-Weapons-Free Persian Gulf


Opinion New York TimesBy BY THE EDITORIAL BOARD Via NYT To WORLD NEWS

Donald Trump Is Starving


Opinion New York TimesBy BY FRANK BRUNI Via NYT To WORLD NEWS

How Joe Manchin Can Fix the Filibuster


Opinion New York TimesBy BY ROSS DOUTHAT Via NYT To WORLD NEWS

The House lifts its mask mandate for fully vaccinated individuals.


U.S. New York TimesBy BY JESUS JIMÉNEZ Via NYT To WORLD NEWS

Exclusive: कोरोना से कराह रही काशी को पीएम के दूत अरविंद शर्मा ने कैसे उबारा, उन्हीं की जुबानी

लखनऊ अप्रैल महीने में कोरोना की दूसरी लहर के वक्त पूर्वांचल में हालात बेकाबू हो रहे थे। प्रदेश से सर्वाधिक प्रभावित 3 जिलों में वाराणसी जिला भी शामिल था। वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के कारण मीडिया के सेंटर में था और स्थितियों के खराब होने की रिपोर्ट्स हर रोज सामने आ रही थीं। इन सब के बीच पीएम के दूत के रूप में पूर्व IAS अफसर को वाराणसी पहुंचकर कोरोना नियंत्रण की जिम्मेदारी सौंपी गई। पीएम मोदी के सबसे खास अफसर कहे जाने वाले अरविंद शर्मा ने नवभारत टाइम्स के श्रेयांश त्रिपाठी से अपनी खास बातचीत में बताया कि किस तरह वाराणसी समेत पूरे पूर्वांचल में कोरोना नियंत्रण की चुनौतियों का दिन रात की मेहनत के बाद अंत किया गया.. सवाल: कोरोना के संक्रमण काल में आपको एक बड़ा काम दिया गया। जब आप दिल्ली से वाराणसी पहुंचे तो पहली चुनौतियां क्या थीं और उसको कैसे हैंडल किया? जवाब: मुझे 13 तारीख को दोपहर के वक्त प्रधानमंत्री कार्यालय से निर्देश मिले। ये निर्देश संयुक्त रूप से पीएमओ और माननीय मुख्यमंत्री जी की ओर से थे। मैं दिल्ली से पहले लखनऊ पहुंचा और फिर वाराणसी के लिए निकला।मुझे दो कमिश्नरी की जिम्मेदारी दी गई थी। एक वाराणसी का मंडल था जिसमें चार जिले आते हैं और दूसरा, आजमगढ़ जिसमें 3 जिले आते हैं। मैंने दोनों कमिश्नरी में बात करना शुरू किया कि क्या स्थिति है? उन लोगों ने मुझे इनपुट दिया कि यहां वेंटिलेटर, दवा आदि की कमी है। इसके बाद मैंने इस पर सोचना शुरू किया कि इन चीजों की कमी कैसे पूरी कर सकते हैं? ऐसे में बनारस से लखनऊ जाने के रास्ते में जो समय था, उसमें मैंने सोचने की कोशिश की कि ये चीजें कहां से मिल सकती हैं? बनारस पहुंचने से पहले मोटी-मोटी चीजें कि इनकी सप्लाई कहां से हो सकती है, इसका आइडिया दिमाग में आ गया था। जब मैं वाराणसी पहुंचा तो कमिश्नर से चर्चा की। मुझे बताया गया कि एचएफएससी वेंटिलेटर, जिससे हाई फ्लो के साथ मरीज को ऑक्सिजन दी है, उसकी कमी है। उस रात कुल 54 मशीनें पूरे बनारस जिले में थीं। इसकी डिमांड काफी बढ़ गई थी। दूसरी बात कही गई कि ऑक्सिजन सिलेंडर न होने की वजह से ऑक्सिजन गैस का वितरण नहीं हो पा रहा है। तीसरी बात ऑक्सिजन प्लांट बनाने की। 'रात 1 बजे महाराष्ट्र के अफसरों से मांगी मदद' अगर ये हो जाए काफी मदद होगी। पता चला कि इसे लगाने वाली एजेंसियां कम हैं। एक औरंगाबाद में एजेंसी है। उसी की मोनोपॉली है। इसके बाद मैंने उसका डिटेल लेकर अपने कुछ महाराष्ट्र कैडर के अधिकारी मित्रों से रात 1 बजे बात की। मैंनें उन अफसरों से कि डीएम से बोलिए कि हमारी मदद करें। सुबह उन्होंने बताया कि उसके पास बहुत ऑर्डर है। वो किसी को हां नहीं बोल रहा है और नया ऑर्डर भी नहीं ले रहा है। हमने कहा कि कुछ भी करो कि वह हमारा ऑर्डर ले और उसको प्राथमिकता दे। इसमें हमने प्रधानमंत्री का भी नाम लिया कि ऐसे काम को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। इसके बाद अगले दिन एक वेंडर वहां से मशीन लेकर रवाना हुआ। 