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Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Tuesday, February 15, 2022

Is a troop drawdown meaningful? It is too early to tell, analysts warn.


World New York TimesBy BY MICHAEL SCHWIRTZ Via NYT To WORLD NEWS

गणतंत्र दिवस पर किसान आंदोलन में हुई हिंसा से चर्चा में आए थे दीप सिद्धू, जानें बड़ी बातें

Actor Deep Sidhu Dies in Road Accident in Haryana: पंजाबी ऐक्‍टर (Punjabi Actor Deep Sidhu Dies) थे। लाल किला हिंसा मामले में वह मुख्‍य आरोपी थे। हाल में सिद्धू को तीस हजारी कोर्ट से जमानत मिल गई थी। कोर्ट में सुनवाई के दौरान सिद्धू ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद करार दिया था। करनाल टोल प्‍लाजा के पास एक कार दुर्घटना में सिद्धू (Deep Sidhu Death) की मंगलवार को मौत हो गई। पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले में सिद्धू का जन्म 1984 में एक जाट सिख परिवार में हुआ था। सिद्धू को 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला परिसर में हुई हिंसा के मामले में 9 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। कई प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर चलाते हुए लाल किला पहुंच गए थे। वो ऐतिहासिक स्मारक में प्रवेश कर गए थे। उसकी प्राचीर पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया था। लालकिला हिंसा के सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में पुलिस ने कहा था कि प्रदर्शनकारियों ने दो कांस्टेबलों से 20 कारतूस वाली दो मैग्जीन छीन ली थीं। प्रदर्शनकारियों ने वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था। किसान संगठनों का दावा था कि सिद्धू ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बॉलीवुड अभ‍िनेता सनी देओल के लिए गुरदासपुर में जमकर प्रचार किया था। पिछले साल दिसंबर में देओल ने सिद्धू से दूरी बना ली थी। कुछ वक्त पहले सिद्धू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में सिद्धू सिंघु बॉर्डर पर किसानों संग खड़े थे। वीडियो में वह एक पुलिस अधिकारी से अंग्रेजी में बात करते हुए भी दिखे थे। इस वीडियो के बाद पंजाब के किसानों की पढ़ाई और उनके स्टेटस को लेकर तमाम चर्चाएं भी शुरू हुई थीं। 26 जनवरी के बाद से ही सिद्धू, उनकी पत्नी और करीबी लोगों के मोबाइल नंबरों को पुलिस ने सर्विलांस पर ले रखा था। अंदेशा था कि सिद्धू बिहार के रास्ते नेपाल भागना चाहते थे। स्पेशल सेल को जब उनके करनाल के पास आने का इनपुट मिला तो उन्‍हें वहां ट्रैप लगाकर दबोच लिया गया था। गिरफ्तारी के बाद से ही सिद्धू के समर्थन में सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगी थीं। कैलिफोर्निया नाम के ट्विटर अकाउंट समेत कई अकाउंट से उसे रिहा करने की मांग उठने लगी थी। सिद्धू किसान आंदोलन में लगातार एक्टिव थे। कुछ दिन पहले उन्‍हें 'सिख फॉर जस्टिस' (एसएफजे) के साथ रिश्तों को लेकर एनआईए ने नोटिस भी जारी किया था। गणतंत्र दिवस पर लाल किले में भीड़ को उकसाने के संबंध में दर्ज एक मामले में उनकी तलाश थी।

Unique Marriage in Burhanpur: घोड़ी चढ़ा दूल्हा तो साथ चली दुल्हन, जिसने भी देखा हो गया मुरीद


बुरहानपुरः आपने हमेशा दूल्हे को ही घोड़े पर सवार होकर बारात निकालते हुए देखा होगा, लेकिन बुरहानपुर के शाहपुर में एक बारात ऐसी निकली जिसे देखकर लोग आश्चर्यचकित रह गए। इस बारात में और दूल्हे के साथ दुल्हन भी शामिल थी। दोनों अलग-अलग घोड़ियों पर सवार थे। बेटा-बेटी की समानता का संदेश देने के लिए वर और वधू पक्ष ने यह तरीका निकाला। आम लोग तो इसे देखकर भौंचक्के हुए ही, सीएम शिवराज सिंह चौहान भी इसके मुरीद हो गए। इस अनोखी बारात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।

बुरहानपुर के शाहपुर में रहने वाले अभिषेक की शादी निकिता से हुई तो दोनों ने एक साथ घोड़ी पर चढ़ शादी के मंडप तक पहुंचने का फैसला किया। दोनों के घरवाले राजी हुए तो दूल्हा और दुल्हन अलग-अलग घोड़ियों पर सवार हुए। गाजे-बाजे और नाचते बारातियों के साथ दोनों शादी के मंडप तक पहुंचे। बारात निकालने के इस तरीके के पीछे एक सामाजिक संदेश भी छिपा था। दरअसल, इसके जरिए दोनों ने लड़का और लड़की के बीच समानता का संदेश लोगों को दिया।


via WORLD NEWS

Senate Republicans Move to Stall Critical Vote on Fed Nominees


Business New York TimesBy BY JEANNA SMIALEK AND EMILY COCHRANE Via NYT To WORLD NEWS

द. अफ्रीका-तुर्की फिर रुद्राक्ष का उदाहरण, ह‍िजाब के पक्ष में कैसी-कैसी दलीलें दे रहे हैं वकील कामत!

