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Don’t Travel on Memorial Day Weekend. Try New Restaurants Instead.

Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Saturday, April 24, 2021

हाइड्रोजन ऊर्जा वैज्ञानिक पद्मश्री ओ एन श्रीवास्तव का कोरोना से निधन, कलाम ने भी की थी तारीफ

अभिषेक जायसवाल,वाराणसी देश के जाने माने हाइड्रोजन ऊर्जा और नैनो साइंस के विशेषज्ञ पद्मश्री प्रफेसर ओ एन श्रीवास्तव (Padmashri ON Srivastava) का कोरोना से निधन हो गया। BHU के कोविड अस्पताल में शनिवार की सुबह इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। प्रफेसर श्रीवास्तव के मौत के पूरे राजकीय सम्मान के साथ हरिश्चंद्र घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ। जानकारी के मुताबिक, प्रफेसर ओ एन श्रीवास्तव 20 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे। कोरोना की पुष्टि के बाद ही उन्हें BHU के कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया। शनिवार की सुबह अचानक उनकी तबियत बिगड़ी जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन कुछ समय बाद ही उन्होंने दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। प्रफेसर श्रीवास्तव के मौत के खबर के बाद ही देशभर के हाइड्रोजन और नैनो साइंस के वैज्ञानिकों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। 2016 में मिला था पद्मश्री सम्मान बीएचयू के भूभौतिकी विज्ञान में प्रफेसर ओ एन श्रीवास्तव प्रफेसर के पद तैनात थे। 2016 में उन्हें दिवंगत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पद्मश्री सम्मान से नवाजा था। प्रफेसर ओ एन श्रीवास्तव बीएचयू में देश का पहला हाइड्रोजन सेंटर बनाया था। उनके बनाई हाइड्रोजन कार पर दिवंगत राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम भी सवारी कर चुके हैं। हाइड्रोजन अनुसंधान को लेकर हुए समझौत में था अहम योगदान दो महीने पहले ही हाइड्रोजन अनुसंधान के लिए बीएचयू और हाइड्रो पावर कारपोरेशन के बीच समझौते में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान था। इस समझौते के तहत पायलट प्रॉजेक्ट के रूप में हाइड्रोजन से ऑटो रिक्शा चलाने पर कार्य शुरू किया जारी था।

सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस मोहन एम शांतनागोदर का निधन, लंबे समय से थे बीमार

नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस मोहन एम. शांतनगौदर का निधन हो गया है। वो 62 साल के थे। असिस्टेंट रजिस्ट्रार गगन सोनी ने ये जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि शनिवार को जस्टिस मोहन एम. शांतनगौदर का निधन हो गया है। जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम के प्राइवेट अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। वे केरल हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश भी रह चुके थे।

'PM मोदी भारत को स्वर्ग बनाना चाहते थे, पर आज केवल श्मशान और कब्रिस्तान दिख रहे'

