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Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Thursday, December 24, 2020

झारखंड: लूट की छूट! पुल 96 लाख का और डायवर्जन 1.55 करोड़ का... वीडियो देखकर हैरान रह जाएंगे


अशोक तुलस्यान, चतरा (झारखंड): विकास के नाम पर सरकारी खजाने की लूट देखनी हो तो झारखंड में चतरा जिले की कोयला नगरी टंडवा आइए। यहां एनटीपीसी गेरुआ नदी पर क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मति सह निर्माण का कार्य द रीयल क्लासिक कंस्ट्रक्शन से 96 लाख रुपये की लागत से करा रहा है। लेकिन इसी पुल से महज 20 मीटर की दूरी पर चतरा पथ निर्माण विभाग के 1 करोड़ 55 लाख रुपये की लागत से अस्थायी डायवर्जन का निर्माण पूजा कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी से करा रहा है।

पुल से ज्यादा डायवर्जन की लागत
पथ निर्माण विभाग की तरफ से कराए जा रहा ये निर्माण कार्य किसी के भी समझ से न सिर्फ परे है बल्कि शक के दायरे में भी है। अगर पुल की मरम्मति और निर्माण का कार्य जब एनटीपीसी करा ही रही है तो 1.55 करोड़ का अस्थायी डायवर्जन का निर्माण कार्य आखिर क्यों कराया जा रहा है? क्या यह निर्माण कार्य पैसों की बर्बादी है या फिर एक कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।

सत्ताधारी JMM के सदस्य ने भी खड़े किए सवाल
झामुमो के केंद्रीय सदस्य संतोष नायक ने बताया कि गेरुआ पुल से महज 20 मीटर की दूरी पर बनाए जा रहे डायवर्जन में पथ निर्माण विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत से सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है। दूसरी ओर डीसी दिव्यांशु झा ने बताया कि ये योजना राज्य से स्वीकृत है। ऐसे में वो इस बारे में कुछ नहीं बोल सकते।


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महिला से छेड़छाड़ के विरोध पर पत्रकार की हत्या केस में CCTV से नया खुलासा, पढ़ें- पूरा मामला


जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक वीडियो पत्रकार की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में अब एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इस वीडियो में बदमाश पत्रकार अभिषेक सोनी को एक ढाबे के बाहर सरियों से पीटते नजर आ रहे हैं। अब तक पुलिस को संदेह था कि बदमाशों ने लोहे की छड़ से वार कर जानलेवा हमला किया था। लेकिन इस फुटेज में यह स्प्ष्ट हो गया है। इस हमले में गंभीर रूप से घायल अभिषेक को बदमाश बीच सड़क पर ही छोड़कर फरार हो जाते हैं। यह वारदात 8 दिसबंर को रात करीब सवा ग्यारह बजे की है। इस घटना में गंभीर रूप से घायल पत्रकार की बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गई है।

अब इस मामले में गहलोत सरकार पर प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सवाल उठ रहे हैं। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने इस हत्याकांड पर कहा है कि गहलोत के राज में 2 वर्षों में प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है, लोकतंत्र के प्रहरी और कोरोना योद्धा पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है,जयपुर में बदमाशों के हमले में अभिषेक सोनी की मृत्यु और गिरधारी पालीवाल का घायल होना सरकार की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।
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इस मामल में जयपुर पुलिस का कहना है कि वीडियो पत्रकार अभिषेक सोनी आठ दिसंबर की रात सड़क किनारे एक ढाबे पर रुके थे। पुलिस ने बताया कि ढाबे पर आरोपियों ने पत्रकार के साथ मौजूद उनकी महिला मित्र को तंग करना शुरू कर दिया और अभिषेक ने इसका विरोध किया जिसके बाद उनकी आरोपियों के साथ झड़प हो गयी।
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पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने अभिषेक पर लोहे के सरिये से कथित तौर पर वार किया जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया। इस घटना में युवती भी घायल हुई। मानसरोवर थाने के थानाधिकारी रामेश्वर लाल ने बताया कि दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां युवती को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी।
अधिकारी के अनुसार एक आरेापी शंकर चैाधरी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि दो अन्य आरोपी कानाराम जाट और सुरेंद्र जाट फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
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खरगोन में 2 घंटे में भूमाफिया का रसूख नेस्तानाबूद, सरकारी स्कूल की जमीन अतिक्रमण मुक्त


