Featured Post

Don’t Travel on Memorial Day Weekend. Try New Restaurants Instead.

Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Tuesday, December 21, 2021

Man Sentenced to 3 Years Over Threats to Journalists and Politicians


U.S. New York TimesBy BY MIKE IVES AND MARIA CRAMER Via NYT To WORLD NEWS

Epidemics: A Force for Life-Changing Innovation


Arts New York TimesBy BY JAMES S. RUSSELL Via NYT To WORLD NEWS

‘Cowboy Bebop’ Beats and the Universe of ‘Dune’: What ‘Arcane’ Is Made of


Arts New York TimesBy BY ELISABETH VINCENTELLI Via NYT To WORLD NEWS

An unvaccinated Texas man’s death may be the first in the U.S. attributed to Omicron.


World New York TimesBy BY ADEEL HASSAN Via NYT To WORLD NEWS

Eric Adams, New York’s incoming mayor, postpones his inauguration ceremony amid the city’s Omicron surge.


World New York TimesBy BY EMMA G. FITZSIMMONS AND JEFFERY C. MAYS Via NYT To WORLD NEWS

बुधवार को समाप्त हो सकता है संसद का शीतकालीन सत्र, हंगामे के बीच ये बिल रहे चर्चा में

नयी दिल्लीसंसद का शीतकालीन सत्र अपने निर्धारित समय से एक दिन पहले बुधवार को संपन्न होने की संभावना है।संसदीय सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि चूंकि अधिकतर सरकारी विधायी कार्य अभी तक संपन्न हो चुका है, मौजूदा सत्र को उसके निर्धारित कार्यक्रम से एक दिन पहले ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित किया जा सकता है। मौजूदा शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू हुआ था और इसके 23 दिसंबर तक चलने का कार्यक्रम था। इस बार की तरह इस बार का संसद सत्र भी हंगामे की भेंट चढ़ा। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन (29 नवंबर) राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले सत्र के दौरान कथित तौर पर किए गए ‘अशोभनीय आचरण’ इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। सासंदों के निलंबन के बाद लगातार विपक्ष सदन में निलंबन रद्द करने की मांग करता रहा मगर सभापति ने निलंबन रद्द नहीं किया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कुछ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने लखीमपुर खीरी मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग करते हुए मंगलवार को यहां मार्च निकाला। विपक्षी दलों के नेताओं एवं सांसदों ने यहां संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने से मार्च शुरू किया और विजय चौक तक गए। इस मार्च में राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक के तिरुचि शिवा, शिवसेना के संजय राउत और कई अन्य नेता शामिल थे। राहुल गांधी ने जोर देकर कहा, ‘किसानों और आम जनता के खिलाफ जो किया जा रहा है, उसको हम स्वीकार नहीं करेंगे।’ द्रमुक के तिरुचि शिवा ने कहा कि अजय मिश्रा को बर्खास्त किए जाने तक विपक्ष की लड़ाई जारी रहेगी। शिवसेना के संजय राउत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘संसद का यह सत्र भले ही खत्म हो जाए, लेकिन लखीमपुर खीरी की लड़ाई चलती रहेगी। पूरे विश्व ने देखा कि मंत्री के पुत्र ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया, लेकिन प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने नहीं देखा।’ उन्होंने कहा, ‘मंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए।’ विपक्षी दल पिछले कई दिनों से यह मांग कर रहे हैं कि अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए और लखीमपुर खीरी मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) की ओर से अदालत में दिए गए आवेदन पर सदन में चर्चा कराई जाए। मार्च निकालने वाले कई विपक्षी नेताओं ने यह भी कहा कि 12 सांसदों का निलंबन रद्द किया जाना चाहिए। उनका दावा है कि इन सांसदों का निलंबन असंवैधानिक है।

Designed to Prepare for Cyberattacks, a Panel Wraps Up Its Work


U.S. New York TimesBy BY JULIAN E. BARNES Via NYT To WORLD NEWS

फ्रांसीसी अधिकारी से विदेश मंत्री जयशंकर की मुलाकात, साइबर सुरक्षा समेत इन अहम मुद्दों पर हुई बातचीत

नई दिल्ली विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को फ्रांस के यूरोप एवं विदेश मामलों के मंत्री के महासचिव फ्रांकवा देलात्रे के साथ वार्ता की, जिसमें द्विपक्षीय मुद्दों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति पर मुख्य रूप से चर्चा हुई। देलात्रे 20 से 22 दिसंबर तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं। फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले के भारत दौरे से पहले यह यात्रा हो रही है। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘फ्रांसीसी महासचिव फ्रांकवा देलात्रे की अगवानी कर खुश हूं। हमारे द्विपक्षीय सहयोग, हिंद-प्रशांत और वैश्विक घटनाक्रमों पर सार्थक चर्चा हुई।’ इससे पहले, ने देलात्रे के साथ विस्तृत वार्ता कर रक्षा और सुरक्षा, अंतरिक्ष, साइबर सुरक्षा और डिजिटल अर्थव्यवथा जैसे क्षेत्रों में सहयोग के लिए संभावना तलाशी। विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंध का जायजा लिया और रक्षा और सुरक्षा, अंतरिक्ष, साइबर सुरक्षा तथा डिजिटल अर्थव्यवस्था, नीली (समुद्री) अर्थव्यवस्था, शिक्षा एवं दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क, ऊर्जा, स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग के लिए संभावना पर चर्चा की।’ श्रृंगला और देलात्रे ने अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति सहित परस्पर हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि वार्ता में भारत और फ्रांस के राजदूत भी शरीक हुए। बैठक में दोनों पक्षों ने बहुध्रुवीय विश्व के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता भी दोहराई। मंत्रालय ने कहा कि यह अनुमान किया गया है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार कोविड-19 महामारी के बावजूद 8.85 अरब डॉलर पहुंच गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों की पूरी क्षमता का दोहन करने के लिए दोनों पक्षों ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौता पर बातचीत फिर से शुरू करने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।’ देलात्रे 21-22 दिसंबर को मुंबई की यात्रा पर हैं।