मुंबईपश्चिम बंगाल चुनाव और कुंभ मेले के बहाने शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाए हैं। शिवसेना ने शनिवार को कहा कि यदि सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में चुनावी रैलियों और हरिद्वार कुंभ मेले के आयोजन का समय पर संज्ञान लिया होता, तो देश में कोरोना वायरस से हालात इतने खराब नहीं हुए होते। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से महामारी के बीच ऑक्सिजन सप्‍लाई और टीकाकरण संबंधी राष्ट्रीय योजना के बारे में जानकारी मांगी है, जिसके बाद पार्टी ने यह बयान दिया है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा, ‘यह अच्छी बात है कि सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप किया है। यदि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और अन्य नेताओं की पश्चिम बंगाल में चुनावी रैलियों और हरिद्वार में धार्मिक सभाओं को लेकर भी समय पर हस्तक्षेप किया गया होता, तो लोगों के इस तरह तड़पकर मरने की नौबत नहीं आई होती।’ दिल्ली के एक अस्पताल में ऑक्सिजन के अभाव के कारण कोविड-19 के 25 मरीजों की मौत होने का जिक्र करते हुए पार्टी ने सवाल किया कि यदि केंद्र इसके लिए जिम्मेदार नहीं है, तो फिर इसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। पार्टी ने कहा, ‘यह राष्ट्रीय राजधानी के हालात हैं। यदि केंद्र सरकार इसके लिए जिम्मेदार नहीं है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है?’ 'हर तरफ दिख रहे श्‍मशान और कब्रिस्‍तान' शिवसेना ने ब्रिटेन के एक प्रमुख समाचार पत्र के उस शीर्षक का जिक्र किया, जिसमें कहा गया है कि ‘भारत कोविड-19 का नरक बन गया है’। शिवसेना ने कहा कि यदि केंद्र ने पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों के बजाए कोविड-19 की दूसरी लहर से निपटने पर ध्यान केंद्रित किया होता, तो हालात खराब नहीं होते। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले दल ने भंडारा, मुंबई, विरार और नासिक के अस्पतालों में हुई त्रासदियों में लोगों की मौत होने पर शोक व्यक्त किया। पार्टी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके सहकर्मी भारत को स्वर्ग बनाना चाहते थे, लेकिन हमें आज केवल श्मशान और कब्रिस्तान ही दिख रहे हैं। कहीं सामुदायिक चिताएं जल रही हैं और कहीं अस्पताल मरीजों के साथ स्वयं जल रहे हैं। क्या यही नरक है?’ 'उद्धव मुंबई में लड़ रहे लड़ाई, नहीं गए चुनावी रैलियों में' इस बीच, शिवसेना के नेता संजय राउत ने स्वास्थ्य संकट के लिए देश के शीर्ष नेतृत्व को दोषी ठहराया है। उन्‍होंने कहा, ‘हमारा नेतृत्व चुनाव जीतने और राजनीति करने के अलावा और कोई काम नहीं करना चाहता। उन्हें लगता है कि यही अंतिम सफलता है। यदि वैश्विक महामारी से निपटने पर ध्यान केंद्रित किया जाता, तो हम ऐसी स्थिति में नहीं होते।’ उन्होंने महाराष्ट्र में स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आगे रहकर कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘वह चुनावी रैलियों को संबोधित करने के लिए कहीं नहीं गए। वह लड़ रहे हैं, मुंबई में बैठे हैं और निर्देश दे रहे हैं। ठाकरे राजनीति नहीं कर रहे।’

केजरीवाल ने दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लिखा पत्र, दिल्ली को ऑक्सीजन की आपूर्ति का किया आग्रह

नई दिल्ली दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल () ने शनिवार को अन्य राज्यों के अपने समकक्षों को पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजधानी को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति किए जाने का अनुरोध किया। साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड-19 का प्रकोप (Coronavirus Crisis) ऐसा है कि सभी उपलब्ध संसाधन अपर्याप्त साबित हो रहे हैं। दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते 20 मरीजों की मौत होने के बाद केजरीवाल ने ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए अनुरोध किया है। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच राष्ट्रीय राजधानी के अस्पतालों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है। केजरीवाल ने शाम को ट्वीट कर कहा, 'मैं सभी राज्यों के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह कर रहा हूं कि अगर उनके पास अतिरिक्त ऑक्सीजन है तो उसे उपलब्ध कराएं। हालांकि, केंद्र सरकार भी हमारी सहायता कर रही है लेकिन कोविड-19 का प्रकोप ऐसा है कि उपलब्ध संसाधन अपर्याप्त साबित हो रहे हैं।' केजरीवाल ने पत्र में कहा, 'अगर आप हमें अपने राज्य अथवा अपने राज्य के किसी संस्थान से मेडिकल ऑक्सीजन के टैंकर उपलब्ध करा सकते हैं तो मैं आपका आभारी रहूंगा। कृपा करके इसे जीवन रक्षा संदेश (एसओएस) के तौर लें।' अधिकारियों ने बताया कि ऑक्सीजन की आपूर्ति का इंतजार करने के दौरान शनिवार को जयपुर गोल्डन अस्पताल में 20 मरीजों की मौत हो गई। केजरीवाल ने मुख्यमंत्रियों को अवगत कराया कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में हुई अभूतपूर्व वृद्धि के चलते दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है। पत्र में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं होता है और उसकी दैनिक आपूर्ति में चिंताजनक कमी आ गई।

ऑक्सिजन संकट पर भी केंद्र और दिल्ली सरकार में तूतू-मैंमैं.... क्या जिम्मेदारी किसी की नहीं?