खरगोन
एमपी के खरगोन में भू-माफिया की अतिक्रमित करोड़ों की एक बीघा स्कूल की जमीन को प्रशासन ने मुक्त करा लिया है। साथ ही उस पर बने अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया है। सरकारी स्कूल की जमीन पर बने भवन और पशु बाड़े पर आज सुबह बुलडोजर चला है। रसूखदार भूमाफिया ने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया है।

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दरअसल, खरगोन जिला मुख्यालय स्थित मोतीपुरा में सरकारी स्कूल की जमीन पर भू माफिया परसराम यादव ने10 हजार स्क्वायर फीट की जमीन पर कब्जा कर लिया था। एसडीएम सत्येंद्र सिंह, एसडीओपी राहुल सिंह रावत और सीएमओ प्रियंका पटेल के नेतृत्व में करीब एक बीघा सरकारी स्कूल की जमीन पर किए गए कब्जे को हटाया गया है। इस दौरान भूमाफिया और उसके रिश्तेदारों ने साथ में हंगामा किया है और कार्रवाई रोकने की कोशिश की है। वहीं, प्रशासन ने 2 घंटे में आरसीसी से तैयार किए गए मकान के कमरे और पशुओं का बाड़ा नेस्तनाबूद कर दिया है। करवाई के लिए व्रज वाहन, भारी पुलिस फोर्स हथियारबंद पुलिस और कई अधिकारी मौजूद थे।

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एसडीम खरगोन सत्येंद्र सिंह ने कहा कि वह आदतन अपराधी है। बहुत बड़ा पशु बाड़ा और भवन बना रखा था। आरसीसी से पक्का मकान बना हुआ था, इसमें घर में बना हुआ था और आरसीसी की छत थी। करीब एक बीघा सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर रखा था। अतिक्रमण के कारण प्राइमरी और मिडिल स्कूल नहीं बन पा रहे थे। यहां नर्मदा मंदिर में बना रखा है लेकिन आस्था के कारण अभी वहां पर कार्रवाई नहीं की गई है।

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इसके साथ ही उसने कहा कि यहां से वृद्ध आश्रम संचालित करता हूं। लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। 10 हजार स्क्वायर फीट के अलावा खेत की जमीन पर भी उसका कब्जा है। इसके डर से लोग विरोध नहीं कर पाते थे।


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बिहार: सृजन घोटाले में 100 करोड़ का नया फ्रॉड सामने आया, JDU ने कहा- घोटालेबाजों को नहीं बख्शेंगे


पटना: सृजन घोटाले में 100 करोड़ रुपये की अवैध निकासी का दूसरा मामला सामने आने के बाद जदयू (JDU) ने प्रतिक्रिया दी है। JDU प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि घोटालेबाजों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। भागलपुर में ताजा FIR पर भी सरकार कार्रवाई करेगी। JDU के मुताबिक ये बड़बोले विपक्ष को करारा जवाब है।

सृजन घोटाले में नया केस
सृजन घोटाले में तकरीबन 100 करोड़ रुपए की अवैध रूप से निकासी मामले में डीएम से निर्देश मिलते ही जिला कल्याण पदाधिकारी श्याम प्रसाद यादव ने कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। जानकारी के अनुसार, गबन मामले में बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के उन कर्मचारियों पर प्राथमिकी दर्ज करवाई है, जो इस घोटाले में शामिल थे।

इस संबंध में जिला कल्याण पदाधिकारी श्याम प्रसाद यादव ने बताया कि महालेखाकार के रिपोर्ट में घोटाला का खुलासा हुआ था। इसके बाद संबंधित लोगों पर डीएम ने प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए उन्हें निर्देशित किया था। वहीं 121 करोड़ 71 लाख 61 हजार रुपए के गबन में पहले दो प्राथमिकी दर्ज हुई थी।

