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Don’t Travel on Memorial Day Weekend. Try New Restaurants Instead.

Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Thursday, April 8, 2021

नाइट कर्फ्यू के बाद लॉकडाउन की आशंका में जी रहे लोग, पढ़िए PM मोदी ने क्या कहा

नई दिल्ली देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए फिर से युद्ध स्तर पर काम करना आवश्यक है। उन्होंने राज्यों से कंटेनमेंट जोन्स पर अधिक ध्यान केंद्रित करने और जांच में तेजी लाने को कहा। मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में पीएम मोदी ने नाइट कर्फ्यू का समर्थन किया और दो टूक कहा कि फिलहाल संपूर्ण लॉकडाउन की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्रियों के साथ देश में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने पिछले साल बगैर टीके के कोविड-19 से लड़ाई जीती थी, इसलिए आज भयभीत होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हमने जिस तरह से लड़ाई लड़ी थी, उसी तरह से फिर से लड़ाई जीत सकते हैं।’ मोदी ने कहा, ‘हम जितनी ज्यादा जांच करेंगे उतना सफल होंगे। जांच, संपर्क का पता लगाना, उपचार करना और कोरोना से बचाव संबंधी उपायों का कड़ाई से पालन करना और बेहतर कोविड-19 प्रबंधन पर हमें बल देना है।’ प्रधानमंत्री ने कोरोना संक्रमण में वृद्धि के लिए लोगों की ‘लापरवाही’ और प्रशासनिक अमले की ‘सुस्ती’ को एक बड़ी वजह बताया तथा राज्यों से इसपर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि आज की समीक्षा में कुछ बातें स्पष्ट हैं जिनपर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा, ‘पिछले साल कोरोना की जो सर्वोच्च रफ्तार थी उसे हम इस बार पार कर चुके हैं। इस बार मामलों की वृद्धि दर पहले से भी ज्यादा तेज है। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्य प्रदेश और गुजरात समेत कई राज्य पहली लहर की 'पीक' को भी पार कर चुके हैं। कुछ और राज्य भी इस ओर बढ़ रहे हैं। हम सबके लिए ये चिंता का विषय है। ये एक गंभीर चिंता का विषय है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार लोग पहले की अपेक्षा बहुत अधिक लापरवाह हो गए हैं और अधिकतर राज्यों में प्रशासन भी सुस्त नजर आ रहा है। उन्होंने कहा, ‘ऐसे में कोरोना मामलों की इस अचानक बढ़ोतरी ने मुश्किलें पैदा की हैं। इसके प्रसार को रोकने के लिए फिर से युद्ध स्तर पर काम करना आवश्यक है।’ मोदी ने कहा कि इन तमाम चुनौतियों के बावजूद देश के पास पहले की अपेक्षा बेहतर अनुभव और बेहतर संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा, ‘जनभागीदारी के साथ-साथ हमारे परिश्रमी चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों ने स्थिति को संभालने में बहुत मदद की है और आज भी कर रहे हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पहले हमारे पास न तो मास्क थे और न ही पीपीई किट उपलब्ध थी और न ही संसाधन थे, इसलिए कोरोना से उस समय बचने का एकमात्र साधन लॉकडाउन बचा था और वह रणनीति काम आई।’ उन्होंने कहा, ‘लॉकडाउन के समय का उपयोग करते हुए हमने अपनी क्षमता बढ़ाई और संसाधन विकसित किए। आज हमारे पास संसाधन हैं तो हमारा बल छोटे निषिद्ध क्षेत्रों पर होना चाहिए। हमें इसके परिणाम मिलेंगे। यह मेहनत रंग लाएगी।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार बहुत सारे मामले ऐसे हैं जो बिना लक्षण वाले हैं, इसलिए प्रशासन को अतिसक्रियता दिखाकर जांच में तेजी लानी होगी। उन्होंने कहा, ‘हम जितना ज्यादा चर्चा टीके की करते हैं, उससे ज्यादा फोकस जांच पर करना है। हम जांच को हल्के में ना लें। हर लाल में हमें इसे बढ़ाना होगा और पॉजिटिव रेट पांच प्रतिशत के नीचे लाकर दिखाना होगा।’ मोदी ने कहा कि जिन राज्यों में मामले बढ़ रहे हैं, उन्हें इसके लिए हो रही आलोचनाओं से घबराना नहीं चाहिए। उन्होंने इन राज्यों से भी जांच पर बल देने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘रास्ता तो जांच का ही है। मामले बढ़ने को लेकर किसी राज्य के प्रदर्शन का आकलन उचित नहीं है।’ प्रधानमंत्री ने राज्यों से 70 प्रतिशत आरटी-पीसीआर जांच करने का आग्रह किया और तेजी से हर संपर्क का पता लगाने पर जोर दिया। उन्होंने कोरोना वायरस से होने वाली मृत्यु दर में भी कमी लाने के लिए राज्यों से यथोचित उपाय करने को कहा। पीएम ने कहा, ‘हमें अपने प्रयासों में सुस्ती किसी भी प्रकार से नहीं आने देनी है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने टीकाकरण का जो मानदंड तय किया है, वह दुनिया के समृद्ध देशों से अलग नहीं है। उन्होंने टीकों की बर्बादी रोकने के लिए भी राज्यों को उचित कदम उठाने को कहा। मोदी ने 45 वर्ष से ऊपर के लोगों के शत-प्रतिशत टीकाकरण पर जोर दिया और इसके मद्देनजर 11 अप्रैल को ज्योतिबा फुले की जयंती से लेकर 14 अप्रैल को बाबा साहब अंबेडकर की जयंती तक देश भर में ‘‘टीका उत्सव’’ मनाने का सुझाव दिया। उन्होंने युवाओं से कोविड-19 से बचाव संबंधी उपायों को लेकर अत्यधिक सक्रियता दिखाने का आह्वान किया और 45 साल से ऊपर के लोगों से टीककरण कार्यक्रम में भगीदार बनने का आग्रह किया। मोदी ने कहा, ‘हम जब चरम पर जाकर नीचे आ गए तो हम दोबारा भी आ सकते हैं। दवाई भी और कड़ाई भी के मंत्र का पालन करते रहना होगा। टीकाकरण के बाद मास्क और अन्य उपायों का पालन अनिवार्य है।’ मास्क पहनने को लेकर समाज में आई लापरवाही को कम करने के लिए प्रधानमंत्री ने जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया और राज्यों से इस अभियान में राज्यपालों, नामचीन हस्तियों और चुने हुए प्रतिनिधियों को शामिल करने का आह्वान किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी मुख्यमंत्री अपने-अपने राज्यों में स्थिति को बदलने के लिए आगे आएंगे और कोरोना से जीत हासिल करेंगे। मोदी ने कहा, ‘मुझे पक्का विश्वास है कि इस संकट को हम देखते-देखते पार करके निकल जाएंगे...जैसे आपने पिछली बार करोना को नियंत्रित किया था, इस बार भी कर लेंगे...यह मेरा पक्का विश्वास है। टीकाकरण की व्यवस्था लंबे कालखंड के लिए है जो चलती रहेगी, आज हमें जांच पर बल देना है।’ दरअसल, बुधवार को भारत में एक दिन में कोविड-19 के 1,26,789 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 1,29,28,574 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मामले भी नौ लाख के पार चले गए हैं। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, केरल और पंजाब में कोविड-19 के दैनिक मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और देश में सामने आए संक्रमण के 1,26,789 नए मामलों में से 84.21 प्रतिशत मामले इन 10 राज्यों में हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया कि देश में एक सप्ताह में कोरोना वायरस संक्रमण की दर मार्च और अप्रैल के शुरुआती सात दिनों की क्रमश: 2.19 से 6.21 प्रतिशत बढ़कर 8.40 प्रतिशत हो गई है। भारत में प्रतिदिन कोविड-19 रोधी टीके की औसतन 34,30,502 खुराक दी जा रही हैं, जिसके साथ ही देश रोजाना लगाए जाने वाले टीकों की संख्या के मामले में दुनियाभर में पहले स्थान पर पहुंच गया है। सुबह सात बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार अब तक 13,77,304 सत्रों में कुल 9,01,98,673 टीके लगाए जा चुके हैं।