'तुर्की और गुजरात से काशी पहुंची मदद' वेंटिलेटर के लिए मैंने भारत सरकार से बात की। कुछ प्राइवेट कंपनियों से भी बात की गई। दोनों तरफ से लोग काम पर लग गए। खुशी की बात है कि तीन-चार दिन के अंदर ही 40 वेंटिलेटर वाराणसी पहुंच गए। इनमें से 25 भारत सरकार की ओर से आए थे और 15 प्राइवेट कंपनियों से मंगाए गए। इसी तरह से ऑक्सिजन सिलेंडर की भी व्यवस्था की गई। इनमें से 2800 सिलेंडर स्थानीय उद्योगों से और 400 गुजरात से ट्रेन से मंगाए गए। एक हफ्ते के अंदर ही वो भी वाराणसी आ गए थे। इसके अलावा सीएसआर कंपनियों से ऑक्सिजन कंसंट्रेटर के लिए बात की। उन्होंने कहा कि हम मदद कर सकते हैं, लेकिन देश में कंसंट्रेटर उपलब्ध नहीं है। हम सभी ने इन कंपनियों से कहा कि देश-विदेश से कहीं से कंसंट्रेटर का इंतजाम कीजिए। इस अनुरोध को स्वीकार किया गया और इसके बाद ऑक्सिजन कंसंट्रेटर की पहली खेप तुर्की से आई। ऐसे ही रेमडेसिविर इंजेक्शन गुजरात में बनती है। हमने पुराने संबंधों का और प्रधानमंत्री जी के नाम का उपयोग करके उसकी सप्लाई सुनिश्चित की। मुझे खुशी है कि तीन-चार दिन के अंदर हमने व्यवस्था में सभी गैप भरना शुरू कर दिया और स्थिति नियंत्रण में आ गई। 'स्थानीय स्तर पर बनाया गया स्पेशल कंट्रोल रूम' अरविंद शर्मा ने आगे कहा, ‘अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाने के लिए तो स्थानीय स्तर पर ही काम करना था। सभी अस्पतालों में जा-जाकर पता लगाया। लोगों से बातचीत की। बात करने से रास्ता निकलता ही है। इस तरह से काम हुआ। दूसरे हफ्ते काफी अफरा-तफरी मची थी। हमने सोचा कि महामारी मानवीय कंट्रोल की बात नहीं है। ऐसे में मेरे विचार में आया कि क्यों न कंट्रोल रूम बनाया जाए। इसके बाद सिगरा में इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर का अध्ययन किया। हमें पता चला कि कंट्रोल रूम में लिमिटेड संख्या में फोन हैं और और उसका कोई डेडिकेटेड फोकस भी नहीं था। 'स्पेशल ट्रेनिंग देकर बताया, मरीजों से कैसे करें बात' इसके बाद मैंने वहां से बाकी विषयों पर काम करने वाले लोगों को कहा कि आप अपने-अपने ऑफिस में जाकर काम करें और फिर हमने उसका नाम काशी कोविड रिस्पॉन्स सेंटर कर दिया। यहां पर कोरोना के मरीजों से बात करने की व्यवस्था कराई गई। कुछ प्रोटोकॉल निर्धारित किए कि फोन करने वाले से क्या प्रश्न पूछने हैं। वहां काम करने वाले हर किसी को ट्रेनिंग दी गई। कंट्रोल रूम बनाने से लोगों को मार्गदर्शन मिला, जो उस समय काफी घबराए हुए थे। सवाल: ऑक्सिजन सिलेंडर के वितरण का काम डीएम के हवाले करना पड़ा। इसकी जरूरत कैसे पड़ी। जवाब: सिलेंडर के लिए दो तरह की व्यवस्था की गई थी। डीएम उनमें इन्वॉल्व थे। डीएम जो कर रहे थे, वो अस्पतालों के लिए था। डीएम और कमिश्नर दोनों ने इसे अच्छे से हैंडल किया। इसके अलावा समानांतर रूप से एक एनजीओ की मदद से लोगों को प्राइवेट ऑक्सिजन सिलेंडर खरीदने के लिए भी व्यवस्था की गई। सवाल: छोटे जिलों के अस्पतालों में वेंटिलेंटर चलाने के स्टाफ की कमी की बात सामने आई थी। इस समस्या को कैसे दूर किया गया और इसके लिए थर्ड वेव को देखते हुए क्या प्लान बनाया गया है? जवाब: ऐसा मामला बलिया में सामने आया था। वहां जब बात की गई थी तो पता चला कि वेंटिलेटर तो है लेकिन वह ऐक्टिवेट नहीं हो पा रहा है। इसके बाद वहां कंपनी वालों को बुलवाया गया और वेंटिलेटर को ऐक्टिवेट कराया गया। आने वाले वक्त के लिए भी हम ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं कि जिन जिलों में वेंटिलेटर हैं, उन्हें चलाने की पर्याप्त व्यवस्था कर दी जाए। सवाल: वाराणसी के बीएचयू पर आसपास के जिलों का भी काफी लोड है। इसकी क्या व्यवस्था की जा रही है? जवाब: निश्चित रूप से ये बात सही है। वाराणसी के अस्पतालों में पूर्वांचल के मरीजों का लोड है। फिलहाल कोरोना के वक्त में हमने आजमगढ़ के मेडिकल कॉलेज को एक वैकल्पिक सेंटर बनाया है। इस अस्पताल को हमने ऑक्सिजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर और दवाएं उपलब्ध कराया है, ताकि वाराणसी के लिए आने वाले मरीजों को एक व्यवस्था मिल सके और वाराणसी में लोड कम हो।