100 करोड़ की बची हुई राशि पर दर्ज कराई गई है एफआईआर
उन्होंने बताया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद महालेखाकार ने वर्ष 2007 से 2017 तक में सरकारी राशि की जांच की थी। जिसमें गबन की राशि 221.60 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका था। इसी क्रम में 100 करोड़ की बची हुई राशि का गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज हुई है।


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Slogans Against Farm Laws in Front of PM Modi: संसद परिसर में मोदी के सामने AAP सांसदों ने कृषि कानूनों के खिलाफ लगाए नारे


पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को संसद भवन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इस दौरान आम आदमी पार्टी के सांसदों ने पीएम मोदी के सामने कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उनके हाथ में प्लेकॉर्ड भी थे। AAP सांसद भगवंत मान और संजय सिंह लगातार नारेबाजी करके पीएम मोदी का ध्यान खींचने की कोशिश करते रहे, लेकिन प्रधानमंत्री उन्हें अनसुना करके वहां से निकल गए। इस दौरान नारे लगा रहे सांसदों को सुरक्षाकर्मियों ने भी घेर लिया था।


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...जब कलेक्टर के सामने पटवारी ने किसान को लौटाई रिश्वत की राशि, तो खुशी से झूमने लगे लोग


एमपी में पटवारियों की हालत किसी से छिपी नहीं है। किसान उनके सामने चक्कर काटते रह जाते हैं लेकिन बिना पैसे के एक काम नहीं करते हैं। छतरपुर कलेक्टर की जनसुनवाई में एक बुजुर्ग किसान ने कलेक्टर से शिकायत की कि जमीन मापी के लिए पटवारी ने 4 हजार रुपये की रिश्वत ली है। रिश्वत लेने के बाद भी उसने काम नहीं किया है।

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कलेक्टर ने बुजुर्ग किसान की शिकायत पर तुरंत पटवारी को खड़ा करवा दिया है। बुजुर्ग की शिकायत पर पटवारी को सांप सूंघ गया है। कलेक्टर शीलेंद्र सिंह के तेवर देख तुरंत वह भीड़ के सामने आकर खड़ा हो गया। उसके बाद कलेक्टर ने आदेश दिए कि किसान के रुपये लौटाओ। रिश्वतखोर पटवारी ने तुरंत किसान से लिए 4 हजार रुपये वहां लौटाए।


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बिहार: छपरा का 'नौटंकी' दिल्ली से गिरफ्तार, छठ घाट पर हर्ष फायरिंग कर युवक को किया था जख्मी


अमित गिरी, छपरा: जिले के माझी में छठ घाट पर हर्ष फायरिंग कर निर्दोष युवक को जख्मी करने के आरोपी नौटंकी सिंह को पुलिस ने उसके एक सहयोगी के साथ दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। इस घटना को अंजाम देने के बाद प्रणव कुमार सिंह उर्फ नौटंकी सिंह दिल्ली में छिपा हुआ था जहां उसके सहयोगी बम भोला सिंह के साथ सारण पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार कर लिया। नौटंकी सिंह के पास से एक अवैध देसी बंदूक और 12 बोर का पांच कारतूस भी बरामद किया गया है। सदर डीएसपी एमपी सिंह ने बताया की नौटंकी सिंह पर कई आपराधिक मामले दर्ज है। घटना को अंजाम देने के बाद नौटंकी सिंह फरार चल रहा था जिसकी दिल्ली में होने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस की स्पेशल टीम ने उसे दिल्ली जाकर गिरफ्तार किया जहां वह एक सहयोगी के साथ छिपा हुआ था।


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झारखंड: सरकार के एक साल पूरे होने पर हेमंत सोरेन लगाएंगे तोहफों की झड़ी


रवि सिन्हा, रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को 29 दिसंबर को सरकार के 1 साल पूरे होने पर आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय समारोह की चल रही तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय समारोह के आयोजन में कोविड-19 को लेकर जारी दिशा निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन किया जाए। इस मौके पर अधिकारियों की ओर से तैयारियों की विस्तृत जानकारी मुख्यमंत्री को दी गई। बताया गया है कि सरकार के एक साल पूरे होने पर हेमंत सरकार कई योजनाओं की झड़ी लगाने वाली है।