वैक्सीन पर संग्राम: BJP का पलटवार, महाराष्ट्र सरकार ने बर्बाद की 5 लाख खुराक

नई दिल्ली केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में राज्य सरकार की योजना के अभाव के चलते कोविड-19 टीकों की पांच लाख खुराकें बर्बाद हो गईं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे की तरफ से केंद्र पर वैक्सीन को लेकर सूबे से भेदभाव के आरोपों पर जावड़ेकर ने कहा कि यह तो वही बात हुई कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाले जावड़ेकर ने दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि महाराष्ट्र सरकार के पास टीकों की 23 लाख खुराकें उपलब्ध हैं। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को कहा था कि राज्य में टीकों की कमी के चलते कई टीकाकरण केन्द्र बंद किए जा रहे हैं और राज्य में फिलहाल 14 लाख खुराकें हैं, जो केवल तीन दिन तक चल सकती हैं। गुरुवार को उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र के साथ भेदभाव कर रही है। जावड़ेकर ने कहा, 'मैं स्पष्ट कर दूं कि महाराष्ट्र सरकार के पास टीकों की 23 लाख खुराकें उपलब्ध हैं...जोकि पांच से छह दिन का स्टॉक है। इन्हें गांवों और जिलों में वितरित करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।' केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया, 'महाराष्ट्र सरकार योजना के अभाव के चलते टीकों की पांच लाख खुराकें बर्बाद कर चुकी है। यह मामूली संख्या नहीं है। टीकाकरण अभियान के लिये योजना बनाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।' केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र को पहले जितनी खुराकें आवंटित की थीं, उससे कहीं अधिक खुराकें बाद में उपलब्ध कराई हैं।

150 रुपये घंटा पर कॉम्प्लेक्स में कपल को मिलता है दुकान, पुलिस की छापेमारी से हड़कंप


भिंड
पुलिस ने शहर के बीचोबीच स्थित नेहरू कॉम्पलेक्स में छापेमारी की है। शटर के अंदर कई लड़के और लड़की आपत्तिजनक हालात में मिले हैं। पुलिस को देख कई लोग भाग गए हैं। वहीं, पुलिस तीन लड़के और दो लड़कियों को हिरासत में लिया है। बिल्डिंग के मालिक ने पुलिस के साथ छापेमारी के दौरान बदसलूकी की है। पुलिस ने उस शख्स को हिरासत में लिया है।

एंबुलेंस में कोविड पॉजिटिव को लेकर सड़क पर जूस पीने लगे स्वास्थ्यकर्मी, वीडियो वायरल

दरअसल, भिंड पुलिस को सूचना मिली थी कि शहर के बीचोबीच स्थित नेहरू कॉम्पलेक्स में लड़के-लड़कियों को गलत कार्य करने के लिए स्थान किराए पर उपलब्ध करवाया जाता है। इसी सूचना पर से गुरुवार की शाम को डीएसपी पूनम थापा ने नेहरू कॉम्पलेक्स में छापेमारी की थी। शटर के अंदर कई लड़के-लड़कियां आपत्तिजनक हालत में मिले। पुलिस को देख कर मौके से कई लड़के लड़कियां भाग भी गए। लेकिन इनमें से पुलिस ने तीन लड़के और दो लड़कियों को पकड़ लिया।


via WORLD NEWS

States will see a sharp drop in Johnson & Johnson vaccine deliveries next week.


World New York TimesBy BY REMY TUMIN AND NOAH WEILAND Via NYT To WORLD NEWS

Police Surgeon Says George Floyd Died of Asphyxia


U.S. New York TimesBy BY THE ASSOCIATED PRESS Via NYT To WORLD NEWS

At the Masters, Justin Rose Is an Outlier, and Establishes an Early Lead


Sports New York TimesBy BY BILL PENNINGTON Via NYT To WORLD NEWS

Meet the 5 cabinet members who make up Biden’s infrastructure sales force.


U.S. New York TimesBy BY ANNIE KARNI AND ZOLAN KANNO-YOUNGS Via NYT To WORLD NEWS