नई दिल्ली दिल्ली इस मेडिकल ऑक्सिजन की किल्लत से जूझ रही है। आलम यह है कि ऑक्सिजन खत्म होने से अस्पतालों में मरीजों की मौत हो रही है। कभी कोई अस्पताल ऑक्सिजन के लिए गुहार लगा रहा है तो कभी कोई। केंद्र ने दिल्ली के ऑक्सिजन का कोटा तो बढ़ा दिया लेकिन अब भी पर्याप्त मात्रा में सप्लाई नहीं हो पा रही। उल्टे राजनीति शुरू हो चुकी है। केंद्र का कहना है कि प्लांट से ऑक्सिजन कैसे आए, इसकी जिम्मेदारी राज्य की है तो केजरीवाल सरकार इसे केंद्र की जिम्मेदारी बता रही है। में शनिवार को ऑक्सिजन संकट पर हुई सुनवाई के दौरान भी दोनों पक्ष इसी तरह उलझते रहे। अपने कोटे का ऑक्सिजन लाना दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी: हर्षवर्धन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने दो टूक कहा है कि अपने कोटे को समय से मंगाने और उसके लिए सही से प्लानिंग करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। उन्होंने कहा, 'दिल्ली ने अपने लिए ऑक्सिजन का जितना कोटा मांगा था, उससे ज्यादा उसे अलॉट किया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने तो इसके लिए कल (शुक्रवार) प्रधानमंत्री को धन्यवाद भी दिया...अब कोटे के ऑक्सिजन को समय से लाना, वितरित करना और इसके लिए सही से प्लान बनाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है।' अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा केंद्र: दिल्ली सरकार दूसरी तरफ दिल्ली सरकार का कहना है कि केंद्र अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है लेकिन हाई कोर्ट ने उसकी इस कोशिश पर लगाम लगाई है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, 'दिल्ली के लिए ऑक्सिजन टैंकरों की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने की केंद्र की कोशिश पर दिल्ली हाई कोर्ट ने लगाम लगाई है। दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र को फटकार लगाई है और उसे दिल्ली के ऑक्सिजन कोटे की तत्काल समीक्षा कर नजदीकी प्लांट से फिर अलॉट करने को कहा है।' टैंकरों के लिए कोशिश करे दिल्ली सरकार, अकेले केंद्र पर न छोड़े: हाई कोर्ट इससे पहले शनिवार को ऑक्सिजन संकट पर दिल्ली हाई कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान भी केंद्र और दिल्ली सरकार ऑक्सिजन के ट्रांसपोर्टेशन के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराते रहे। दिल्ली सरकार टैंकर न होने की बात कहकर हाथ खड़े करती दिखी तो हाई कोर्ट ने निर्देश दिया कि दोनों सरकारें तालमेल के साथ काम करें। अदालत ने दिल्ली सरकार से टैंकरों की व्यवस्था करने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया और कहा कि उसे यह पूरी तरह से केंद्र सरकार पर नहीं छोड़ना चाहिए। हाई कोर्ट में बोला केंद्र- सप्लाई के लिए टैंकर मुहैया नहीं करा रही दिल्ली सरकार दिल्ली सरकार ने अदालत को बताया कि उसे पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन सिर्फ 380 मीट्रिक टन ऑक्सिजन ही मिल रही है और शुक्रवार को उसे करीब 300 मीट्रिक टन ऑक्सिजन मिली थी। इसके बाद अदालत ने केंद्र से सवाल किया। केंद्र सरकार ने कहा कि ऑक्सिजन की आपूर्ति में कमी का एक कारण यह भी है कि दिल्ली सरकार तरल ऑक्सिजन को लेने के लिए टैंकर मुहैया नहीं करा रही है। दिल्ली सरकार के वकील बोले- हम औद्योगिक राज्य नहीं, हमारे पास टैंकर नहीं दिल्ली सरकार की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील राहुल मेहरा ने अदालत को बताया कि दिल्ली औद्योगिक राज्य नहीं है और उसकी ऐसे टैंकरों तक पहुंच नहीं है। केंद्र की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि अलग-अलग राज्य मौजूदा टैंकरों में बदलाव कर उनमें ऑक्सिजन का भंडारण करने का इंतजाम कर रहे हैं या अन्य स्रोतो से टैंकरों को हासिल कर रहे हैं। दिल्ली सरकार को इस दिशा में कोशिश करनी चाहिए। हाई कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा- टैंकरों के लिए क्या कोशिशें की हैं सुनवाई के दौरान, अदालत ने दिल्ली सरकार के अधिकारियों से भी सवाल किया कि उन्होंने केंद्र की तरफ से राष्ट्रीय राजधानी को आवंटित ऑक्सिजन की आपूर्ति हासिल करने के लिए टैंकरों को प्राप्त करने की खातिर क्या कोशिशें की हैं? अदालत ने दिल्ली सरकार से टैंकरों को प्राप्त करने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया और कहा कि उसे यह पूरी तरह से केंद्र सरकार पर नहीं छोड़ना चाहिए। फिर से अलॉटमेंट पर करें विचार, दिल्ली को नजदीकी प्लांट से मिले ऑक्सिजन: कोर्ट बेंच ने कहा कि केंद्र और दिल्ली सरकार को इस मुद्दे पर मिलकर काम करना चाहिए। अदालत ने दिल्ली सरकार से ऑक्सिजन के लिए राष्ट्रीय आवंटन योजना पर विचार करने और इस पर फिर से काम करने के लिए सुझाव देने को कहा ताकि राष्ट्रीय राजधानी को आसपास के प्लांट्स से ऑक्सिजन हासिल हो पाए।

