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Don’t Travel on Memorial Day Weekend. Try New Restaurants Instead.

Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Friday, December 3, 2021

The Best of Late Night This Week 🌙


Arts New York TimesBy BY TRISH BENDIX Via NYT To WORLD NEWS

The ‘Home Alone’ House Is on Airbnb. Sort Of.


Business New York TimesBy BY JOHNNY DIAZ Via NYT To WORLD NEWS

Iran Nuclear Talks Head for Collapse Unless Tehran Shifts, Europeans Say


World New York TimesBy BY STEVEN ERLANGER Via NYT To WORLD NEWS

Omicron is spreading more than twice as quickly as the Delta variant in South Africa, scientists report.


World New York TimesBy BY APOORVA MANDAVILLI AND LYNSEY CHUTEL Via NYT To WORLD NEWS

The Demise of the Old Lady


Sports New York TimesBy BY RORY SMITH Via NYT To WORLD NEWS

A Smoky and Bright Pasta


Food New York TimesBy BY EMILY WEINSTEIN Via NYT To WORLD NEWS

Dr. Rob Davidson on what he is seeing in a low-vaccinated area of rural West Michigan.


Opinion New York TimesBy Unknown Author Via NYT To WORLD NEWS

Fauci and other top U.S. health officials project resolve in fighting the Omicron variant.


World New York TimesBy BY SHARON LAFRANIERE Via NYT To WORLD NEWS

Ansel Elgort and Offset Party During Art Basel


Style New York TimesBy BY DIANA TSUI Via NYT To WORLD NEWS

Kiki for a Cause


Style New York TimesBy BY DENNY LEE Via NYT To WORLD NEWS

वायु प्रदूषण पर सुनवाई की कुछ खबरों से सुप्रीम कोर्ट नाराज, कहा- उसे खलनायक जैसा दिखाया

नयी दिल्लीबढ़ते वायु प्रदूषण पर उच्चतम न्यायालय में चली सुनवाई पर आई कुछ खबरों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि उनमें ऐसा दिखाने की कोशिश की गई जैसे न्यायालय कोई खलनायक हैं जो दिल्ली में स्कूलों को बंद करना चाहते हैं। प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण की अगुवायी वाली विशेष पीठ ने पीड़ा व्यक्त की और कुछ खबरों का हवाला देते हुए कहा कि इरादतन या गैरइरादतन इनमें न्यायाधीशों की छवि खराब की गई। प्रधान न्यायाधीश ने कहा,‘एक बात जो हमने गौर की है वह यह है कि....मैं नहीं जानता कि यह इरादतन है अथवा गैर इरादतन,ऐसा लगता है कि मीडिया के कुछ वर्ग और कुछ लोगों ने ऐसा दिखाने की कोशिश की कि हम खलनायक हैं जो स्कूलों को बंद करने चाहते हैं। आप (दिल्ली सरकार) ने अपने आप फैसला किया। आपने कहा था कि आप कार्यालयों और स्कूलों को बंद करना चाहते हैं। आप लॉकडाउन लगाना चाहते थे और सबकुछ करना चाहते थे,हमने कोई आदेश नहीं दिया। आप आज के समाचारपत्रों को देखिए।’ पीठ में न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति सूर्यकांत भी शामिल थे।पीठ ने कहा,‘कुछ वर्ग ऐसा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं जैसे हम ही नहीं चाहते कि स्कूल खुलें और हमें छात्रों के कल्याण और उनकी शिक्षा पर कोई दिलचस्पी नहीं है।’ दिल्ली सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता ए एम सिंघवी ने कहा,‘ मेरी भी यही शिकायत है...।’ उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए कहा कि एक अंग्रेजी समाचार पत्र में यहां तक कहा गया कि शीर्ष अदालत ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रशासन को अपने हाथों में लेने की भी चेतावनी दी है। पीठ द्वारा पूछे जाने पर सिंघवी ने समाचारपत्र का नाम बताया और कहा कि उसमें खासतौर पर कहा गया है कि सुनवायी आक्रमक लड़ाई थी।प्रधान न्यायाधीश ने कहा,‘आपके पास माध्यम है,आप जा सकते हैं और समझा सकते हैं,हर चीज की निंदा कर सकते हैं और आप जो चाहें वो कर सकते हैंलेकिन हम ये सब नहीं कर सकते। हम कहां जाएं?हमने कहां कहा कि हम प्रशासन अपने हाथ में ले सकते हैं।’ केन्द्र की ओर से पेश सॉलिसीटर जनरल ने कहा कि पीठ ने ऐसा जरा सा भी नहीं कहा और प्रदूषण को लेकर चिंता सभी के लिए थी। पीठ ने कहा,‘हम प्रेस की बोलने और अभिव्यक्ति की आजादी में हस्तक्षेप नहीं कर सकते। हम अधिकार नहीं छीन सकते । वे माइक लेकर कुछ भी बोल सकते हैं। आप एक राजनीतिक दल से हैं और प्रेस सम्मेलन कर सकते हैंलेकिन हम ऐसा नहीं कर सकते। क्या किया जाए।’