NCR आना-जाना है, तो दिल्ली के साथ-साथ इन शहरों का भी कर्फ्यू पास बनवा लें

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा बढ़ते कोरोना वायरस के कहर को कम करने के लिए नोएडा और गाजियाबाद में भी नाइट कर्फ्यू के आदेश जारी कर दिए हैं। रात 10 से सुबह 5 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू रहेगा। कर्फ्यू के नियम गुरुवार रात से शुरू होकर 17 अप्रैल तक प्रभावी रहेंगे। मेडिकल, पैरामेडिकल शिक्षण संस्थान को छोड़कर अन्य सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। घरों से बाहर निकले लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा वरना 500 रुपये का जुर्माना लगेगा। देश की राजधानी दिल्ली में पहले से ही 30 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू लागू है। एनसीआर का अलग से पास बनवा लें दिल्ली वाले दिल्ली पुलिस ने कहा है कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े जिन लोगों को मूवमेंट पास लेकर नाइट कर्फ्यू के दौरान भी आने-जाने की छूट दी गई है, उन्हें अगर दिल्ली से एनसीआर के किसी शहर में आना-जाना है, तो बेहतर होगा कि वे दिल्ली के साथ-साथ इन शहरों की पुलिस या प्रशासन से भी बनवा लें। इससे उन्हें किसी तरह की असुविधा नहीं होगी। दिल्ली के बाद अब एनसीआर के शहरों में भी नाइट कर्फ्यू लागू हो जाने से लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि जिन्होंने दिल्ली से मूवमेंट पास बनवा लिया था, वह पास अब नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव, फरीदाबाद जैसी जगहों पर आने-जाने के लिए मान्य होगा कि नहीं। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिन्मय बिश्वाल के मुताबिक, दिल्ली पुलिस या दिल्ली के जिला प्रशासन की तरफ से जारी किया जाने वाला नाइट कर्फ्यू मूवमेंट पास दिल्ली एरिया में तो पूरी तरह मान्य होगा, लेकिन अगर कोई व्यक्ति एनसीआर के किसी शहर में रहता है और कामकाज के सिलसिले में रात 10 बजे के बाद दिल्ली आता-जाता है या दिल्ली में रहता है और रात 10 बजे के बाद एनसीआर के किसी शहर में आता-जाता है, तो ऐसे में अगर वह दोनों शहरों से मूवमेंट पास बनवा ले, तो बेहतर होगा। इससे दोनों जगह आने-जाने के दौरान कोई असुविधा नहीं होगी। इनको मिलेगी छूट नाइट शिफ्ट के सरकारी/अर्द्ध सरकारी कर्मचारियों, आवश्यक वस्तुओं व सेवाओं से जुड़े निजी क्षेत्र के कर्मचारी भी रात में घर से ऑफिस व ऑफिस से घर आ-जा सकेंगे। जरूरी सेवाएं जैसे भारत सरकार, राज्य सरकार के कर्मचारी, आपातकालीन सेवाएं, पुलिस, जेल, होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा, अग्निशमन, कोषागार कार्यालय, बिजली, पानी, परिवहन, फार्मेसी, दवा कंपनी के कर्मचारी, मरीज, रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट आदि स्थानों पर आवागमन करने वाले लोगों को वैध यात्रा टिकट व जरुरी दस्तावेज दिखाकर मूवमेंट की इजाजत होगी। आईटी से जुड़े लोगों को भी छूट मिलेगी फल, दूध, सब्जी, पेट्रोप पंप कर्मचारी, कोल्ड स्टोरेज, दूरसंचार से जुड़े लोगों को भी छूट दी जाएगी। इसके लिए कोई ई-पास की जरूरत नहीं होगी। मीडिया, टेलीकम्युनिकेशन, इंटरनेट सेवा, ब्रॉडकास्टिंग, केबल सेवा और आईटी से जुड़े लोगों को भी छूट मिलेगी। वो उत्पादन इकाइयां जहां लगातार उत्पादन की आवश्यकता होती है उन कर्मियों को भी छूट रहेगी। टिकट की फोटो भी रखनी होगी नाइट कर्फ्यू के दौरान अगर आप किसी सगे-संबंधी या रिश्तेदार को बस अड्डे, रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट पर छोड़ने जा रहे हैं, तो संबंधित व्यक्ति के टिकट की फोटो मोबाइल में भी रखें। गाजियाबाद में रेस्टोरेंट को 11 बजे तक छूट प्रशासन ने नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक के लिए लगाया है, लेकिन इसमें रेस्टोरेंटों को 1 घंटे का अतिरिक्त समय दिया गया है। वे 11 बजे तक खुल सकेंगे। दरअसल रात 10 बजे के बाद एक अतिरिक्त घंटा रेस्टोरेंट की साफ-सफाई व सैनिटाइजेशन के लिए दिया गया है।

ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर कोर्ट के आदेश पर भड़के ओवैसी, कहा- इतिहास दोहराया जाएगा