Look How Far Weave Come


At Home New York TimesBy BY ANDREW DORE AND ROBERT VINLUAN Via NYT To WORLD NEWS

Corrections: April 25, 2021


Corrections New York TimesBy Unknown Author Via NYT To WORLD NEWS

जंगी साजोसामान छोड़ यूक्रेन बॉर्डर से पीछे लौट रही रूसी सेना का वीडियो वायरल, क्या टल गया युद्ध?


क्रीमिया में युद्धाभ्यास को खत्म करने के बाद रूसी सेना तेजी से अपने-अपने बैरकों में लौट रही है। जिसके बाद यूक्रेन बॉर्डर पर बने जंग के हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय क्रीमिया से वापस लौटती सेना का वीडियो जारी कर कहा है कि जल्द ही अतिरिक्त टुकड़ियां अपने स्थायी बेस पर लौट जाएंगी। इन वीडियो में रूसी सेना के ट्रक और बख्तरबंद वाहन हाईवे पर तेजी से चलते दिख रहे हैं।

रूसी रक्षा मंत्री ने मिलिट्री ड्रिल खत्म होने का किया ऐलान
बताया जा रहा है कि मिलिट्री ड्रिल्स को देखने के बाद रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने क्रीमिया और पश्चिमी रूस में जारी युद्धाभ्यास के खत्म करने का ऐलान किया। उन्होंने रूसी सेना को अपने स्थायी ठिकानों पर वापस लौटने का निर्देश भी दिया है। सर्गेई शोइगू ने कहा कि मैंने अपनी सेना की तैयारियों को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हो गया हूं। सैनिकों ने देश की रक्षा करने की अपनी क्षमता दिखाई है और मैंने दक्षिण और पश्चिमी सैन्य जिलों में अभ्यास पूरा करने का फैसला किया है।

जंगी हथियारों को सीमा से नहीं हटाएगा रूस
शोइगु ने कहा कि सैनिकों को 1 मई तक अपने ठिकानों पर लौट जाना चाहिए, लेकिन उन्होंने इस साल के अंत में एक और बड़े सैन्य अभ्यास के लिए ड्रिल के हिस्से के रूप में पश्चिमी रूस में तैनात भारी हथियारों को रखने का आदेश दिया। शोइगु ने कहा कि हमारी सेना के कई हथियार और जंगी साजोसामान दक्षिण-पश्चिम वोरोनिश क्षेत्र में पोगोनोवो फायरिंग रेंज में रहेंगे। यह इलाका यूक्रेन की सीमा से 160 किलोमीटर पूर्व में स्थित है।

रूस ने अमेरिका समेत यूरोपीय देशों को दी चेतावनी
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिका समेत यूरोपीय देशों को चेतावनी देते हुए तनाव न भड़काने की सलाह दी थी। रूसी सेना के सैनिकों और हथियारों के यूक्रेन बॉर्डर की तरफ बढ़ते काफिले को देख पूरी दुनिया में दहशत है। वहीं, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के फोन के जवाब में रूस ने दो टूक लहजे में कहा है कि वह अपने देश के अंदर सेना के किसी भी मूवमेंट को करने के लिए स्वतंत्र है।


via WORLD NEWS

Teach Your Kids to Resist Hatred Toward Asians


At Home New York TimesBy BY MICHELLE LEE Via NYT To WORLD NEWS

How to Get Back Into the Job Market


Travel New York TimesBy BY CHARLOTTE COWLES Via NYT To WORLD NEWS

Samstipur Coronavirus News : शाम छह बजे के बाद भी बाजारों में भीड़, DM-SP खुद सड़कों पर उतरे