15 योजनाएं लॉन्च होंगी
रांची के मोराबादी में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री 1458.95 करोड़ की 19 योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा हेमंत सोरेन 1091.92 करोड़ की 11 योजनाओं का शिलान्यास और 15 योजनाएं लॉन्च भी करेंगे। वो 5,33,455 लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण करेंगे। उदघाटन के लिए कई जलापूर्ति योजनाएं, हजारीबाग समाहरणलय समेत कई भवन का उदघाटन, डेयरी प्लांट, आवासीय विद्यालय , इको टूरिज्म सर्किट और ग्रिड सब स्टेशन , महिला हेल्पलाइन नंबर 181, सार्वभौमिक वृद्ध कल्याण योजना, ग्रामीण विकास विभाग, प्रधानमंत्री आवास योजना के एक लाख लाभुकों का गृह प्रवेश, कृषि ऋण माफी योजना, समेत कई काम किए जाएंगे।


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Retries


Crosswords & Games New York TimesBy BY CAITLIN LOVINGER Via NYT To WORLD NEWS

A Perfect Score … or Half of One


Crosswords & Games New York TimesBy BY DEB AMLEN Via NYT To WORLD NEWS

Corrections: Dec. 25, 2020


Corrections New York TimesBy Unknown Author Via NYT To WORLD NEWS

Quotation of the Day: Beijing Reins In Tech Behemoths It Let Run Free


Today’s Paper New York TimesBy Unknown Author Via NYT To WORLD NEWS

Columbus Officials Move to Fire Officer in Fatal Shooting of Black Man


U.S. New York TimesBy BY AZI PAYBARAH Via NYT To WORLD NEWS

Calling on Yankee grit, New England governors urge residents to be cautious ‘a little bit longer.’


World New York TimesBy BY REMY TUMIN Via NYT To WORLD NEWS

Iran gets clearance to buy vaccine, despite sanctions.


World New York TimesBy BY FARNAZ FASSIHI Via NYT To WORLD NEWS

9 करोड़ किसानों के खाते में 18 हजार करोड़ रुपये, पीएम मोदी आज भेजेंगे अगली किस्त

नई दिल्ली पीएम नरेन्द्र मोदी आज दोपहर 12 बजे किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि योजना () की अगली किस्त भेजेंगे। इसके तहत 9 करोड़ किसानों के खाते में 18000 करोड़ रुपये भेजे जाएंगे। यह पीएम किसान योजना की 7वीं किस्त होगी। इसके अलावा किसान आंदोलन के ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी देश के 6 राज्यों के लाखों किसानों के साथ वर्चुअल चर्चा करने वाले हैं। पीएम किसान की अगली किस्त को लेकर ट्वीट कर दी जानकारी किसानों के खाते में अगली किस्त भेजने को लेकर पीएम मोदी ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'कल का दिन देश के अन्नदाताओं के लिए बेहद अहम है। दोपहर 12 बजे विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 9 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को पीएम-किसान की अगली किस्त जारी करने का सौभाग्य मिलेगा। इस अवसर पर कई राज्यों के किसान भाई-बहनों के साथ बातचीत भी करूंगा।' पीएम किसान योजना के तहत किसानों को 4 महीने पर मिलते हैं 2000 रुपये पीएम किसान योजना के माध्यम से केंद्र की मोदी सरकार किसानों के खातों में हर चार महीने में 2 हजार रुपये की किस्त जमा करती है। एक साल में कुल 6 हजार रुपये किसानों खातों में भेजे जाते हैं। यह योजना 1 दिसंबर, 2018 को लागू हुई थी। यह पैसा सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है। 9 करोड़ किसानों के खाते में 18000 करोड़ रुपये विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में पीएम मोदी 9 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों के खातों में 18 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि ट्रांसफर करेंगे। विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मोदी 6 राज्यों के किसानों से संवाद भी करेंगे और किसान सम्मान निधि और किसानों के कल्याण के लिए सरकार के ओर से उठाए गए अन्य कदमों के बारे में अपने अनुभव साझा करेंगे। किसान आंदोलन के बीच होगा यह कार्यक्रम सरकार ने यह कार्यक्रम ऐसे समय में आयोजित किया है जब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर 40 किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 96वीं जयंती भी है। इस कार्यक्रम के जरिए मोदी सरकार नाराज किसानों को साधने की कोशिश करेगी। नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं किसान संगठन आपको बता दें कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान लगभग एक महीने से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर किसान पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से हैं। विरोध प्रदर्शन कर रहे इन किसानों ने सरकार से साफ कहा है कि जब इन कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है तबतक वे धरने से नहीं हटेंगे।