आजमगढ़ के मेडिकल कॉलेज को सेकेंड्री प्लैटफॉर्म के रूप में खड़ा किया। इसके अलावा मऊ और बलिया में भी मदद भेजी गई। पिछले तीन दिन में 50 ऑक्सिजन सिलिंडर बलिया में, 40 मऊ में 40 आजमगढ़ में भेजे गए हैं। सवाल: कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर अब क्या तैयारियां हैं? जवाब: हाल ही में मैंने कुछ अफसरों और बाल रोग विशेषज्ञों की एक मीटिंग बुलाई थी कि थर्ड वेव में क्या करना चाहिए? इस मीटिंग में यह निष्कर्ष निकलकर आया कि स्थानीय स्तर पर पहले अस्पतालों को चिह्नित किया जाए और उनकी कमियों को दूर किया जाए। दवाओं का प्रोटोकॉल निर्धारित किया जाना चाहिए। स्टाफ को भी वेंटिलेटर-कंसंट्रेटर चलाने की ट्रेनिंग के लिए प्रोग्राम बनाया गया है। मैंने पिछले हफ्ते इस तरह की ट्रेनिंग के वर्कशॉप का उद्घाटन किया। इसमें पूर्वांचल के काफी जिलों के लोग जुड़े थे। सवाल: वाराणसी में साढ़े 700 बेड का जो अस्पताल बनवाया गया है वह तीसरे वेव में जारी रहेगा? जवाब: इसमें कोई शक नहीं है। इस अस्पताल को अभी जारी रखा जाएगा। फिलहाल इसे हटाने का कोई भी प्रस्ताव नहीं है और सरकार इसे जारी रखने के पक्ष में है। सवाल: कोरोना की दूसरी लहर में आपसे व्यक्तिगत किसी ने मदद के लिए अप्रोच किया कि नहीं? जवाब: मुझे भी आप सभी की तरह ही दिन में सैकड़ों फोन आते थे। हर बार प्रयास किया जाता था। उद्देश्य होता था कि उन लोगों की खास मदद की जाए जो गंभीर हैं। इसके अलावा कई ऐसे मरीज होते थे, जिन्हें ये नहीं पता होता था कि कोरोना हो जाए तो करना क्या है। ऐसे लोगों की कॉल्स को कंट्रोल रूम में ट्रांसफर कर दिया जाता था ताकि वहां बैठी टीम उन्हें गाइड कर सके। कई बार छोटे-छोटे सवाल आते थे कि टीका और टेस्टिंग के लिए कहां जाएं? इसके लिए एक मैप बनवाकर टेक्नॉलजी की मदद से डॉक्टरों के नंबर और केंद्रों जैसे पब्लिक इन्फॉर्मेशन को कवच ऐप के जरिए लोगों तक पहुंचाया। कई लोगों को ऐंबुलेंस-बेड नहीं मिल रहा था, इनमें से कई मामले को कंट्रोल रूम की मदद से समाधान तक पहुंचाया गया। सारे प्रयासों से कोरोना पर रोक लगने लगी और धीरे-धीरे लोगों के फोन आने कम हो गए। सवाल: गांवों में बुजुर्गों का टीकाकरण एक बड़ी समस्या है? वो नहीं मानते कि हमको टीका लगवाना है। इसके लिए क्या प्लान है? जवाब: बुजुर्गों के टीकाकरण को लेकर एक प्लान बनाया गया है और इसकी एक विस्तृत योजना पर काम करना होगा। जैसे-जैसे टीकाकरण के काम में आगे बढ़ेंगे, इसमें जो गैप्स हैं, उनको भरना ही पड़ेगा। इसके लिए मोबाइल यूनिट्स लेकर वाहनों पर गांव-गांव टीकाकरण के लिए जाना पड़ेगा। इसके अलावा कोई उपाय नहीं है। सवाल: सरकार और व्यवस्था पर ये आरोप लगता है कि वैक्सीन की पर्याप्त सप्लाई नहीं है? जवाब: वैक्सीन का वॉल्युम बढ़ना ही है। पीएम ने कहा कि और भी लोग आ रहे हैं। स्वाभाविक रूप से सप्लाई बढ़ाने पर जोर है और ये काम जल्दी ही हो जाएगा। लॉजिस्टिक की जो समस्या है, वह भी जल्दी ही सुलझा ली जाएगी। इसमें कोई संशय की बात नहीं है। लोगों के मन में शंका है कि वैक्सीन को नहीं लगवाना चाहिए। आपके माध्यम से यही कहूंगा कि लोगों को किसी भी प्रकार का शक नहीं रखना चाहिए। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। सवाल: कोरोना की पहली लहर के दौरान आप अफसर की भूमिका में थे, इस बार भूमिका MLC की है। ब्यूरोक्रेट और राजनेता, दोनों में कौन सी भूमिका आपको पसंद है? जवाब: मैं तो कहूंगा कि मुझे दोनों ही परिस्थितियां अच्छी लगती थीं। दोनों ही काम उतनी ही निष्ठा और तत्परता से किया। पहली बार जब कोरोना की लहर आई तो उस समय भी प्रधानमंत्री कार्यालय में ही था। पीएम की ओर से जो टीम बनाई गई थी, उसमें इक्विपमेंट जुटाने का जिम्मा हम पर था। मीटिंग में हम परेशान थे, कि हमारे देश में पीपीई किट, मास्क हमारे देश में बनते नहीं थे। फिर हमने कई प्राइवेट कंपनियों से बात की। मैंने स्वयं बहुत सी कंपनियों से बात की कि भाई तुम तौलिया बनाते हो तो मास्क क्यों नहीं बनाते हो। फिर उन लोगों ने बनाना शुरू किया। 15 दिन के अंदर वो गैप्स पूरे हो गए और जल्द ही भारत मास्क और पीपीई किट का एक्सपोर्टर हो गया। तो उसका (अफसरी) अपना अलग आनंद था। जनप्रतिनिधि बनने का अपना आनंद है।