बेंगलुरु: ह‍िजाब विवाद में छात्राओं की तरफ से लड़ रहे एडवोकेट देवदत्त कामत () ने मंगलवार को कनार्टक हाई कोर्ट (Karnataka high court) में रुद्राक्ष और कई देशों के अलग-अलग मामलों का उदाहरण दिया। उन्‍होंने अपनी दलील में कहा क‍ि ह‍िजाब धार्मिक पहचान न होकर सुरक्षा का बोध कराता है। इसके लिए उन्‍होंने रुद्राक्ष का उदाहरण देते हुए कहा कहा क‍ि कोर्ट में वकील और जज भी ऐसी चीजें पहनकर आते हैं, ह‍िजाब भी ऐसे ही है। मामले में अगली सुनवाई बुधवार 16 फरवरी को फिर होगी। 'जब मैं स्कूल और कॉलेज में था तो रुद्राक्ष पहनता था'छात्राओं की ओर ह‍िजाब के पक्ष में एडवोकेट देवदत्त कामत ने मंगलवार को कई तर्क दिए। उन्‍होंने साउथ अफ्रीका और कनाडा के कई मामलों की बात की। बाद में उन्‍होंने कहा क‍ि जब मैं स्कूल और कॉलेज में था तो रुद्राक्ष पहनता था। यह मेरी धार्मिक पहचान को दिखाने के लिए नहीं था। यह विश्वास का अभ्यास था क्योंकि इसने मुझे सुरक्षा प्रदान की। हम कई न्यायाधीशों और वरिष्ठ वकीलों को भी चीजें पहने हुए देखते हैं। इसका मुकाबला करने के लिए यदि कोई शॉल पहनता है तो आपको यह दिखाना होगा कि यह केवल धार्मिक पहचान का प्रदर्शन है या कुछ और है। यदि इसे हिंदू धर्म हमारे वेदों या उपनिषदों द्वारा अनुमोदित किया गया है तो अदालत इसकी रक्षा करने के लिए बाध्य है। दक्षिण अफ्रीका के नोज पिन केस का उदाहरण कामत ने दक्षिण अफ्रीका में 2004 के सुनाली पिल्ले बनाम डरबन गर्ल्स हाई स्कूल केस का जिक्र किया। जहां स्कूल ने लड़कियों को नाक में नथ पहनने की अनुमति नहीं दी थी। स्कूल का तर्क था कि यह स्कूल के कोड ऑफ कंडक्ट के खिलाफ है। इससे पहले देवदत्त कामत ने कहा था कि सुनवाई मार्च के बाद करें, क्योंकि इस हिजाब विवाद का चुनाव में फायदा लेने की कोशिश हो रही है। इस पर बेंच ने कहा कि ये चुनाव आयोग से जुड़ा मामला है हमसे जुड़ा नहीं। 'हमारा संविधान तुर्की धर्मनिरपेक्षता की तरह नहीं'कामत ने आगे कहा क‍ि मैं इन लड़कियों की ओर से यह नहीं कह रहा हूं कि वे 'समान नियम' को नजरअंदाज कर सकती हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या कुछ लोगों को ड्रेस की कठोरता से छूट दी जानी चाहिए। मैं उस पर हूं। मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि याचिकाकर्ता छात्राओं ने रातों-रात सिर पर दुपट्टा पहनना शुरू नहीं किया था, बल्कि प्रवेश लेने के बाद से इसे पहन रही थीं। वे हमेशा पहनी हुई हैं। अचानक एक सरकारी आदेश जारी किया गया था। हमारा संविधान सकारात्मक धर्मनिरपेक्षता का पालन करता है, तुर्की धर्मनिरपेक्षता की तरह नहीं, वह नकारात्मक धर्मनिरपेक्षता है। हमारी धर्मनिरपेक्षता सुनिश्चित करती है कि सभी के धार्मिक अधिकारों की रक्षा की जाए। यह आदेश वास्तव में मौलिक अधिकारों को निलंबित करता है। कृपया इस अंतरिम आदेश को जारी न रखें। अदालत के आदेशों का हो रहा दुरुपयोगअधिवक्ता मोहम्मद ताहिर ने कहा क‍ि अदालत द्वारा पारित आदेश का राज्य द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा है। मुस्लिम लड़कियों को अपना हिजाब हटाने के लिए मजबूर किया जाता है। गुलबर्गा में सरकारी अधिकारी एक उर्दू स्कूल में गए और शिक्षकों और छात्रों को हिजाब हटाने के लिए मजबूर किया। आदेश का अधिकारियों द्वारा दुरूपयोग किया जा रहा है. मैंने सभी मीडिया रिपोर्ट्स पेश की है। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा क‍ि हम उत्तरदाताओं से इस पर निर्देश प्राप्त करने के लिए कहेंगे।

Deep Sidhu Died: पंजाबी सिंगर दीप सिद्धू की सड़क हादसे में मौत, मंगेतर के साथ स्कॉर्पियों कार में थे सवार


Deep Sidhu:मशहूर पंजाबी सिंगर और एक्टर दीप सिद्धू की बुधवार रात एक सड़क हादसे में मौत (Deep Sidhu Died In Road Accident) हो गई है। कहा जा रहा है कि, ये हादसा सोनीपत के पास हुआ जहां उनकी स्कॉर्पियो कार की टक्कर एक कंटेनर ट्रक से हो गई। जानकारी के अनुसार वे अपनी मंगेतर और कुछ दोस्तों के साथ दिल्ली से पंजाब की ओर जा रहे थे।


via WORLD NEWS