नई दिल्ली वाराणसी की एक फास्ट ट्रैक कोर्ट ने काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े मामले में विवादित परिसर के पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने का आदेश दिया है। उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड कोर्ट के इस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती देगा। अब AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी कोर्ट के फैसले की वैधता पर संदेह जताया है। ओवैसी ने आशंका जताई कि एक बार फिर इतिहास दोहराया जाएगा। असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके कहा, इस आदेश की वैधता संदिग्ध है। बाबरी फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि कानून में किसी टाइटल की फाइंडिंग ASI द्वारा पुरातात्विक निष्कर्षों पर आधारित नहीं हो सकती है। ओवैसी ने ASI पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वो हिंदुत्व के हर प्रकार के झूठ के लिए मिडवाइफ की तरह काम कर रही है। कोई भी इससे निष्पक्षता की उम्मीद नहीं करता है। ओवैसी ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और मस्जिद कमेटी को इस आदेश पर तुरंत अपील करना चाहिए और इसपर सुधार करवाना चाहिए। ओवैसी ने कहा कि ASI सिर्फ धोखाधड़ी का पाप करेगी और इतिहास दोहराया जाएगा जैसा बाबरी मामले में हुआ था। वह बोले कि किसी भी व्यक्ति को मस्जिद की प्रकृति बदलने का कोई अधिकार नहीं है। गौरतलब है कि वाराणसी की सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक दीवानी अदालत ने बृहस्पतिवार को काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े मामले में विवादित परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने का आदेश दिया है। अदालत ने इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार को अपने खर्च पर यह सर्वेक्षण कराने का आदेश जारी किया है। मामले के याची वकील विजय शंकर रस्तोगी ने बताया कि इस सर्वेक्षण में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पांच विख्यात पुरातत्व वेत्ताओं को शामिल करने का आदेश दिया गया है जिनमें दो सदस्य अल्पसंख्यक समुदाय के भी होंगे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में दीवानी न्यायालय में उन्होंने स्वयंभू भगवान विश्वेश्वर काशी विश्वनाथ की ओर से वाद मित्र के रूप में आवेदन दिया था। उन्होंने दावा किया कि ज्ञानवापी मस्जिद विश्वेश्वर मंदिर का एक अंश है।

‘Están llegando cantidades enormes’: ante las dificultades en EE. UU. muchos migrantes buscan refugio en México


en Español New York TimesBy BY KIRK SEMPLE Via NYT To WORLD NEWS

With a warning to Democrats, Manchin points the way for Biden’s agenda


U.S. New York TimesBy BY JIM TANKERSLEY AND CARL HULSE Via NYT To WORLD NEWS

कैसे जीतेंगे कोरोना के खिलाफ जंग? भारत के पास सिर्फ 5.5 दिनों का वैक्सीन स्टॉक में