डोमिनिका हाई कोर्ट में CBI की इन दमदार दलीलों से चोकसी की जमानत याचिका खारिज, जल्द आएगा भारत?

नई दिल्ली पंजाब नेशनल बैंक में 13,500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी (PNB Bank Scam) के आरोपी भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी अब जल्द शिकंजे में होगा। डोमिनिका हाईकोर्ट ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी। भगोड़े व्यवसायी मेहुल चोकसी के खिलाफ पीएनबी बैंक धोखाधड़ी मामले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने डोमिनिका हाईकोर्ट में अपनी जमानत याचिका का विरोध करते हुए एक हलफनामा दायर किया। कानून से बचना चाहता है चोकसी- सीबीआईसीबीआई ने हलफनामा में कहा कि वह चोकसी एक अंतरराष्ट्रीय भगोड़ा है और भारत में प्रवर्तन कानून (ईडी) से बचना चाहता है। सीबीआई के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) शारदा राउत ने ये हलफनामा दायर किया। राउत ही डोमिनिका में भारतीय जांच एजेंसियों का नेतृत्व कर रहे हैं। राउत ने अदालत को चोकसी के खिलाफ भारत में पेंडिंग मामले के तथ्यों से अवगत कराया। भारतीय जांच एजेंसियों की ओर से डोमिनिका हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया गया। इंटरपोल ने जारी किया रेड कॉर्नरहलफनामे में कहा गया है कि चोकसी कंपनियों की एक चैन के पीछे का मास्टरमाइंड था। उसने बैंक के अधिकारियों के साथ मिलकर प्रक्रियाओं का दुरुपयोग करके गैरकानूनी रूप से क्रेडिट जुटाने की साजिश रची। सीबीआई की ओर से कहा गया कि भारत सरकार की गई शिकायत पर इंटरपोल ने चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया है। सीबीआई ने डोमिनिका कोर्ट को बताया। चोकसी को सब कुछ पता है- सीबीआईसीबीआई ने कहा कि मेहुल चोकसी भारत में कार्यवाही के बारे में पूरी तरह से अवगत है। उसने भारत में वकीलों को नियुक्त किया है और उनमें से एक ने हाल ही में डोमिनिका में हुई घटनाओं के बारे में एक प्रेस इंटरव्यू दिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चोकसी ने यह सब दबा दिया है कि भारत में उसके खिलाफ कोई मामला नहीं हैं। मामले के तथ्यों पर ध्यान देने के बाद, डोमिनिका उच्च न्यायालय ने चोकसी की जमानत याचिका खारिज कर दी और कहा कि ये देश से भाग सकता है।

