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Don’t Travel on Memorial Day Weekend. Try New Restaurants Instead.

Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Saturday, November 21, 2020

Fighting the pandemic and healing its economic damage dominate talks at the G20 summit.


World New York TimesBy BY BEN HUBBARD Via NYT To WORLD NEWS

Scatter Paper Leaves to Dress Up Your Table


At Home New York TimesBy BY JODI LEVINE Via NYT To WORLD NEWS

Senator Kelly Loeffler of Georgia is in isolation after testing positive for the virus.


U.S. New York TimesBy BY MICHAEL LEVENSON Via NYT To WORLD NEWS

Cook an Indigenous Meal or Dance with Dua Lipa


At Home New York TimesBy BY ADRIANA BALSAMO AND KATHERINE CUSUMANO Via NYT To WORLD NEWS

'लव जिहाद': गिरिराज के बयान पर तनातनी, जेडीयू बोली- चर्चा की जरूरत ही नहीं

पटना 'लव जिहाद' के खिलाफ कानून () को लेकर कई बीजेपी शासित राज्यों में कवायद शुरू हो गई है। इस बीच बिहार में भी इस मुद्दे पर सियासी पारा चढ़ने लगा है। बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह () ने बिहार में नीतीश कुमार सरकार () से अनुरोध किया है कि वह लव जिहाद पर कानून बनाएं। उन्होंने कहा कि बिहार को भी सांप्रदायिकता का नाम न देकर सामाजिक समरसता के लिए लव जिहाद पर काम करने की जरूरत है। वहीं इस मामले पर जेडीयू-बीजेपी आमने-सामने आते दिख रहे हैं। जेडीयू ने कहा कि अगर कोई ऐसे बयान देता है इस पर ज्यादा चर्चा की जरूरत नहीं है। गिरिराज बोले- लव जिहाद सामाजिक समरसता के लिए कैंसर जेडीयू भले ही 'लव जिहाद' के मामले में अभी साफ तौर से कुछ भी कहने से बच रही है, लेकिन बीजेपी के रूख से साफ है कि वो इस मुद्दे को छोड़ने वाली नहीं है। यही वजह है कि बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने इस पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि लव जिहाद आज सामाजिक समरसता के लिए एक तरह से कैंसर हो गया है। अब कई राज्य इसके लिए कानून बनाने की मुहिम में लग गए हैं। बिहार को भी इसको सांप्रदायिकता का नाम न देकर सामाजिक समरसता के लिए लव जिहाद पर काम करने की जरूरत है। इसे भी पढ़ें:- 'बिहार को भी लव जिहाद पर काम करने की जरूरत'इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लव जिहाद और जनसंख्या नियंत्रण जैसे मुद्दों का सांप्रदायिकता से कोई सरोकार नहीं है बल्कि ये तो सामाजिक समरसता के विषय हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा था कि बिहार में नीतीश कुमार सरकार से अनुरोध है कि वह लव जिहाद पर कानून बनाएं। लव जिहाद वाली समस्या को जड़ से समाप्त करना होगा और अगर बिहार में लव जिहाद को रोकने के लिए कानून लाया जाए तो अच्छा होगा। वशिष्ठ नारायण सिंह बोले- ऐसे बयानों पर चर्चा की जरूरत नहीं दूसरी ओर जेडीयू की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की है। उनसे जब गिरिराज सिंह के बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ऐसे बयानों पर आप लोग चर्चा मत करिए। कभी-कभी किसी का बयान आता है तो इसका मतलब नहीं की उसको चर्चा करना है। इससे पहले जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हमारा विश्वास सद्भाव में है। जेडीयू ने कहा- नीतीश कुमार सभी धर्मों और जातियों को साथ लेकर चलने वाले व्यक्तिजेडीयू नेता संजय सिंह ने कहा कि हमारे नेता नीतीश कुमार सभी धर्मों और जातियों को साथ लेकर चलने वाले व्यक्ति हैं। कोई सरकार क्या फैसला ले रही है, यह उनका मामला है। लव जिहाद पर हमारी सरकार को निर्णय लेना है। संजय सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी भी दबाव की राजनीति नहीं की है। समाज को तोड़ने वाला कोई भी प्रस्ताव आएगा तो उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।