'गीत नया गाता हूं'... अटल बिहारी की वो 3 कविताएं जो हार मानना नहीं सिखाती

पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 96वीं जयंती है। अटल बिहारी एक सशक्त राजनेता के साथ-साथ एक सहृदय कवि भी थे। अटल बिहारी वाजपेयी एक राजनेता के तौर पर जितने सराहे गए हैं, उतना ही प्यार उनकी कविताओं को भी मिला है। वाजपेयी की कविताएं हमें जीवन में निरंतर आगे बढ़ने और हार नहीं मानने की प्रेरणा देती हैं। अगर अटल जी की कविताओं को हम वास्तविकता में अपने जीवन में उतार लें तो हमारा आत्मविश्वास कभी नहीं डिग सकता। आज यहां हम आपको अटल बिहारी की तीन ऐसी ही कविताओं के बारे में बताने जा रहे है।

Atal Bihari Birthday: 'गीत नया गाता हूं', 'मौत से ठन गई' और 'कदम मिलाकर चलना होगा' अटल बिहारी वाजपेयी की ऐसी कविताएं हैं जो इंसान को जीवन में हार नहीं मानने की सलाह देती हैं।


'गीत नया गाता हूं'... अटल बिहारी की वो 3 कविताएं जो हार मानना नहीं सिखाती

पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 96वीं जयंती है। अटल बिहारी एक सशक्त राजनेता के साथ-साथ एक सहृदय कवि भी थे। अटल बिहारी वाजपेयी एक राजनेता के तौर पर जितने सराहे गए हैं, उतना ही प्यार उनकी कविताओं को भी मिला है। वाजपेयी की कविताएं हमें जीवन में निरंतर आगे बढ़ने और हार नहीं मानने की प्रेरणा देती हैं। अगर अटल जी की कविताओं को हम वास्तविकता में अपने जीवन में उतार लें तो हमारा आत्मविश्वास कभी नहीं डिग सकता। आज यहां हम आपको अटल बिहारी की तीन ऐसी ही कविताओं के बारे में बताने जा रहे है।