Weather Update: देश के किसी भी हिस्‍से में अगले 5 दिन लू चलने की आशंका नहीं, मौसम विभाग की भविष्‍यवाणी

नई दिल्ली अगले पांच दिनों में देश के किसी भी हिस्‍से में लू चलने की कोई आशंका नहीं है। (आईएमडी) ने यह भविष्‍यवाणी की है। उसने बताया कि शनिवार को पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर में अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम एजेंसी ने एक बुलेटिन में बताया, 'अगले पांच दिन के दौरान देश के किसी भी हिस्से में लू चलने जैसी परिस्थिति नहीं है।' आईएमडी ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान के ज्‍यादातर हिस्सों और हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली के कुछ स्थानों के साथ पूर्वी राजस्थान, पंजाब, पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ दूरदराज इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्‍यादा दर्ज किया गया। देश के कई हिस्‍सोंं में बारिश वहीं, देश के कई हिस्सों में अच्छी बारिश हो रही है। दक्षिणी पश्चिमी मॉनसून उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के बाकी हिस्सों की तरफ भी आगे बढ़ गया है। यह ओडिशा के कुछ और हिस्सों, पश्चिम बंगाल के ज्‍यादातर हिस्सों और झारखंड तथा बिहार के कुछ हिस्सों में पहुंच चुका है। मुंबई में शनिवार को भी भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने रविवार के लिए यहां रेड अलर्ट जारी किया है। शनिवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब समेत उत्‍तर भारत के ज्‍यादातर इलाकों में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून के 14-15 जून तक पहुंचने की संभावना है। दिल्‍ली में समय से पहले आएगा मॉनसून जहां तक राजधानी दिल्‍ली का सवाल है तो शुक्रवार को आईएमडी ने बताया था कि इस बार यहां समय से पहले मॉनसून आएगा। यह सामान्य तारीख से 12 दिन पहले यानी 15 जून को दस्तक दे सकता है। इससे पहले वर्ष 2008 में भी मॉनसून 15 जून को दिल्ली पहुंचा था। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया था, 'मॉनसून के समय से पहले आने की अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई हैं। इस बार यह (मॉनसून) 15 जून को दिल्ली पहुंच सकता है।'

मुकल रॉय के बाद अब राजीव बनर्जी का नंबर? टीएमसी नेता कुणाल घोष से की मुलाकात

कोलकाता सियासत में नेता किस तरह गोते खाते हैं इसका नजारा मौजूदा वक्त में पश्चिम बंगाल में बखूबी दिखाई दे रहा है। बीते शुक्रवार मुकुल रॉय की तृणमूल कांग्रेस में घरवापसी ने सबको चौंका दिया। इसी बीच अब शनिवार को एक और मुलाकात ने बंगाल में राजनीति सरगर्मी बढ़ा दी है। ये मुलाकात बीजेपी नेता राजीव बनर्जी और टीएमसी नेता कुणाल घोष के बीच हुई। हालांकि राजीव बनर्जी ने टीएमसी में शामिल होने की अटकलों को खुद ही खारिज कर दिया है। दरअसल बीजेपी नेता राजीव बनर्जी पश्चिम बंगाल के कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस के राज्य सचिव कुणाल घोष के आवास पर पहुंचे। इसके बाद से अटकलों का बाजार गर्म होना शुरू हो गया और राजीव बनर्जी के एक बार फिर टीएमसी में जाने के कयास तेज हो गए। कोई राजनीति नहीं केवल शिष्टाचार भेंट-राजीव टीएमसी नेता कुणाल घोष के आवास पर उनसे मुलाकात के लिए पहुंचे बीजेपी नेता राजीव बनर्जी ने सफाई देते हुए कहा कि मैं शिष्टाचार भेंट के लिए आया था। इसमें कोई राजनीति नहीं है। तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने पर क्या बोले राजीव? मुलाकात के बाद राजीव बनर्जी से पूछा गया कि क्या वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई। मैं अभी भी भारतीय जनता पार्टी में हूं। कुणाल घोष ने भी कहा केवल शिष्टाचार मुलाकात टीएमसी नेता कुणाल घोष ने बीजेपी नेता राजीव बनर्जी से कोलकाता में उनके आवास पर मुलाकात के बाद कहा कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी। मुकुल रॉय के टीएमसी में जाने बाद अटकलों का बाजार गर्म मुकुल रॉय के टीएमसी के जाने बाद के बाद बीजेपी के कई नेताओं के वापस टीएमसी में शामिल होने की बात कही जा रही है। दरअसल इस हफ्ते की शुरुआत में, टीएमसी के नेता राजीव बनर्जी, जो चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हुए थे, वह भी कोलकाता में दिलीप घोष द्वारा बुलाई गई एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं हुए थे। मालूम हो कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब पाला बदल शुरू हो चुका है।