मुंबईकरों को लोकल के लिए अभी करना पडे़गा इंतजार, जानें खास बातें

मुंबई करीब आठ महीने से में सफर करने का इंतजार कर रहे आम लोगों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। आई.एस. चहल ने कहा है, ‘हमने लोकल ट्रेन, स्वीमिंग पूल और स्कूल खोलने की योजना बनाई थी, लेकिन फिलहाल ये सब बंद रहेंगे। तीन से चार सप्ताह बाद मुंबई में कोरोना की स्थिति क्या रहती है, उसकी समीक्षा करेंगे। उसके बाद ही आगे के लिए फैसला किया जा सकेगा।’ बता दें कि राज्य सरकार ने मुंबई में लोकल सेवा आम लोगों के लिए खोलने के लिए पिछले दिनों रेलवे को पत्र लिखा था। तभी से लोगों को उम्मीद थी कि मुंबई में दिवाली के बाद लोकल में सफर करने की अनुमति मिल जाएगी। मगर अब बीएमसी कमिश्नर चहल के बयान के बाद उनके लिए यह उम्मीद खत्म हो गई है। राज्य सरकार के अनुरोध के बाद अत्यावश्यक सेवाओं में शामिल कर्मचारियों, बैंक कर्मचारियों, वकीलों, डब्बेवालों, शिक्षकों और महिलाओं को ही लोकल ट्रेन में सफर की अनुमति मिली है। कमिश्नर चहल ने साफ किया, ‘आने वाले दिनों में मुंबई में कोई नया प्रतिबंध नहीं लगेगा। जिस तरह मुंबई अनलॉक है, वैसे ही रहेगी।’ चहल ने कहा, ‘मुंबई में कोरोना की स्थिति पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। इसी को देखते हुए हमने यहां स्विमिंग पूल, स्कूलों और ट्रेनों को खोलने की योजना बनाई थी, लेकिन देश में कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए हमने अभी इन सब पर फैसला टाल दिया है।’ ‘रात्रि कर्फ्यू नहीं’ कमिश्नर चहल ने अप्रत्यक्ष रूप से उन आशंकाओं पर विराम लगा दिया कि कोरोना के केस बढ़ने पर मुंबई में दोबारा लॉकडाउन या रात्रि कर्फ्यू लगाया जा सकता है। स्कूलों को 31 दिसंबर तक बंद रखने पर चहल ने कहा, ‘हमने फैसला किया कि एक भी बच्चे को जोखिम में नहीं डाला जाएगा। स्कूल पहले से ही बंद हैं और अभी बंद ही रहेंगे। यह बच्चों, शिक्षकों और अन्य स्टाफ की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया फैसला है।’ कब, किसे मिली लोकल में एंट्री 15 जून: अतिआवश्यक सेवा के कमर्चारियों को जुलाई: राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारियों को 20 सितंबर: निजी और सहकारी बैंकों के कर्मचारियों को 7 अक्टूबर: डब्बेवालों को 21 अक्टूबर: महिलाओं को 23 अक्टूबर: वकीलों को 13 नवंबर: शिक्षकों को * समय-समय पर प्रतियोगी तथा अन्य परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों को भी लोकल में सफर की अनुमति मिली है।

MP : कोरोना को लेकर कलेक्टर अहम बैठक, अधिकारी लूडो खेलने में रहे मशगूल, वीडियो वायरल


भिंड
कलेक्टर कार्यालय में शनिवार के दिन बुलाई गई कोरोना बैठक में नायब तहसीलदार प्रमोद गर्ग मोबाइल पर गेम खेलते हुए देखे गए हैं। नायब तहसीलदार का मोबाइल पर गेम खेलने का वीडियो अब वायरल है। दरअसल शनिवार के दिन जिला प्रशासन ने कोरोना की रोकथाम को लेकर कलेक्टर कार्यालय में एक बैठक आयोजित की थी। इस बैठक में पत्रकारों और समाजसेवियों समेत जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे। खुद कलेक्टर वीरेंद्र रावत भी इस बैठक में मौजूद थे।

MP : गली में महिला से छेड़खानी, देवास पुलिस ने लफंगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और कराई उठक-बैठक

बैठक का उद्देश्य था कि कोरोना की रोकथाम के लिए आखिर क्या क्या प्रयास किए जा सकते हैं। इसके लिए पत्रकारों, अधिकारियों और समाजसेवियों से सुझाव मांगे जा रहे थे। लेकिन भिंड में पदस्थ नायब तहसीलदार प्रमोद गर्ग बैठक में मौजूद रहने के बावजूद मोबाइल पर गेम खेलते हुए दिखाई दिए। सभी लोग कोरोना के विषय पर चर्चा कर रहे थे और नायब तहसीलदार प्रमोद गर्ग मोबाइल पर गेम खेलने में व्यस्त थे। उनको यह भी मालूम नहीं चला कि मीडिया के कैमरे ने कब उन्हें कैद कर लिया।

MP : एमपी पुलिस करवा रही है कुत्ते का DNA टेस्ट, मालिक को लेकर है झगड़ा

नायब तहसीलदार काफी देर तक अपने मोबाइल में गेम खेलने में व्यस्त नजर आए और मीडिया वाले उन्हें कवर करते रहे। हालांकि जब बैठक समाप्त होने के बाद मीडियाकर्मियों ने नायब तहसीलदार के मोबाइल पर गेम खेलने के मामले में कलेक्टर से बात करना चाहिए तो कलेक्टर ने मीडिया से कुछ भी बात करने से इनकार कर दिया। लेकिन कोरोना को लेकर आयोजित की गई बैठक में जिस तरीके से नायब तहसीलदार लापरवाही दिखाते हुए मोबाइल पर गेम खेल रहे थे, उससे साफ जाहिर हो जाता है कि भिंड जिले के प्रशासनिक अधिकारी कोरोना को लेकर कितने लापरवाह हैं।


via WORLD NEWS

Another Trump lawsuit, this one in Pennsylvania, is dismissed by a judge.