समस्तीपुर
बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है। उसके बावजूद लोग कोविड नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। कोरोना गाइडलाइन के हिसाब से बिहार में सभी बाजार शाम छह बजे के बाद बंद हो जाएंगे, लेकिन समस्तीपुर में इसका पालन नहीं हो रहा था। इसकी शिकायत लगातार जिले के डीएम को मिल रही थी। शिकायत की जांच के लिए समस्तीपुर डीएम और एसपी खुद ही दलबल के साथ सड़क पर उतर गए।

कोरोना काल में पप्पू यादव ने पटना के निजी अस्पतालों पर लगाया बड़ा आरोप, सरकार से कार्रवाई की मांग

इस दौरान उन्होंने पाया है कि शहर में शाम छह बजे के बाद भी बाजार खुले हुए थे। डीएम-एसपी को सड़कों पर देखकर कुछ लोग खुद ही अपनी दुकान बंद करने लगे। वहीं, कुछ लोगों के ऊपर कार्रवाई भी की गई है। डीएम शशांक शुभंकर शाम सात बजे सड़कों पर उतरे थे। इस दौरान उन्हें शहर में सैकड़ों दुकान खुली मिली है। साथ ही बाजारों में लोगों की भीड़ भी काफी थी।

Coronavirus Crisis Bihar: ऑक्सिजन को लेकर मचे हाहाकार के बीच आई बड़ी खबर, बेगूसराय के इस प्लांट में होगी रोजाना 800 सिलेंडर की रीफिलिंग

यह देखकर कलेक्टर और एसपी दोनों हैरान थे। दोनों अधिकारियों के सामने ही बाजार खचाखच भरे हुए थे। कलेक्टर ने कहा कि नहीं मानने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।


via WORLD NEWS

कोरोना काल में पप्पू यादव ने पटना के निजी अस्पतालों पर लगाया बड़ा आरोप, सरकार से कार्रवाई की मांग


पटना
बिहार में कोरोना से कोहराम है। इस बीच निजी अस्पतालों को लेकर कई खबरें आ रही हैं। निजी अस्पतालों पर आरोप है कि महंगी दवाईयां लिखकर मरीजों का शोषण कर रहे हैं। पूर्व सांसद पप्पू यादव ने इसे लेकर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पटना के कुछ निजी अस्पताल जापानी इंजेक्शन लिख रहे हैं। इसकी कीमत 50 हजार रुपये से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि बिहार में कोरोना से स्थिति बहुत खराब है। सरकारी अस्पतालों में ऑक्सिजन और दवाओं की भारी किल्लत है। इसी का फायदा उठाकर निजी अस्पताल लूटने में लगे हैं।

20 घंटे तक घर में पड़ा रहा कोरोना मरीज का शव, पत्नी और बच्चों की चीत्कार सुन मोहल्ले वालों ने बंद किया दरवाजा

पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कई निजी अस्पतालों पर निशाना साधा जो कि कोविड मरीजों को अपने यहां भर्ती कर रहे हैं और संसाधन नहीं होने के बाद भी लाखों का बिल थमा दे रहे हैं। उन्होंने ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई की मांग की है। पूर्व सांसद ने केंद्र और राज्य सरकार को भी घेरा है।

Coronavirus Crisis Bihar: ऑक्सिजन को लेकर मचे हाहाकार के बीच आई बड़ी खबर, बेगूसराय के इस प्लांट में होगी रोजाना 800 सिलेंडर की रीफिलिंग

उन्होंने कहा कि बिहार ऑक्सिजन की भारी कमी से जूझ रहा है। साथ ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी किल्लत है। सरकार में बैठे लोग लगातार दावा कर रहे हैं लेकिन अस्पतालों में इसके आभाव में मरीज मर रहे हैं। किसी प्रकार की कोई व्यवस्था अस्पतालों में नहीं है।


via WORLD NEWS

Explore Coral Reefs and Enjoy Flower Arrangements Inspired by Art


At Home New York TimesBy BY EMMA GRILLO AND DANYA ISSAWI Via NYT To WORLD NEWS

Virus Fader


Health New York TimesBy Unknown Author Via NYT To WORLD NEWS

Spanish police arrested a man for spreading the coronavirus to 22 people.