असम: गाय चोर होने के शक में गुस्साई भीड़ ने एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला

तिनसुकिया (असम) असम के तिनसुकिया जिले के एक गांव में शनिवार को उग्र भीड़ ने 28 साल के एक व्यक्ति की गाय चोर होने के संदेह में पीट-पीट कर हत्या कर दी। हालांकि, पीड़ित का साथी मौके से भाग निकला। पुलिस ने मामले में 12 लोगों को हिरासत में लिया है। तिनसुकिया के एसपी देबोजीत देउरी ने बताया कि जिले के बागजान पुलिस थाने के अंतर्गत कोरजोंगा बोरपाथर गांव में शनिवार तड़के यह घटना उस वक्त हुई, जब दोनों को एक घर में गाय को रखने के लिए बनाए गए शेड के पास पाया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल का गठन किया है, जो मामले की जांच करेगा। विशेष जांच दल ने इस मामले में गांव के 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। देउरी ने बताया कि पीड़ित की पहचान सरत मोरान (28) के रूप में की गई है, जो नंबर 1 कोरदोईगुड़ी गांव का रहने वाला था। घटनास्थल से फरार व्यक्ति की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस को सुबह मिली सूचना ग्रामीणों के अनुसार घर के मालिक ने दो लोगों को उसके गाय को रखने के लिए बनाए गए शेड के निकट तड़के करीब डेढ़ बजे देखा और शोर मचाया। उन्होंने बताया कि इसके बाद लोग मौके पर जमा हो गए और उन्हें पीटना शुरू कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस को इस घटना की सूचना सुबह करीब साढ़े चार बजे मिली। पुलिस इसके बाद उस व्यक्ति को डूमडूमा सरकारी अस्पताल ले गई, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। 12 लोगों को हिरासत में लिया देउरी ने बताया कि जब हमने पोस्टमॉर्टम के बाद शव उसके परिजनों को सौंपा तो उसके गांव के कुछ लोगों ने कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने की कोशिश की। हालांकि, जब उन्हें पता चला कि हमने कार्रवाई की है और 12 लोगों को हिरासत में लिया है तो शांतिपूर्वक शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। देउरी ने बताया कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है, चाहे कोई चोर ही क्यों न हो, और पुलिस इस भीड़ हत्या में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शेगी।

बीजेपी में जाते ही जितिन प्रसाद का दिग्विजय सिंह पर हमला, बताया पाकिस्तानपरस्त

नयी दिल्ली हाल में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद ने शनिवार को दिग्विजय सिंह की उनकी कथित ‘पाकिस्तान परस्त’ रुख के लिए निंदा की। प्रसाद ने यह निंदा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का ऑडियो टेप सामने आने के बाद की है जिसमें वह कथित रूप ये यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि मोदी सरकार के सत्ता से बाहर होने पर कांग्रेस अनुच्छेद-370 को समाप्त करने के फैसले पर ‘पुनर्विचार’ करेगी। हाल ही में भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद प्रसाद ने ट्वीट किया, ‘वह अपने पाकिस्तान परस्त रुख के लिए जाने जाते हैं। अगर ऐसा रहा तो एक दिन वह इंदिरा जी की पाकिस्तान का बंटवारा करने के लिए निंदा करेंगे।’ गौरतलब है कि इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री रहते वर्ष 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को हार मिली थी और तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान अलग होकर बांग्लादेश के नाम से आजाद देश बना था। प्रसाद की तीन पीढ़ियों का संबंध कांग्रेस से रहा है लेकिन हाल में वह भाजपा में शामिल हुए हैं। भारत के खिलाफ जहर उगलने का आरोप सोशल मीडिया पर आए ऑडियो टेप के मुताबिक सिंह कथित तौर पर कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, ‘अनुच्छेद-370 को रद्द करने और जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा खत्म करना बहुत ही दुखी करने वाला फैसला है और कांग्रेस पार्टी संभवत: इस मामले को दोबारा देखेगी।’ दिग्विजय ने कथित तौर पर यह बात मोदी सरकार के सत्ता से जाने के बाद के रास्ते के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कही। भाजपा ने इस मुद्दे पर सिंह और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर हमला बोलते हुए उनपर ‘पाकिस्तान की भाषा बोलने’ और ‘ भारत के खिलाफ जहर उगलने’ का आरोप लगाया है। जितिन बीजेपी में शामिल, कांग्रेसी बौखलाएराहुल गांधी के बेहद करीबी युवा चेहरे के रूप में देखे जाने वाले और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद बीते 9 जून को बीजेपी में शामिल हो गए हैं। जितिन प्रसाद के बीजेपी में शामिल होते ही कांग्रेसी नेताओं ने उन पर हमला बोलना शुरू कर दिया। इसी बीच यूपी के कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी जितिन प्रसाद पर विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए हमला बोला है।