U.S. New York TimesBy BY ALAN FEUER Via NYT To WORLD NEWS

South Dakota and New Mexico offer a snapshot of the alternate realities in the U.S. pandemic.


World New York TimesBy Unknown Author Via NYT To WORLD NEWS

अधीर, गहलोत के हमलों के बाद भी नहीं रुके कपिल सिब्बल, कहा, 'अब प्रभावी विपक्ष नहीं रही कांग्रेस'

नई दिल्लीलोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसे दिग्गज नेताओं के हमलों के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री ने शीर्ष नेतृत्व पर फिर से हमला बोा। को चिट्ठी लिखने वाले ग्रुप-23 के इस दिग्गज नेता ने अब यहां तक कह दिया कि कांग्रेस पार्टी देश में असरदार विपक्ष नहीं रह गई है। उन्होंने यह बात एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कही है। 'सांगठनिक मजबूती का प्रयास ही नहीं कर रही है कांग्रेस' सिब्बल ने दावा किया कि कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने का कोई प्रयास नहीं कर रही है। उन्होंने एक साल से भी ज्यादा वक्त से कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं हो पाने का मुद्दा फिर से उठाते हुए पार्टी के कामकाज के तरीकों पर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ने डेढ़ साल पहले पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ा था। सिब्बल ने सवाल किया, 'कोई राजनीतिक दल डेढ़ साल तक बिना किसी लीडर के कैसे काम कर सकता है... कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पता ही नहीं है कि उन्हें जाना कहां है।' हम असरदार विपक्ष नहीं रहे: कांग्रेस पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हालिया चुनावों से स्पष्ट हो गया कि यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस का कोई प्रभाव नहीं बचा है। इसके अलावा गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में जहां कांग्रेस का सीधा मुकाबला बीजेपी से था, वहां नतीजे बेहद खराब आए। उन्होंने कहा, 'हम गुजरात की सभी आठ सीटें हार गए। 65% वोट बीजेपी के खाते में चले गए जबकि ये सीटें पाला बदलने वाले कांग्रेसियों ने खाली की थीं। मध्य प्रदेश में सभी 28 सीटें कांग्रेस विधायकों के पाला बदलने के कारण ही खाली हुई थीं, लेकिन पार्टी सिर्फ आठ सीटें जीत पाई।' सिब्बल ने कहा, 'जहां भी सीधे बीजेपी से दो-दो हाथ होता है, हम वहां असरदार विकल्प साबित नहीं हो पा रहे हैं। कुछ-न-कुछ तो जरूर गलत हो रहा है। हमें इसे लेकर कुछ करना ही होगा।' दूर नहीं हो रही सिब्बल की नाराजगी सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि उन्होंने जुलाई महीने में संसदीय समूह की मीटिंग में यह मुद्दा उठाया था। उसके बाद 23 नेताओं ने अगस्त में कांग्रेस प्रेजिडेंट को चिट्ठी लिखी, लेकिन कोई चर्चा नहीं हुई, हमसे किसी ने संपर्क नहीं किया। सिब्बल ने बिहार विधानसभा चुनाव और कुछ राज्यों में उपचुनावों में कांग्रेस के बेहद खराब प्रदर्शन का मुद्दा उठाया तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी और दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अनिल चौधरी हमलावर हो गए। गहलोत ने ट्वीट किया, 'कपिल सिब्बल को हमारे आंतरिक मसलों की मीडिया में चर्चा की कोई जरूरत नहीं थी। इसने देशभर में पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को आहत किया है।'

देशभर में 'लव जिहाद' का शोर, उत्तराखंड में दूसरे धर्म में शादी करने पर मिल रहे 50 हजार