World New York TimesBy BY BRYAN PIETSCH Via NYT To WORLD NEWS

Quotation of the Day: As Covid Ravages India, True Toll Is Undercounted


Today’s Paper New York TimesBy Unknown Author Via NYT To WORLD NEWS

Gerrit Cole Outduels Shane Bieber as Yankees Top Cleveland


Sports New York TimesBy BY THE ASSOCIATED PRESS Via NYT To WORLD NEWS

New Zealand hosts 50,000 fans in its largest concert since the pandemic began.


World New York TimesBy BY NATASHA FROST Via NYT To WORLD NEWS

Deputy Shoots Unarmed Man Repeatedly During 911 Call, Officials Say


U.S. New York TimesBy BY ALLYSON WALLER AND MICHAEL LEVENSON Via NYT To WORLD NEWS

How to Watch the Oscars 2021: Date, Time and Streaming


Movies New York TimesBy BY SARAH BAHR Via NYT To WORLD NEWS

Premios Oscar 2021: fecha, hora y transmisiones


en Español New York TimesBy BY SARAH BAHR Via NYT To WORLD NEWS

After Fatal Shooting, North Carolina Sheriff Calls for Release of Video


U.S. New York TimesBy BY GIULIA MCDONNELL NIETO DEL RIO Via NYT To WORLD NEWS

At least 23 people died in a fire at a Baghdad hospital that treated Covid-19 patients.


World New York TimesBy BY THE NEW YORK TIMES Via NYT To WORLD NEWS

Darbhanga News : डीएमसीएच में बुजुर्ग मरीज की मौत, परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों पर किया हमला


दरभंगा
बिहार के अस्पतालों से लगातार हंगामे की खबर आ रही है। डीएमसीएच में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया है। इस दौरान जूनियर डॉक्टरों से बदसलूकी की है। साथ ही अस्पताल में तोड़फोड़ भी की है। स्थिति को संभालने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस के जवान पहुंच गए थे। उसके बाद परिजनों को शांत करवाया गया है।

लंबे समय बाद आरा पहुंचे केंद्रीय मंत्री आरके सिंह, अस्पताल का लिया जायाजा, कहा- ऑक्सीजन की दिक्कत नहीं

दरअसल, बुजुर्ग की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। साथ ही काम कर रहे जूनियर डॉक्टरों के साथ बदतमीजी करने लगे, जिसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने भी गेट बंद कर अपने को काम से अलग कर लिया। इसकी सूचना जैसे ही अस्पताल प्रशसन को मिली आनन फानन में अस्पताल अधीक्षक डाक्टर मणि भूषण शर्मा के साथ एसडीओ सदर राकेश कुमार गुप्ता डीएमसीएच पहुंच कर जूनियर डॉक्टर की बात सुनी। उसके बाद मामले को शांत करवाया।

Bihar News : कोरोना से हाहाकार के बीच देव सूर्य मंदिर में शादी के लिए उमड़ी भीड़, पुलिस ने खदेड़ा

वहीं, डॉक्टरों ने सुरक्षा को लेकर अपनी मांग रखी है। इसके बाद पदाधिकारियों ने सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस की एक टीम को तैनात किया, जिसके बाद सभी जूनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवा को फिर से बहाल कर दिया।


via WORLD NEWS

Migrant Workers Beaten in Bhind: यूपी लौट रहे प्रवासी मजदूरों को मामूली विवाद पर लाठी-डंडो से पीटा, वीडियो वायरल


भिंड, मध्य प्रदेश
कोरोना और लॉकडाउन का डर झेलते, किसी तरह अपने गांव लौटने की कोशिश करते प्रवासी मजदूरों को क्या-क्या झेलना पड़ रहा है,जरा देखिए इस वीडियो में। वीडियो में कुछ लोग एक शख्स को पीटते नजर आ रहे हैं और ये महिला गुहार लगा रही कि कोई तो बचा लो।लेकिन लाठी-डंडो से लैस ये लोग कोई रहम नहीं खाते और उस शख्स को सड़क पर गिराकर मारते हैं।