गीत नया गाता हूं... दो अनुभूतियां
गीत नया गाता हूं... दो अनुभूतियां

पहली अनुभूति

बेनकाब चेहरे हैं, दाग बड़े गहरे हैं

टूटता तिलिस्म आज सच से भय खाता हूं

गीत नहीं गाता हूं

लगी कुछ ऐसी नज़र बिखरा शीशे सा शहर

अपनों के मेले में मीत नहीं पाता हूं

गीत नहीं गाता हूं

पीठ मे छुरी सा चांद, राहू गया रेखा फांद

मुक्ति के क्षणों में बार बार बंध जाता हूं

गीत नहीं गाता हूं

दूसरी अनुभूति

गीत नया गाता हूं

टूटे हुए तारों से फूटे वासंती स्वर

पत्थर की छाती मे उग आया नव अंकुर

झरे सब पीले पात कोयल की कुहुक रात

प्राची में अरुणिमा की रेख देख पता हूं

गीत नया गाता हूं

टूटे हुए सपनों की कौन सुने सिसकी

अन्तर की चीर व्यथा पलकों पर ठिठकी

हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा,

काल के कपाल पे लिखता मिटाता हूं

गीत नया गाता हूं



कदम मिलाकर चलना होगा
कदम मिलाकर चलना होगा

बाधाएं आती हैं आएं

घिरें प्रलय की घोर घटाएं,

पावों के नीचे अंगारे,

सिर पर बरसें यदि ज्वालाएं,

निज हाथों में हंसते-हंसते,

आग लगाकर जलना होगा

कदम मिलाकर चलना होगा

हास्य-रूदन में, तूफानों में,

अगर असंख्यक बलिदानों में,

उद्यानों में, वीरानों में,

अपमानों में, सम्मानों में,

उन्नत मस्तक, उभरा सीना,

पीड़ाओं में पलना होगा

कदम मिलाकर चलना होगा

उजियारे में, अंधकार में,

कल कहार में, बीच धार में,

घोर घृणा में, पूत प्यार में,

क्षणिक जीत में, दीर्घ हार में,

जीवन के शत-शत आकर्षक,

अरमानों को ढलना होगा

कदम मिलाकर चलना होगा

सम्मुख फैला अगर ध्येय पथ,

प्रगति चिरंतन कैसा इति अब,

सुस्मित हर्षित कैसा श्रम श्लथ,

असफल, सफल समान मनोरथ,

सब कुछ देकर कुछ न मांगते,

पावस बनकर ढलना होगा

कदम मिलाकर चलना होगा

कुछ कांटों से सज्जित जीवन,

प्रखर प्यार से वंचित यौवन,

नीरवता से मुखरित मधुबन,

परहित अर्पित अपना तन-मन,

जीवन को शत-शत आहुति में,

जलना होगा, गलना होगा

क़दम मिलाकर चलना होगा



मौत से ठन गई
मौत से ठन गई

ठन गई!

मौत से ठन गई!

जूझने का मेरा इरादा न था,

मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था,

रास्ता रोक कर वह खड़ी हो गई,

यूं लगा जिंदगी से बड़ी हो गई।

मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं,

जिंदगी सिलसिला, आज कल की नहीं।

मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं,

लौटकर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं?

तू दबे पांव, चोरी-छिपे से न आ,

सामने वार कर फिर मुझे आजमा।

मौत से बेखबर, जिंदगी का सफ़र,

शाम हर सुरमई, रात बंसी का स्वर।

बात ऐसी नहीं कि कोई ग़म ही नहीं,

दर्द अपने-पराए कुछ कम भी नहीं।

प्यार इतना परायों से मुझको मिला,

न अपनों से बाक़ी हैं कोई गिला।

हर चुनौती से दो हाथ मैंने किए,

आंधियों में जलाए हैं बुझते दिए।

आज झकझोरता तेज़ तूफ़ान है,

नाव भंवरों की बांहों में मेहमान है।

पार पाने का क़ायम मगर हौसला,

देख तेवर तूफ़ां का, तेवरी तन गई।

मौत से ठन गई।



Marry Christmas 2020: क्रिसमस के मौके पर अपनों को भेजें ये प्यारे-प्यारे संदेश

नई दिल्ली आज देश और दुनिया में क्रिसमस का त्योहार मनाया जा रहा है। हालांकि कोरोना महामारी की वजह से इस बार क्रिसमस का रंग हल्का फीका लग रहा है। लेकिन कोरोना हो या फिर कोई और, ऐसे खास मौकों पर अपनों को प्यार भरा मेसेज भेजने से भला हमें रोक सकता है क्या? यहां हम आपके लिए कुछ चुनिंदा मेसेज लेकर आएं जिन्हें अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर लगाकर या फिर अपने चाहने वालों को एसएमस के जरिए भेजकर आप क्रिसमस की खुशी जाहिर कर सकते हैं। यहां पढ़िए प्यारे-प्यारे मेसेज.... 1. देवदूत बनके कोई आएगा सारी आशाएं तुम्हारी, पूरी कर जाएगा क्रिसमस के इस शुभ दिन पर तोहफे खुशियों के दे जाएगा.... ।। 2. लो आ गया जिसका था इंतजार सब मिल के बोलो मेरे यार दिसंबर में लाया क्रिसमस बहार मुबारक हो आपको क्रिसमस मेरे यार 3. सबके दिलों में हो सके लिए प्यार आने वाला हर दिन लाए खुशियों का त्योहार इस उम्मीद के साथ आओ भूल के सारे गम क्रिसमस में हम सब करें Welcome! क्रिसमस की ढेर सारी बधाइयां 4. देखो आया सेंटा लेकर खुशियां अपार बच्चों के लिए तोहफे और ढेर सारा प्यार हो जाए खुशियों की आप पर बहार मुबारक हो आपको क्रिसमस का त्योहार! 5. चांद ने अपनी चांदनी बिखेरी है तारों ने आसमां को सजाया है लेकर तौहफा अमन और प्यार का देखो स्वर्ग से कोई फरिश्ता आया है ---- मैरी क्रिसमस 6. दोस्तों से हर लम्हे में क्रिसमस है दोस्ती की ये दुनिया दीवानी है दोस्तों के बिना जिंदगी बेकार है दोस्तों से बिना जिंदगी बेकार है दोस्तों से ही तो जिंदगी में बहार है। --- मैरी क्रिसमस मेरे दोस्त