देहरादून एक ओर जहां शादी के नाम पर महिलाओं के कथित धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए शासित कई राज्य कानून बनाने पर विचार कर रहे हैं, वहीं सरकार प्रदेश में ऐसी शादियों को प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए किसी अन्य जाति या धर्म के व्यक्ति से शादी करने वालों को 50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। प्रदेश के समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह प्रोत्साहन राशि कानूनी रूप से पंजीकृत अंतरधार्मिक विवाह करने वाले सभी कपल्स को दी जाती है। अंतरधार्मिक विवाह किसी मान्यता प्राप्त मंदिर, मस्जिद, गिरिजाघर या देवस्थान में संपन्न होना चाहिए। उन्होंने बताया कि अंतरजातीय विवाह करने पर प्रोत्साहन राशि पाने के लिए कपल में से पति या पत्नी किसी एक का भारतीय संविधान के अनुच्छेद 341 के अनुसार, अनुसूचित जाति का होना आवश्यक है। बवाल के बाद बोले सीएम के सलाहकार, जल्द ठीक करेंगे नियम हालांकि प्रोत्साहन राशि बांटे जाने पर मचे बवाल के बाद प्रदेश सरकार ने शनिवार को कहा कि इस मामले में जारी आदेश को ठीक करने की कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सलाहकार आलोक भट्ट ने सोशल मीडिया में जारी एक बयान में कहा है कि संशोधन की कार्रवाई में समय लगेगा मगर इस आदेश को ठीक कर दिया जाएगा। उत्तराखंड सरकार के अंतरधार्मिक विवाह करने वाले दंपतियों को पचास हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दिए जाने के मामले ने तब तूल पकड़ लिया जब टिहरी के समाज कल्याण अधिकारी ने इस संबंध में जानकारी देने के लिए एक प्रेस नोट जारी किया। टिहरी के जिला समाज कल्याण अधिकारी ने कराई फजीहत? टिहरी के जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिल्डियाल ने बताया कि राष्ट्रीय एकता की भावना को जगाए रखने और समाज में एकता बनाए रखने के लिए अंतरजातीय और अंतरधार्मिक विवाह काफी सहायक हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे विवाह करने वाले कपल शादी के एक साल बाद तक प्रोत्साहन राशि पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। 2014 में रकम को 10 से बढ़ाकर 50 हजार किया गया उत्तर प्रदेश अंतरजातीय/अंतरधार्मिक विवाह प्रोत्साहन नियमावली, 1976 में संशोधन के जरिए उत्तराखंड में 2014 में इसके तहत दी जाने वाली रकम को 10,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया गया था। उत्तर प्रदेश से अलग होकर 2000 में जब उत्तराखंड का गठन हुआ था तो इस नियमावली को उसी रूप में अपना लिया गया था।

Delhi Corona Update: दिल्ली में फिर बढ़ा संक्रमण रेट, 111 मरीजों की मौत

नई दिल्ली दिल्ली में ना तो कोरोना का संक्रमण कम हो रहा है और ना ही मौत। 24 घंटे में दिल्ली में 111 मरीजों की मौत हो गई। यह चौथी बार है, जब दिल्ली में किसी एक दिन में एक सौ से ज्यादा मरीजों की मौत हुई है। पिछले 10 दिनों में दिल्ली में हुई कोविड से हुई मौत का औसत ज्यादा हो गया है। दिल्ली में कोविड से मरने वालों का औसत 1.58 पर्सेंट है, लेकिन 10 दिनों में मरने वालों का औसत अब 1.65 पर्सेंट तक पहुंच गया है। शनिवार को 45,562 सैंपल की जांच हुई है। इसमें से 12.90 पर्सेंट सैंपल पॉजिटिव मिले। मरीजों की संख्या भले कम है, लेकिन संक्रमण रेट फिर से बढ़ गया है। वहीं दूसरी ओर एक बार फिर संक्रमित मरीजों की तुलना में रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है। शनिवार को 6,963 मरीज ठीक हुए। अब ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 4,75,106 हो गई है। वहीं कुल संक्रमित मरीज 5,23,117 हैं। अब तक 8,270 मरीजों की मौत हो गई है अब दिल्ली में कुल एक्टिव मरीज 39,741 हैं। कोरोना से बचाने को महा सर्वे, आ रही ये दिक्कतें कोरोना से बचाने वाले महा सर्वे में लगी टीमें दूसरे दिन भी लगातार घर-घर जाकर जानकारी जुटाने में लगी हैं। वहीं महासर्वे के तहत कई जगहों पर कैंप लगाकर चेकिंग शुरू कर दी गई है। कंटेनमेंट जोन में कैंप लगाकर जांच की जा रही है। इस बीच कई जगहों पर खासकर घनी आबादी वाली कॉलोनियों में सर्वे में लगी टीमों को कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। सबसे बड़ी दिक्कत आईकार्ड को लेकर आ रही है। कई जगहों पर लोग टीमों से सर्वे के कार्ड मांग रहे हैं। सरकारी कार्ड दिखाने पर वह सहयोग नहीं करते। वे कहते हैं कि हम कैसे मान लें कि आप सर्वे में शामिल हैं और कोई फर्जी इंसान नहीं हैं। सहयोग नहीं कर रहे कई लोग अधिकारी के अनुसार, कई लोग सहयोग नहीं कर रहे हैं। वह आमने सामने आने से बच रहे हैं। यहां तक कि बुखार तक चेक नहीं करवा रहे हैं। इनमें ज्यादातर घनी आबादी वाली कॉलोनियों के हैं। इसके बावजूद टीमें अधिक से अधिक लोगों से जानकारियां लेने में लगी हैं। ऊपरी मंजिलों में रहने वाले लोग टीमों से बालकनी से ही बात कर रहे हैं। जिसकी वजह से टीमों को काफी मुश्किलें आ रही हैं। डोर टु डोर सर्वे के अलावा अब इन जगहों पर कैंप लगाकर लोगों की मास लेवल पर टेस्टिंग भी शुरू हो गई है। ताकि लोग खुद से बाहर आकर जांच करवा सकें। इन इलाकों में संक्रमण सबसे ज्यादा अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, बुराड़ी, नजफगढ़, कालकाजी, द्वारका, रोहिणी, बदरपुर, करोल बाग, पश्चिम विहार, जनकपुरी, छतरपुर, महरौली, पीतमपुरा, सरिता विहार, संगम विहार, ग्रेटर कैलाश, राजौरी गार्डन, शालीमार बाग, हरि नगर, लक्ष्मी नगर, यमुना विहार आदि कुछ ऐसे एरिया हैं, जहां संक्रमण की रफ्तार कुछ अधिक है। 25 नवंबर तक होना है सर्वे इसी कड़ी में साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट में शनिवार को साध नगर, सेक्टर-10 द्वारका, धर्मपुरा, रोजवुड अपार्टमेंट द्वारका, एसडीएम ऑफिस, आईडीसी अपार्टमेंट, आर्य समाज रोड आदि पर कैंप लगाए और लोगों की कोरोना जांच की। हालांकि अधिकारियों के अनुसार, कुछ लोग जहां सहयोग नहीं कर रहे हैं वहीं ऐसे लोग भी हैं जो सर्वे में पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। हालांकि टीमों को इसकी ट्रेनिंग दी गई है कि लोगों से किस तरह सूचनाएं लेनी हैं। 25 नवंबर तक होने वाले इस सर्वे में 13 से 14 लाख घरों में टीमों पहुंचकर लोगों की जांच करेंगी।