दरअसल, ये मामला मध्य प्रदेश के भिंडजिले के गोरमी इलाके का है। मामला ये था कि जयपुर से यूपी के जालौन के लिए चली बालाजी कंपनी की बस इस इलाके से गुजर रही थी। बस में प्रवासी मजदूर सवार थे जो अपने गांव लौट रहे थे। महुआ चौकी के पास मजदूरों की बस को रोका गया और किसी दूसरी बस के यात्रियों को बस में बैठाया जाने लगा। बस में पहले से बैठे लोगों ने इसका विरोध किया। खास तौर पर महिलाओं की सीटों पर युवकों को बैठाए जाने को लेकरखासी बहस हो गई।

बताया जा रहा कि इसके बाद साईं पेट्रोल पंप के पास ड्राइवर ने बस रोक दी। कंडक्टर ने गांव के कुछ लठैतों को बुला लिया।इसके बाद मजदूरों को खींचकर बस से बाहर निकाला गया और सड़क पर पटक पटक कर उन्हें पीटा गया। बीच बचाव कर रहीं महिलाओं तक को नहीं बख्शा गया। मजदूरों का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने अपनी सीट पर दूसरी सवारी को बैठने से मना कर दिया था।

मारपीट का यह वीडियो बस में ही बैठे एक मजदूर ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया। मौके से ही मजदूरों ने डायल 100 को फोन लगाया, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भी कोई कार्यवाही नहीं की। इसके बाद पीड़ित मजदूर गोरमी थाने पहुंचे, लेकिन वहां भी इनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। मारपीट का ये वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और एसपी मनोज सिंह के संज्ञान में आया। तब जाकर केस दर्ज हुआ।

गोरमी थाने में 4 मजदूरों की शिकायत पर से पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। कोरोना और लॉकडाउन के बीच रोजी रोटी छिनने से पहले ही परेशान मजदूरों को ये सब भी झेलना पड़ रहा है।


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In N.Y.C. Jail System, Guards Often Lie About Excessive Force


New York New York TimesBy BY JAN RANSOM Via NYT To WORLD NEWS

General Who Led Myanmar’s Coup Arrives for Regional Talks on the Crisis


World New York TimesBy BY RICHARD C. PADDOCK Via NYT To WORLD NEWS

लंबे समय बाद आरा पहुंचे केंद्रीय मंत्री आरके सिंह, अस्पताल का लिया जायाजा, कहा- ऑक्सीजन की दिक्कत नहीं


आरा
कोरोना महामारी का दंश झेल रहे भोजपुर जिले के सदर अस्पताल का हाल लेने आज स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह आरा पहुंचे। उन्होंने आरा सदर अस्पताल का निरीक्षण किया। कोरोना काल में लंबे अंतराल के बाद आरा पहुंचे मंत्री ने सदर अस्पताल के तमाम वार्ड का जायजा लिया है। अस्पताल प्रशासन को कोविड-19 के मरीजों का हरसंभव ख्याल रखने और उनकी इलाज पर विशेष निगरानी रखने का आदेश दिया है।

Bihar News : कोरोना से हाहाकार के बीच देव सूर्य मंदिर में शादी के लिए उमड़ी भीड़, पुलिस ने खदेड़ा

दरअसल, आरा के स्थानीय सांसद आरके सिंह लंबे समय से अपने क्षेत्र नहीं आए थे। सोशल मीडिया पर इसे लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। उसके बाद केंद्रीय मंत्री आज आरा पहुंचे। उन्होंने जिला और अस्पताल प्रशासन के साथ बैठक कर अस्पताल के हर चीजों का बारीकी से जायजा लिया है। उन्होंने अस्पताल में सभी संसाधनों उपलब्ध कराने की बात कही है।


Bihar Coronavirus Update : पूर्व मध्य रेल के 2251 लोग कोरोना पॉजिटिव, ट्रेनों पर असर नहीं

ऑक्सीजन की कमी के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अभी आरा के सदर अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां किसी दवा और उपकरण की कमी है, जो भी छोटी मोटी चीजें कम पड़ गई हैं, उसको तुरंत उपलब्ध करा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल में मरीजों को कोई समस्या नहीं होगी। वहीं, अस्पताल अधीक्षक की तरफ से जारी फरमान पर मंत्री ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। हम अस्पताल का जायजा लेने पहुंचे हैं। साथ ही पूरी व्यवस्थाओं को देख रहे हैं।


via WORLD NEWS

The Short, Unhappy Life of Europe’s Super League


Sports New York TimesBy BY ANDREW DAS Via NYT To WORLD NEWS