Singapore Airlines rolls out a new digital health passport for passengers.


World New York TimesBy BY ANUSHKA PATIL Via NYT To WORLD NEWS

Behind Trump Clemency, a Case Study in Special Access


U.S. New York TimesBy BY KENNETH P. VOGEL, ERIC LIPTON AND JESSE DRUCKER Via NYT To WORLD NEWS

A few N.Y.C. hospitals fumble the vaccine rollout, with lower-risk workers cutting in line.


World New York TimesBy BY JOSEPH GOLDSTEIN Via NYT To WORLD NEWS

Coronavirus Briefing: What Happened Today


U.S. New York TimesBy BY AMELIA NIERENBERG Via NYT To WORLD NEWS

किसान आंदोलनः सरकार ने फिर भेजा बातचीत का न्योता, संयुक्त मोर्चा की बैठक आज

नई दिल्ली नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) को लेकर किसान संगठनों और सरकार के बीच गतिरोध जारी है। किसान संगठनों के जवाब के बाद सरकार ने एक बार फिर उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। साथ ही उनसे तारीख व समय भी पूछा है। सरकार की ओर से भेजे गए नए पत्र पर मंथन के लिए आज संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बैठक बुलाई है। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले ही 40 किसान संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आज फिर होगी संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर आंदोलन के लिए बैठे किसानों ने सरकार के नए पत्र पर मंथन के लिए आज संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक बुलाई है। इस बैठक में ही आगे को लेकर रणनीति तय होगी। एक किसान संगठन के नेता ने कहा कि सरकार को क्या जवाब देना है, इसका आखिरी फैसला तो संयुक्त मोर्चा की बैठक में होगा लेकिन सरकार के पत्र में भी कुछ भी नया और ठोस नहीं है। सरकार ने पत्र भेजकर फिस से बातचीत के लिए आमंत्रित किया कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने प्रदर्शनकारी किसान संगठनों के नेताओं को पत्र लिखकर उन्हें बातचीत के लिए फिर से आमंत्रित किया, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित किसी भी नई मांग को अजेंडे में शामिल करना 'तार्किक' नहीं होगा क्योंकि नए कृषि कानूनों से इसका कोई संबंध नहीं है। सरकार का पत्र संयुक्त किसान मोर्चे के 23 दिसंबर के उस पत्र के जवाब में आया है, जिसमें कहा गया है कि यदि सरकार संशोधन संबंधी खारिज किए जा चुके बेकार के प्रस्तावों को दोहराने की जगह लिखित में कोई ठोस प्रस्ताव लाती है, तो किसान संगठन वार्ता के लिए तैयार हैं। MSP गारंटी अधिनियम चाहते हैं किसान क्रांतिकारी किसान यूनियन के प्रेस सचिव अवतार सिंह मेहमा ने कहा कि केंद्र यह दावा जारी रख सकता है कि नए कानून एमएसपी प्रणाली को प्रभावित नहीं करेंगे, लेकिन किसान एमएसपी गारंटी अधिनियम चाहते हैं जो यह सुनिश्चित करेगा कि उनकी फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बिके। उन्होंने कहा, 'संयुक्त किसान मोर्चा सरकार के पत्र पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को बैठक करेगा और फिर इसका जवाब देगा।' करीब एक महीने से डटे हुए हैं किसान गौरतरब है कि सितंबर में लागू किए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान लगभग एक महीने से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर किसान पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से हैं। इन किसानों की साफ तौर पर मांग हैं कि तीनों नए कृषि कानूनों को सरकार वापस ले और एमएसपी को कानून बनाए।