Bihar News: गया में एनकाउंटर, मारा गया माओवादी जोनल कमांडर आलोक यादव

गया बिहार पुलिस और कोबरा बटालियन की गया जिले के बाराचट्टी वन क्षेत्र में माओवादियों के साथ मुठभेड़ हुई। इस दौरान पुलिस ने माओवादियों के जोनल कमांडर आलोक यादव समेत तीन को मार गिराया। पुलिस ने मौके पर तलाशी अभियान चलाया। इसमें 01 एके 47 राइफल और 01 इंसास राइफल बरामद हुई है। जानकारी के मुताबिक, शनिवार रात 12 बजकर 20 मिनट पर बिहार पुलिस (Bihar Police) और कोबरा बटालियन की गया जिले के बाराचट्टी वन क्षेत्र में माओवादियों के साथ मुठभेड़ हुई। देर रात तक चली इस कार्रवाई में दोनों तरफ से खूब गोलियां चलीं। इसस दौरान पूरा जंगल गोलियों की आवाज से गूंज उठा। तीन शव बरामद रविवार तड़के मुठभेड़ के बाद की पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। इसमें माओवादियों के जोनल कमांडर आलोक यादव के साथ ही तीन शव बरामद किए गए। ती के दौरान, सैनिकों ने 01 एके 47 राइफल और 01 इंसास राइफल के साथ बरामद हुई है।

सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बनीं निसरत खातून, पिछले 5 साल से कर रही हैं छठी मईया की पूजा

प्रणय राज, नालंदाआस्था को जाति और धर्म के दायरे में नहीं बांधा जा सकता है। कुछ ऐसा ही नजारा नगरनौसा प्रखंड के उस्मानपुर छठ घाट पर दिखा। यहां नगरनौसा के बड़ी मस्जिद गांव निवासी एक मुस्लिम महिला अपने परिजन के साथ अर्घ्य देने पहुंचीं थीं। खास बात यह है कि मुस्लिम परिवार छठ महापर्व को पूरी श्रद्धा के साथ करते हैं। परंपरा नई नहीं बल्कि, पिछले पांच साल से चली आ रही है। निसरत खातून ने कहा- जब तक जिंदगी रहेगी, छठ करेंगी बड़ी मस्जिद निवासी निसरत खातून बताती हैं कि उनके चार बेटे और तीन बेटिया हैं। वह पिछले पांच साल से लगातार छठ पूजा कर रही हैं। छठी मईया में श्रद्धा इतनी कि वह कहती हैं कि जब तक जिंदगी रहेगी, तब तक छठ करेंगी। जब से छठ की शुरुआत की है, तब से घर में सुख समृद्धि आई है। बेटे के साथ ही पति की आमदनी भी बढ़ गई। पूरा परिवार खुशहाल है। इसे भी पढ़ें:- 'रिश्तेदार भी छठ पूजा में करते हैं मदद' निसरत खातून बताती हैं कि छठ पूजा करने में समाज के किसी भी व्यक्ति की तरफ से आजतक रोक-टोक नहीं किया गया। किसी को दिक्कत भी नहीं है कि हम मुस्लिम होकर छठ पूजा कर रहे हैं। रिश्तेदार भी छठ के मौके पर घर आते हैं छठ पूजा करने में मदद करते हैं। और तो और छठ का प्रसाद भी खुशी पूर्वक सभी लोग अपने-अपने घर ले जाते हैं। 'कभी घर में किसी ने विरोध नहीं किया'निसरत खातून बताती हैं कि गांव में हिन्दू महिलाओं की ओर से बड़े ही श्रद्धा और विश्वास के साथ छठ पूजा करते देख उनके मन में भी छठी मईया की पूजा करने की इच्छा हुई। इसके बाद उन्होंने छठ महापर्व की शुरुआत की। घर वालों ने किसी तरह का कोई विरोध नहीं किया।