कोरोना वैक्‍सीन की पहली डोज के बाद नहीं बनी एंटीबॉडी, अदार पूनावाला, WHO और ICMR पर केस दर्ज

लखनऊ लखनऊ में एक शख्‍स ने कोरोना वैक्‍सीन की पहली डोज लगवाने के बाद वैक्‍सीन बनाने वाली कंपनी सीरम के खिलाफ थाने में शिकायत की थी। जिसके बाद हड़कंप मच गया था। वहीं थाने में केस नहीं दर्ज होने पर शख्स ने कोर्ट का रुख किया था, अब कोर्ट ने मामला संज्ञान में लेते हुए 156-3 के तहत सीरम कंपनी के मालिक अदार पूनावाला, ड्रग कंट्रोल डायरेक्टर, स्वास्थ सचिव, ICMR और डब्ल्यूएचओ के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। 8 अप्रैल को लगवाई थी कोविशील्ड की पहली डोज पूरा मामला लखनऊ के कैंट थाना क्षेत्र का है। यहां के प्रतापचन्द्र नाम के शख्स ने शिकायत दर्ज कराई है कि 8 अप्रैल को उसने कोविशील्ड वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी। दूसरी डोज की तारीख 28 दिन बाद की थी, जो 6 हफ्ते और बढ़ा दी गई। 25 मई को कराया एंटीबॉडी टेस्ट प्रतापचन्द्र ने अपनी तहरीर में आईसीएमआर के डायरेक्टर के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि कोविडशील्ड वैक्सीन के पहले डोज के बाद शरीर में अच्छे लेवल की एंटीबॉडी बन जाती है। लेकिन पहली डोज लगने के डेढ़ महीने बाद यानी बीते 25 मई को जब एक सरकारी मान्यता प्राप्त लैब में कोविड एंटी बॉडी का टेस्ट कराया गया तो 2 दिन बाद सामने आई रिपोर्ट में पता चला कि शरीर में एंटी बॉडी न बनने के साथ ही प्लेटलेट्स में भी 50% की कमी आ गई है। टेस्ट रिजल्ट में प्‍लेटलेट्स कम हो गईशिकायत करने वाले का कहना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर में तेजी से एंटी बॉडी बनने का दावा किया जा रहा था। लेकिन उसके शरीर में एंटी बॉडी तो नहीं ही बनी, साथ में प्लेटलेट्स भी गिर गईं। ऐसी स्थिति में संक्रमण का खतरा होने के साथ साथ मरीज की असमय मृत्यु होने की आशंका बढ़ जाती है। 'किसी ने नहीं बताया वैक्सीन के बाद भी एंटीबोडी न बनने के बाद क्या होगा' शिकायतर्ता प्रतापचन्द्र का कहना हे कि उनके साथ विश्वसनीय कंपनी, संस्था, पदाधिकारियों द्वारा की गई धोखाधड़ी है जिससे मेरी मृत्यु हो सकती है क्यूंकि अभी तक सरकार की जिम्मेदार संस्थाओं ने ये नहीं बताया है कि वैक्सीन के बाद भी एंटीबोडी न बनने के बाद क्या होगा। फिर वैक्सीन लगेगी, क्या हमेशा वो व्यक्ति घर में रहेगा, क्यूंकि अब खुद व समाज के लिए खतरा है। उदाहरण के जरिए बताया खतरे में है जिंदगी प्रतापचन्द्र का कहना हे कि ये उस प्रकार से है कि मौके पर कार का एयरबैग का न खुलना या सब स्टैंडर्ड बुलेट प्रूफ पहनने के बाद खतरे में होना, या नकली दवा लेकर खतरे में रहना।

WORLD NEWS: How a lenient NYC judge left a reputed gang member free to allegedly kill an innocent dad


"How a lenient NYC judge left a reputed gang member free to allegedly kill an innocent dad A reputed teenage gang member with three gun busts in four months had his bail reduced by a Bronx judge — allowing him to get out of jail and allegedly fire a random shot that killed an innocent father of two, U.S. " Via FOX NEWS To WORLD NEWS