वृंदावन में संक्रमित हुए विदेशियों ने तोड़ा था कोविड प्रोटोकॉल...यूपी की टॉप 5 खबरें


बिना वैक्सीन लगवाए यूपी आए थे कोरोना संक्रमित हुए यात्री
उत्तर प्रदेश के वृंदावन में धार्मिक यात्रा पर आए कई अलग-अलग देशों के करीब 8 विदेशी अब तक कोरोना संक्रमित पाए गए। विदेश से आया 60 सदस्यीय दल बिना कोविड टीका के ही धार्मिक यात्रा पर आया था। जिस आश्रम में रुके हुए थे, उस आश्रम में न तो कोरोना का टीका लगवाने का कोई साक्ष्य दे पाए। आश्रम के संचालकों ने सरकारी गाइड लाइंस को दरकिनार कर इन्हें रुकने दिया। स्वास्थ्य विभाग की जांच में यह खुलासा हुआ है।

शादी से गायब बच्ची खेत में बेहोश मिली
यूपी की राजधानी लखनऊ में शादी से अगवा हुई लड़की को बेहोशी की हालत में खेत में बरामद किया गया है। बच्ची के मुंह पर टेप चिपका होने की बात सामने आई है और उसके कपड़े भी अस्त-व्यस्त हालत में मिले हैं। इस मामले में परिवार की ओर से एक युवक पर नशे की हालत में बच्ची को अगवा करने का आरोप लगा है। पुलिस अब इस केस की जांच में जुटी हुई है।

अखिलेश यूपी में फिर कराना चाहते हैं दंगा: BJP
यूपी BJP के चीफ स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की आलोचना करते हुए कहा कि एसपी प्रमुख यूपी में एक बार फिर दंगा कराना चाहते हैं। सिंह ने अखिलेश यादव को चुनाव में पराजित करने का दावा किया और कहा कि बीजेपी इस बार बहुमत से सरकार बनाएगी।

सांसद बोले- अखिलेश सीएम बनने के लायक नहीं
यूपी के बीजेपी सांसद हरीश द्विवेदी ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वो सीएम बनने के योग्य नहीं हैं। हरीश द्विवेदी ने कहा कि मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव को पहली बार सीएम बना दिया था। अगर वो दोबारा इस पद के योग्य होते तो प्रदेश की जनता उन्हें सीएम जरूर बनाती।

लखनऊ में बीच सड़क दारोगा की पिटाई
यूपी की राजधानी लखनऊ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। लखनऊ के निरालानगर इलाके के इस वीडियो में कुछ लोग यूपी पुलिस के एक दारोगा की पिटाई करते नजर आ रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी पर आईपीसी की धारा 323, 504, 506 समेत अन्य मामलों में केस दर्ज हुए हैं।


via WORLD NEWS

Kodi Smit-McPhee on Quiet Confidence, Chronic Pain and ‘The Power of the Dog’


Movies New York TimesBy BY SARAH BAHR Via NYT To WORLD NEWS

The Weekender


Briefing New York TimesBy BY JILLIAN RAYFIELD Via NYT To WORLD NEWS

5 Minutes to Make You Love Classical Music


Arts New York TimesBy BY MAYA SALAM Via NYT To WORLD NEWS

Omicron and Travel: So, Now Do I Need Trip Insurance?


Travel New York TimesBy BY ELAINE GLUSAC Via NYT To WORLD NEWS

Our Most Popular Recipes of 2021


Food New York TimesBy BY MARGAUX LASKEY Via NYT To WORLD NEWS

Lebanese Minister Who Criticized War in Yemen Resigns Under Saudi Pressure


World New York TimesBy BY BEN HUBBARD Via NYT To WORLD NEWS

Taliban Decree an End to Forced Marriages in Afghanistan


World New York TimesBy BY THE ASSOCIATED PRESS Via NYT To WORLD NEWS

मौजूदा वैक्सीन ओमीक्रोन वेरिएंट के खिलाफ कितनी कारगर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दूर किया कंफ्यूजन