राजस्थान के 8 शहरों में नाइट कर्फ्यू, जुर्माना भी दोगुना.... कोरोना की ये चाल डरा रही

जयपुर। राजस्थान में दिवाली के बाद से लगातार बढ़ते काेरोना वायरस संक्रमण के बाद टेंशन में आई अशोक गहलोत सरकार ने शनिवार रात को मंत्री परिषद की आपात बैठक के बाद बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुये जयपुर और जोधपुर समेत प्रदेश के आठ शहराें में नाइट कर्फ्यू की घोषणा कर दी है। यह कर्फ्यू रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक लगाया गया है। राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में हुई चर्चा में सामेन आया कि त्यौहारी सीजन, सर्दी के मौसम, चुनाव, विवाह समारोहों आदि के आयोजन के कारण पिछले कुछ समय में प्रदेश में के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। नवंबर में कोरोना केस लगभग दो गुना हुये बैठक में इस पर चर्चा की गई कि नवम्बर माह में प्रदेश में भी प्रतिदिन पॉजिटिव केसेज की संख्या 1700 से बढ़कर 3000 प्रतिदिन हो गई है। प्रदेश के 8 जिलों में पॉजिटिव रोगियों की संख्या अचानक बढ़ी है। सर्दी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमण की स्थिति अधिक गंभीर होने की आशंका है। ऎसे में लोगों के जीवन की रक्षा करने तथा मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग जैसे हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करते हुए कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार की ओर से विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। मास्क पर जुमार्ना दो गुना से अधिक कियामास्क नहीं पहनने पर लगाया जाने वाला जुर्माना बढ़ाकर अब 500 रूपये कर दिया गया है। पहले यह जुर्माना राशि 200 रूपये थी। इन 8 जिला मुख्यालयों पर लगाया नाइट कर्फ्यू कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित जयपुर, जोधपुर, कोटा, बीकानेर, उदयपुर, अजमेर, अलवर एवं भीलवाड़ा जिला मुख्यालयों पर नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। इसके तहत नगरीय क्षेत्र में बाजार, रेस्टोरेंट, शॉपिंग मॉल एवं अन्य वाणिज्यिक संस्थान रात्रि 7 बजे तक ही खुले रहेंगे। इस नाइट कर्फ्यू के दौरान विवाह समारोह में जाने वाले, दवाइयों सहित अति आवश्यक सेवाओं से संबंधित लोगों तथा बस, ट्रेन एवं हवाई जहाज में सफर करने वालों को आवागमन हेतु नाइट कर्फ्यू के दौरान छूट रहेगी। ऑफिसों में 75 प्रतिशत उपिस्थिति अधिकतम तयकोरोना से सर्वाधिक प्रभावित प्रदेश के इन आठ जिलों में जिला मुख्यालय स्थित नगरीय क्षेत्र में ऎसे राजकीय एवं निजी कार्यालयों एवं संस्थान जहां 100 से अधिक कार्मिक कार्यरत हैं वहां कार्य दिवसों में कार्मिकों की उपस्थिति 75 प्रतिशत से अधिक नहीं होगी। इन संस्थानों एवं कार्यालयों में स्टाफ को रोटेशन के आधार पर बुलाया जाएगा ताकि किसी भी वकिर्ंग-डे पर 75 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित नहीं हों। विवाह एवं अन्य समारोहों में अधिकतम 100 लोग शामिल हो सकेंगेबैठक में तय किया गया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऎसे में पूरे प्रदेश में विवाह समारोह सहित राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक इत्यादि आयोजनों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या अधिकतम 100 होगी। राज्य सरकार के इन दिशा-निर्देशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। बैठक में निर्णय लिया गया कि कोविड का इलाज कर रहे निजी अस्पतालों में भी रोगी की मांग पर राजकीय कोविड चिकित्सालयों की तरह डे-केयर उपचार की अनुमति राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर होगी। डे-केयर उपचार के तहत कम गंभीर कोविड रोगियों को जरूरी दवाइयां एवं अन्य चिकित्सा उपलब्ध कराने के बाद दो-तीन घंटे के भीतर वापस घर भेजा जा सकेगा। डे-केयर सुविधा से अस्पतालों में भर्ती होने के लिए आने वाले गंभीर रोगियों को बिस्तर की उपलब्धता में आसानी रहेगी।

Protesters in Guatemala Set Fire to Congress Building Over Spending Cuts


World New York TimesBy BY NIC WIRTZ AND NATALIE KITROEFF Via NYT To WORLD NEWS

The F.D.A. grants emergency authorization of the coronavirus antibody treatment given to Trump.