WORLD NEWS: Cash Gernon murder case: Darriynn Brown handed new charge after blood evidence was found, report says


"Cash Gernon murder case: Darriynn Brown handed new charge after blood evidence was found, report says The Texas man accused of kidnapping and killing 4-year-old Cash Gernon from his Dallas home last month was handed a new capital murder charge this week after investigators found the child’s blood on his clothing and sunglasses, a report says. U.S. " Via FOX NEWS To WORLD NEWS

Muzaffarpur News: मुश्किल में फंसे मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन,


संदीप कुमार, मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक तरफ जहां एंटीजन किट कालाबाजारी का मामला अभी चल ही रहा था कि दूसरी ओर कोरोना संक्रमण से हुई मौत के आंकड़ों के खेल के साथ ही अब स्वास्थ्य विभाग में बहाली के नाम पर धांधली का मामला सामने आया है।

अधिवक्ता पंकज कुमार ने सिविल सर्जन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए शनिवार को उप विकास आयुक्त सुनील कुमार झा से मुलाकात कर इस मामले की शिकायत की है। अधिवक्ता पंकज कुमार ने सिविल सर्जन एसके चौधरी पर कई गम्भीर आरोप लगाते हुए बताया कि कोविड-19 नियंत्रण कार्यक्रम में मानव बल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को लेकर सरकार का ऐसा दिशा निर्देश था, जिसमें आउट सोर्सिंग के जरिये मानव बल की बहाली करनी है। लेकिन सिविल सर्जन और उनके सहायक सुबोध कुमार ने मनमाने तरीके से बहाली कर दी। यहां तक कि अपने बेटे को बहाल करने के लिए दंत चिकित्सक का पद सृजित कर उसकी बहाली कर दी। जबकि दंत चिकित्सक की बहाली नहीं करनी थी।

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अधिवक्ता का आरोप- मुझे झूठे मुकदमे में फंसा दिया
अधिवक्ता पंकज कुमार का आरोप है कि शिकायत करने पर उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा दिया गया। उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने तीन दिन पहले ही जिलाधिकारी से भी की थी। जिलाधिकारी ने एक टीम का गठन कर आगे की जांच के लिए आदेश भी दिया। उन्होंने बताया कि आज DDC से मुलाकात कर इंसाफ की गुहार लगाई है।

सिविल सर्जन ने अधिवक्ता पर लगाया रंगदारी मांगने का आरोप
वहीं सिविल सर्जन ने भी जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने अधिवक्ता पंकज कुमार पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है। हालांकि मीडिया ने जब उनसे इस बात को लेकर जब सवाल पूछा तो वो जबाव देने से बचते नजर आए। वहीं इस पूरे मामले में उप विकास आयुक्त सुनील कुमार झा ने बताया कि जांच लगभग पूरी हो गई है, अपनी रिपोर्ट उन्होंने जिलाधिकारी को सौंप दी है।


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शराब तस्करों का दुस्साहस अब पत्रकार बनकर कर रहे हैं विदेशी शराब का धंधा


पटना।
पटना पुलिस ने आज गंगा पर बने जेपी सेतु पर चेकिंग अभियान चलाकर दो गाड़ी में भरे विदेशी शराब को बरामद किया। पुलिस इस मामले में पांच शराब तस्करों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ कर रही है। आश्चर्य की बात तो यह है कि जिन दो कार में शराब को ले जाया जा रहा था उस पर प्रेस का स्टीकर भी सटा था। जाहिर है शराब तस्करों ने होम डिलीवरी देने के लिए यह नया तरीका इजाद किया है।


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WORLD NEWS: Trail limits set in this state park over heat-related rescues


"Trail limits set in this state park over heat-related rescues California's Anza-Borrego Desert State Park announced on Tuesday that it would limit trail access due to excessive heat after two hikers were airlifted out last weekend. U.S. " Via FOX NEWS To WORLD NEWS

WORLD NEWS: Jack Ciattarelli hopes to bring property tax relief to NJ


"Jack Ciattarelli hopes to bring property tax relief to NJ New Jersey gubernatorial candidate Jack Ciattarelli discusses his platform and plan to bring tax relief to voters Education" Via FOX NEWS To WORLD NEWS

WORLD NEWS: Sex-ed teacher out at Dalton after ‘masturbation’ lesson for first graders


"Sex-ed teacher out at Dalton after ‘masturbation’ lesson for first graders A teacher who taught controversial sex-education classes that included cartoon videos on masturbation for first grader.s at the posh Dalton School has resigned. U.S. " Via FOX NEWS To WORLD NEWS