नई दिल्ली केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि सार्स-सीओवी-2 के नए वेरिएंट ओमीक्रोन पर मौजूदा टीकों के काम नहीं करने के बारे में कोई साक्ष्य नहीं है। हालांकि कुछ म्यूटेशन वेरिएंट टीकों के प्रभाव को कम कर सकते हैं। मंत्रालय का कहना है कि नए वेरिएंट की ओर से इम्युनिटी को चकमा देने के बारे में साक्ष्य का इंतजार है। मंत्रालय ने कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (एफएक्यू) की एक सूची जारी की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे चिंता पैदा करने वाला स्वरूप बताया है। नए स्वरूप के दो मामले गुरुवार को कर्नाटक में सामने आए हैं। मंत्रालय ने इस सूची के जरिए, मौजूदा टीकों के ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ काम करने से जुड़े प्रश्न के उत्तर में कहा है ‘ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है, जो यह बताता हो कि मौजूदा टीके ओमीक्रोन पर काम नहीं करते हैं,हालांकि स्पाइक जीन पर पाए गये कुछ उत्परिर्वतन मौजूदा टीकों के असर को कम कर सकते हैं। ’ इसमें कहा गया है कि हालांकि एंटीबॉडी के द्वारा टीका सुरक्षा को अपेक्षाकृत बेहतर रूप से संरक्षित रखने की उम्मीद है। इसलिए, टीकों से गंभीर रोग के खिलाफ सुरक्षा मिलने की उम्मीद है और टीकाकरण जरूरी है। कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की संभावना पर मंत्रालय ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के बाहर के देशों से ओमीक्रोन के मामलों का सामने आना बढ़ता जा रहा है और इसकी जो विशेषता है उसके अनुसार इसके भारत सहित अधिक देशों में फैलने की संभावना है। हालांकि, किस स्तर पर मामले बढ़ेंगे और रोग की गंभीरता को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत में टीकाकरण की तीव्र गति और डेल्टा स्वरूप के प्रभाव को देखते हुए इस रोग की गंभीरता कम रहने की उम्मीद है। हालांकि, वैज्ञानिक साक्ष्य अब तक नहीं आए हैं। ’’ क्या मौजूदा नैदानिक पद्धति ओमीक्रोन का पता लगा सकते हैं, इस प्रश्न के उत्तर में मंत्रालय ने कहा कि सार्स-सीओवी-2 के लिए सर्वाधिक स्वीकार्य और बड़े पैमाने पर अपनाई गई जांच आरटी-पीसीआर पद्धति है। मंत्रालय ने कहा, ‘यह पद्धति वायरस में विशेष जीन की पहचान करती है, जैसे कि स्पाइक (एस)जीन आदि। हालांकि, ओमीक्रोन के मामले में स्पाइक जीन अत्यधिक उत्परिवर्तित है।’ मंत्रालय ने कहा, ‘इस खास एस जीन के साथ अन्य जीन का उपयोग आमीक्रोन की नैदानिक विशेषता के तौर पर किया जा सकता है। हालांकि, ओमीक्रोन स्वरूप की अंतिम पुष्टि जीनोमिक सीक्वेंसिंग से करने की जरूरत होगी।’ मंत्रालय ने कहा कि ओमीक्रोन को उसके उत्परिर्वतन, अत्यधिक संक्रामकता और प्रतिरक्षा को चकमा देने को लेकर (डब्ल्यूएचओ द्वारा) चिंता पैदा करने वाला स्वरूप बताया गया है। मंत्रालय ने कहा कि डब्ल्यूएचओ तभी वायरस के किसी स्वरूप को चिंता पैदा करने वाला घोषित करता है, जब वह आकलन कर लेता है कि संक्रमण बढ़ने या जन स्वास्थ्य और सामाजिक उपाय या उपलब्ध जांच, टीके, उपचार की प्रभाव क्षमता घटने की संभावना है। इसने जोर देते हुए कहा पहले की तरह ही एहतियात बरतने और कदम उठाने की जरूरत है। मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है और समय समय पर उपयुक्त दिशानिर्देश जारी कर रही है।

एसी कोच में यात्रा करने वाले पैसेंजर्स की संख्या में 70% की गिरावट, जानें क्या है वजह

नई दिल्ली कोरोना वायरस महामारी की चिंताओं को लेकर वातानुकूलित डिब्बों में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में 2020-21 में 70 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को संसद को सूचित किया। राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि वर्ष 2019-20 के दौरान, वातानुकूलित (एसी) डिब्बों से यात्रा करने वाले यात्रियों में लगभग 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई और वर्ष 2020 में पिछले वर्ष के मुकाबले 70 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2019-20 और वर्ष 2020-21 के दौरान, वातानुकूलित (एसी) कोचों में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या क्रमशः 18.1 करोड़ और 4.9 करोड़ थी, जो अपने पिछले वर्ष की तुलना में (+3.92%) अधिक और (-73.23%) कम है।'