World New York TimesBy BY KATIE THOMAS AND NOAH WEILAND Via NYT To WORLD NEWS

F.D.A. Grants Emergency Authorization of Antibody Treatment Given to Trump


Health New York TimesBy BY KATIE THOMAS AND NOAH WEILAND Via NYT To WORLD NEWS

Judge Dismisses Trump Lawsuit Seeking to Delay Certification in Pennsylvania


U.S. New York TimesBy BY ALAN FEUER Via NYT To WORLD NEWS

The latest virus wave appears to have crested in Europe, but the struggle is far from over.


World New York TimesBy BY RICHARD PÉREZ-PEÑA AND ALLYSON WALLER Via NYT To WORLD NEWS

कोरोना दोबारा हो सकता है, यह पक्की बात, जारी रखें प्रिकॉशन: डॉक्टर पॉल

नई दिल्ली कोरोना दोबोरा हो सकता है, यह पक्की बात है। यह कहना है कि वी के पॉल का। शनिवार को डॉक्टर पॉल ने कहा कि कुछ लोगों में ही सही, लेकिन कोरोना दोबारा हो सकता है, ऐसा देखा जा रहा है। इसलिए, प्रिकॉशन जारी रखें। उन्होंने कहा कि जो हालात हैं, उसके अनुसार अभी भी देश की 80 पर्सेंट आबादी को संक्रमण का खतरा है। यह जरूर है कि वैक्सीन आने वाली है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम लापरवाह रहें। वैक्सीन केवल एक टूल है, हमें कोविड बिहेवियर और गाइडलाइन का पालन करते रहना चाहिए। डॉक्टर पॉल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अभी दिल्ली में पीक चल रहा है। इसलिए व्यक्तिगत स्तर पर लोगों को समझना होगा। हमें ट्रैकिंग और आइसोलेशन को मानना होगा। अभी सबसे ज्यादा जरूरी है कि एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में लगभग उन 15 से 20 कांटैक्ट को आइसोलेट करें, क्योंकि वो अनजान बने रहेंगे और उनसे संक्रमण फैलता रहेगा। '2 दिन पहले से संपर्क में आए सभी की पहचान और आइसोलेशन जरूरी' डॉक्टर पॉल ने कहा कि जिस किसी में पॉजिटिव आए, उसके दो दिन पहले से संपर्क में आए सभी की पहचान और आइसोलेशन जरूरी है। उन्होंने कहा कि मरीज के संपर्क में आए इन लोगों को 7 दिनों तक क्वारंटीन रहना चाहिए, ताकि उनकी वजह से उनके परिवार या अन्य लोगों में संक्रमण नहीं हो, इसके बाद अपना टेस्ट कराना चाहिए। '14 दिन तक क्वारंटीन जरूरी'डॉक्टर पॉल ने कहा कि कोरोना जांच रिपोर्ट अगर पॉजिटिव है तो फिर उसके अनुसार मैनजेंट होगा, निगेटिव आया तो अपने पहले की तरह रूटीन जिंदगी जी सकते हैं। अगर वो जांच नहीं कराना चाहते हैं तो 14 दिन तक क्वारंटीन में रहें। इस दौरान उन्होंने यह भी संकेत दिए कि आने वाले दिनों में क्वारंटीन नहीं होने वालों के साथ भी सख्ती की जा सकती है। भारत में अभी कोविड के 5 वैक्सीन के ट्रायल डॉक्टर पॉल ने कहा कि कोविड वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को बैठक हुई है। विस्तार से सभी पहलुओं पर बात हुई है। पीएम की तरफ से कुछ गाइडलाइन भी मिले हैं, जिस पर काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत में अभी कोविड के 5 वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं, जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट का ट्रायल अपने अंतिम स्टेज पर है। कुछ दिनों में उसका रिजल्ट आएगा। इसी प्रकार आईसीएमआर और भारत बायोटेक का भी वैक्सीन अपने तीसरे स्टेज में पहुंच चुका है। अगले साल की पहली तिमाही तक वैक्सीन उपलब्ध डॉक्टर पॉल ने कहा कि बाकी दुनिया में 2 वैक्सीन फाइजर और मॉडर्ना की है। हम उनके भी संपर्क में है। लेकिन एक बात अभी तक साफ है कि किसी भी वैक्सीन को लाइसेंस नहीं मिला है। बावजूद पॉल ने कहा कि पूरी उम्मीद है कि अगले साल के पहले तिमाही तक वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगा।

कांग्रेस में खींचतान: कपिल सिब्बल पर अब हमलावर हुए अधीर रंजन चौधरी, कहा- वो हमारे नेता नहीं