नई दिल्ली देश में कोरोना वायरस का प्रकोप हर गुजरते दिन के साथ बढ़ता जा रहा है। कोरोना से जंग जीतने के लिए वैक्सीनेशन का काम बहुत तेजी से चल रहा है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले डेटा की तुलना करने पर यह बात सामने आई है कि देश में जिस स्पीड से वैक्सीनेशन हो रहा है उसके मुताबिक सिर्फ 5.5 दिनों के लिए वैक्सीन बची है। एक और हफ्ते की अतिरिक्त सप्लाई के लिए वैक्सीन पाइपलाइन में हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह चिंता बढ़ाने वाली खबर है। कुछ राज्यों में तो दो दिन से भी कम का स्टॉक आंध्र प्रदेश और बिहार की बात करें तो यहां का मौजूदा वैक्सीन स्टॉक दो दिन से भी कम है। वहीं, ओडिशा जैसे राज्यों के पास बड़ी मुश्किल से 4 दिनों का स्टॉक है। स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले इस डेटा का विश्लेषण गुरुवार को दोपहर 12.30 बजे तक प्रत्येक राज्य को भेजी गई टोटल डोज, उनकी ओर से पहले इस्तेमाल किए गए डोज, जो डोज पाइपलाइन में हैं और एक अप्रैल से प्रत्येक राज्य की ओर से रोजाना किए जा रहे औसतन वैक्सीनेशन पर आधारित है। आपको बता दें कि एक अप्रैल से 45 साल या उससे ज्यादा की उम्र के हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाई जा रही है। 5.5 दिनों के लिए ही स्टॉक में वैक्सीन पूरे देश की बात करें तो अप्रैल में रोजाना वैक्सीनेशन की दर करीब 3.6 मिलियन डोज प्रतिदिन की रही है। इस हिसाब से वैक्सीन का टोटल स्टॉक 19.6 मिलियन अगले 5.5 दिनों तक ही चल पाएगा। इसके अलावा वैक्सीन की 24.5 मिलियन डोज पाइपलाइन में हैं जो अन्य एक हफ्ते के लिए पर्याप्त होगी, लेकिन अगर वैक्सीनेशन की स्पीड को एक स्टेप भी आगे बढ़ाया गया तो मौजूदा और आने वाला स्टॉक दोनों समाप्त हो जाएगा। आंध्र प्रदेश और बिहार के पास दो दिन का भी स्टॉक नहीं आंध्र प्रदेश के पास वैक्सीन के महज 1.4 लाख डोज हैं जो एक दिन से थोड़ा ज्यादा चलेंगे क्योंकि यहां एक अप्रैल से वैक्सीनेशन की 1.1 लाख डोज रोजाना की है। बाकी उस पर निर्भर करता है कि राज्य के लिए जो 14.6 लाख डोज पाइपलाइन में हैं, वह कितनी जल्दी पहुंचती है। बिहार की भी कमोबेश यही स्थिति है। वहां रोजाना औसतन 1.7 लाख डोज की खपत है जबकि उसके पास महज 2.6 लाख डोज बचे हैं। ऐसे में बिहार में भी वैक्सीनेशन पूरे दो दिन भी नहीं चल पाएगा। इन राज्यों में 4 दिन से भी कम का स्टॉक बीते सप्ताह महाराष्ट्र में सबसे तेजी से कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई गई। यहां रोजाना औसतन 3.9 लाख डोज की खपत है। ऐसे में राज्य के पास जो 15 लाख डोज स्टॉक में है वह 4 दिन के लिए भी पर्याप्त नहीं है। उत्तर प्रदेश (2.5 दिन), उत्तराखंड (2.9 दिन), ओडिशा (3.2 दिन) और मध्य प्रदेश (3.5 दिन) उन राज्यों में शामिल हैं जहां 4 दिन से भी कम का स्टॉक बचा है। महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान को सबसे ज्यादा डोज मिली इस डेटा से पता चलता है कि कुछ राज्य वैक्सीन की कमी से बुरी तरह जूझ रहे हैं। यह विश्लेषण बीते सप्ताह रोजाना होने वाले औसतन वैक्सीनेशन पर आधारित है। जिन राज्यों में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है वो वैक्सीनेशन की स्पीड को और तेज करना चाहते होंगे। ऐसे में आंकड़ें थोड़ा और बदल जाएंगे। जैसे महाराष्ट्र में 2 अप्रैल को वैक्सीन के 5.1 लाख डोज की खपत हुई थी। अगर इस स्पीड पर वैक्सीनेशन चले तो महाराष्ट्र के पास तीन दिन से भी कम का स्टॉक है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान को अबतक कोरोना वैक्सीन की सबसे ज्यादा डोज मिली है।

Toxicologist Challenges Claim of Floyd Overdose


U.S. New York TimesBy BY THE ASSOCIATED PRESS Via NYT To WORLD NEWS

Young Women Are Dropping Out of School and Work. Is Caregiving the Culprit?


U.S. New York TimesBy BY ALISHA HARIDASANI GUPTA Via NYT To WORLD NEWS

Expert Witness Pinpoints Floyd’s Final Breath and Dismisses Talk of Overdose


U.S. New York TimesBy BY SHAILA DEWAN Via NYT To WORLD NEWS

The Divided Mind and Politics of John Boehner


Books New York TimesBy BY JULIAN E. ZELIZER Via NYT To WORLD NEWS

The latest pandemic scam: Fake vaccination cards, sold for as little as $20.


World New York TimesBy BY SHEERA FRENKEL Via NYT To WORLD NEWS

How Trans Children Became a Political Football


Opinion New York TimesBy BY SPENCER BOKAT-LINDELL Via NYT To WORLD NEWS

With Warning to Democrats, Manchin Points the Way for Biden’s Agenda


Business New York TimesBy BY JIM TANKERSLEY AND CARL HULSE Via NYT To WORLD NEWS

Biden’s infrastructure sales force knows its potholes and bridges


U.S. New York TimesBy BY ANNIE KARNI AND ZOLAN KANNO-YOUNGS Via NYT To WORLD NEWS

Anne Beatts, Original ‘S.N.L.’ Writer, Dies at 74


Arts New York TimesBy BY NEIL GENZLINGER Via NYT To WORLD NEWS

In New Book, Boehner Says He Regrets Clinton Impeachment


U.S. New York TimesBy BY LUKE BROADWATER Via NYT To WORLD NEWS

Biden’s Infrastructure Sales Force Knows Its Potholes and Bridges


U.S. New York TimesBy BY ANNIE KARNI AND ZOLAN KANNO-YOUNGS Via NYT To WORLD NEWS