Rajsamand News: सरकार के 3 साल पर राजसमंद में बुलाई प्रेस वार्ता, सवालों पर भड़के मंत्री उदयलाल आंजना


राजसमंद। राजस्थान की गहलोत सरकार के तीन साल के कार्यकाल पर मंगलवार को राजसमंद में प्रेस वार्ता बुलाई गई। कलेक्ट्री सभागार में आयोजित इस वार्ता में प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना जिला मुख्यालय के साथ सौतेले व्यवहार के सवाल पर भड़क गये। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया के सवाल पर प्रतिक्रिया के दौरान सरकार की उपलब्धियां गिनाने के बजाय विपक्ष पर कटाक्ष करने लगे।

प्रेस वार्ता में कांग्रेस सरकार के विकास कार्यों को बताना था। लेकिन इसी दौरान डीएमएफटी फंड के केवल दो विधानसभा क्षेत्रों में (जहां कांग्रेस विधायक हैं) ही अत्यधिक उपयोग पर सवाल उठा। इसके अलावा डीएमएफटी फंड की बैठक जिला मुख्यालय के बजाय नाथद्वारा में आयोजित करने और राजसमंद के बहुउद्देश्यीय पशु चिकित्सालय को नाथद्वारा मे स्थानांतरित करने को लेकर भी सवाल पूछा गया। इस पर मंत्री उदयलाल आंजना भड़क गये। इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की ओर किसानों के कर्जमाफी की सूची जाहिर करने की बात कही तो वे विपक्ष पर जवाबी हमले में जुट गये। जिससे पूरी प्रेस वार्ता में केवल बहस और सफाई देने का काम ही चलता रहा। जबकि जिला अस्पताल की एक्स रे मशीन को अन्यत्र शिफ्ट करना और जिला आरके अस्पताल मे चिकित्सकों और मेडीकल स्टाफ की कमी पर वे प्रयास करने की बात कहकर वार्ता को ही समाप्त कर चले गये।


via WORLD NEWS

In a Boston Court, a Harsh Spotlight Falls on a Heavyweight of Science


Science New York TimesBy BY ELLEN BARRY Via NYT To WORLD NEWS

इंजीनियर्स कोर में शामिल हुआ बख्तरबंद टोही, भारतीय सेना की बढ़ेगी ताकत

नयी दिल्लीदेश में विकसित अगली पीढ़ी के बख्तरबंद इंजीनियर टोही वाहन (एईआरवी) के पहले सेट को मंगलवार को सेना की इंजीनियर्स कोर में शामिल किया गया।थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने पुणे के पास खड़की में बॉम्बे इंजीनियर ग्रुप (बीईजी) में एक समारोह में वाहनों को शामिल किया और उन्हें झंडी दिखाकर रवाना किया। सेना के बेड़े में इसके शामिल होने से आर्मी की ताकत में और इजाफा होगा। पहले बैच को किया गया शामिलभारतीय थल सेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे ने मंगलवार को पुणे में इंजीनियर्स कोर में स्वदेश में विकसित किए गए अगली पीढ़ी के बख्तरबंद इंजीनियर टोही वाहनों (एईआरवी) के पहले बैच को शामिल किया। पुणे के बॉम्बे इंजीनियरिंग ग्रुप (बीईजी) में हुए कार्यक्रम में सेना अध्यक्ष ने कहा कि इन स्वदेशी उपकरणों और वाहनों से अभियानों में तेजी आएगी और पश्चिमी मोर्चे को इससे विशेष मदद मिलेगी। सीमाएं सुरक्षित होंगी- आर्मी चीफउन्होंने कहा कि इन वाहनों को शामिल करने के साथ ही हमने रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की ओर एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जनरल नरवणे ने कहा कि पश्चिमी सीमा पर तैनात स्ट्राइक कोर और बख्तरबंद संरचनाओं के लिए एईआरवी की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। इस प्लेटफॉर्म से टोही प्रक्रियाओं में तेजी आएगी और हमारी सीमाएं अधिक सुरक्षित हो सकेंगी। इंजीनियरों के साथ साझेदारीउन्होंने कहा, AERV की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी, विशेष रूप से हमारे बख्तरबंद फॉर्मेशन स्ट्राइक कोर के लिए, जो मुख्य रूप से पश्चिमी सीमा पर काम कर रहे हैं... यह प्लेटफॉर्म टोही की प्रक्रिया को गति देगा जो पहले मैन्युअल रूप से किया जाता था। इसका विकास डीआरडीओ और हमारे इंजीनियरों के साथ साझेदारी में किया गया है। यह उपयोगकर्ता और उद्योग के बीच सहयोग का एक बहुत अच्छा उदाहरण है। यह 'मेक इन इंडिया' समाधानों की ओर जाने का एक आदर्श उदाहरण है।