नई दिल्ली कांग्रेस पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बिहार चुनाव के बाद कांग्रेस में आपसी खींचतान और बढ़ गई है। ऐसे में पार्टी की फजीहत तब और होती है जब कोई नेता कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल खड़े करता है। ताजा मामला कांग्रेस सांसद और असंतुष्टों के समूह G-23 के सदस्य कपिल सिब्बल से जुड़ा है। ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी डेढ़ साल से बिना अध्यक्ष के कैसे काम कर रही है और पार्टी के कार्यकर्ता शिकायत लेकर कहां जाएं। उनके इस बयान पर के बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता ने हमला बोला है। अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि वह (कपिल सिब्बल) हमारे नेता नहीं है जो उनके सभी बयानों पर जवाब दिया जाए। कपिल सिब्बल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि कांग्रेस डेढ़ साल से पार्टी अध्यक्ष के बिना थी क्योंकि ने घोषणा की थी कि वह पार्टी प्रमुख बनने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल तक बिना नेता के कोई पार्टी कैसे काम कर सकती है... कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं जानते कि कहां जाना है।' सिब्बल ने कहा कि हाल के चुनावों से पता चला है कि यूपी जैसे राज्यों के अलावा जहां कांग्रेस की हालत कैसी है। 'गुजरात में कांग्रेस ने खो दीं सभी सीटें' उन्होंने कहा कि हमने गुजरात में सभी आठ सीटें खो दीं। 65% वोट बीजेपी को गए हैं, हालांकि ये सीटें कांग्रेस के दलबदलुओं की ओर से खाली की गई थीं। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के दलबदलुओं के कारण सभी 28 सीटें खाली हो गईं, लेकिन कांग्रेस केवल आठ सीटें जीत पाई। उन्होंने कहा कि जहां बीजेपी के पास एक भी सीट नहीं थी वहां पर हमें एक-एक सीट के लिए लड़ाई लड़नी पड़ी। हमें इसके बारे में कुछ करना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र का किया जिक्र वरिष्ठ वकील ने अफसोस जताया कि उन्होंने जुलाई में एक संसदीय समूह की बैठक में इस मुद्दे को उठाया और फिर 23 पार्टी के नेताओं ने अगस्त में कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखा, लेकिन इस पर कोई चर्चा नहीं हुई और न ही कोई हमारे पास पहुंचा। कपिल सिब्बल पर बोला हमला उधर, कपिल सिब्बल के बयान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी कहा कि कांग्रेस की कार्य करने की एक शैली है, पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर काम हो रहा है, जब यह पूरा हो जाएगा तब उसका ऐलान होगा। कपिल सिब्बल पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि, हमें कपिल सिब्बल की हर बात पर कमेंट करने की जरूरत नहीं है। वह हमारे नेता नहीं हैं।

आयुर्वेद के डॉक्टर भी अब कर सकेंगे सर्जरी, केंद्र सरकार से मिली हरी झंडी

नई दिल्ली भी अब जनरल और के साथ आंख, कान और गले की सर्जरी कर सकेंगे। ने इसके लिए हरी झंडी दे दी है। की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि स्नातकोत्तर (पीजी) के विद्यार्थियों को विभिन्न सर्जरी के बारे में गहन जानकरी दी जाएगी। आयुर्वेद के विद्यार्थियों को अभी सर्जरी की शिक्षा दी जाती थी, लेकिन उनके सर्जरी करने के अधिकारों को सरकार की ओर से स्पष्ट नहीं किया गया था। सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक, अब आयुर्वेद के सर्जरी में पीजी करने वाले छात्रों को आंख, नाक, कान, गले के साथ ही जनरल सर्जरी के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। इन छात्रों को स्तन की गांठों, अल्सर, मूत्रमार्ग के रोगों, पेट से बाहरी तत्वों की निकासी, ग्लुकोमा, मोतियाबिंद हटाने और कई सर्जरी करने का अधिकार होगा। ‘मील का पत्थर है यह पहल’ केंद्र सरकार के आयुर्वेद के पूर्व सलाहकार डॉ. एस.के. शर्मा ने इस पहल को मील का पत्थर करार दिया है। उनका कहना है कि इससे देश में कुशल सर्जन की कमी दूर होगी। साथ ही, देश के दूरदराज इलाकों के मरीजों को भी उच्च स्तर का इलाज मिल सकेगा। 'झोलाछाप डॉक्टरों को बढ़ावा मिलेगा' हालांकि, दिल्ली मेडिकल असोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल बंसल का कहना है कि इससे झोलाछाप डॉक्टरों को बढ़ावा मिलेगा और मरीजों के लिए संकट पैदा होगा। वहीं, डॉ. शर्मा कहना है कि आयुर्वेद के विद्यार्थियों को प्रसव, गर्भपात, गर्भाशय की सर्जरी का भी अधिकार दिया जाना चाहिए।