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Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Friday, November 27, 2020

PM Virus fader update


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पीएम मोदी कर रहे कोरोना वैक्सीन की तैयारियों की समीक्षा, जानें किस वैक्सीन पर कहां तक पहुंचा काम

कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का भारत समेत पूरी दुनिया में बेसब्री से इंतजार हो रहा है। इस बीच पीएम मोदी आज कोरोना वैक्सीन के तैयारियों की समीक्षा करने निकले हैं। पीएम मोदी इस समय अहमदाबाद के जायडस बायोटेक पार्क में हैं जहां वहा जायडस कैडिला की वैक्सीन जायकोव-डी की समीक्षा करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी क्रमशः हैदराबाद में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और पुणे के सीरम इंस्टिट्यूट में ऑक्‍सफर्ड-एस्‍ट्राजेनेका की वैक्सीन की भी समीक्षा करेंगे। यहां हम आपको बता रहे हैं कि कौन सी वैक्सीन इस ट्रायल के कौन से चरण में है....

Corona Vaccine Update: पीएम मोदी (PM Modi) कोरोना वैक्सीन की तैयारियों की समीक्षा के लिए अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे के दौरे पर निकले हैं। इन तीनों शहरों के वैक्सीन सेंटर में पीएम मोदी कोरोना वैक्सीन (C0rona Vaccine) की प्रगति का जायजा लेंगे।


पीएम मोदी आज कर रहे कोरोना वैक्सीन की तैयारियों की समीक्षा, जानिए कौन सी वैक्सीन किस ट्रायल में है

कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का भारत समेत पूरी दुनिया में बेसब्री से इंतजार हो रहा है। इस बीच पीएम मोदी आज कोरोना वैक्सीन के तैयारियों की समीक्षा करने निकले हैं। पीएम मोदी इस समय अहमदाबाद के जायडस बायोटेक पार्क में हैं जहां वहा जायडस कैडिला की वैक्सीन जायकोव-डी की समीक्षा करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी क्रमशः हैदराबाद में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और पुणे के सीरम इंस्टिट्यूट में ऑक्‍सफर्ड-एस्‍ट्राजेनेका की वैक्सीन की भी समीक्षा करेंगे। यहां हम आपको बता रहे हैं कि कौन सी वैक्सीन इस ट्रायल के कौन से चरण में है....



कोरोना को रोकने में 90% तक कारगर है ऑक्‍सफर्ड की वैक्‍सीन
कोरोना को रोकने में 90% तक कारगर है ऑक्‍सफर्ड की वैक्‍सीन

ऑक्‍सफर्ड की वैक्‍सीन 'कोविशील्‍ड' से भारत को खासी उम्‍मीदें हैं क्‍योंकि इसके लिए सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) पुणे ने एस्‍ट्राजेनेका से डील की है। SII कोविशील्‍ड की 100 करोड़ डोज तैयार करेगा। भारत सरकार सीरम इंस्टिट्यूट के संपर्क में है और वैक्‍सीन खरीदने को लेकर बातचीत जारी है। सूत्रों के मुताबिक, यह वैक्‍सीन करीब 500-600 रुपये में मिलेगी, लेकिन सरकार के लिए इसकी कीमत आधी हो जाएगी। 'कोविशील्‍ड' न सिर्फ ऑक्‍सफर्ड यूनिवर्सिटी जैसी प्रतिष्ठित रिसर्च संस्‍था ने बनाई है, बल्कि यह 90% तक असरदार भी है। इसको स्‍टोर करने के लिए बहुत कम तापमान की जरूरत नहीं और दाम भी बाकी वैक्‍सीन से कम हैं। वैक्‍सीन के फेज 3 ट्रायल का जो डेटा सामने आया है उसका अंतरिम विश्लेषण बताता है कि ओवरऑल इसकी एफिसेंसी (प्रभावोत्‍पादकता) 70.4% रही है। खास बात यह है कि रिसर्चर्स कह रहे हैं कि डोज की मात्रा बदलने पर वैक्‍सीन और असरदार साबित हो रही है। जब वैक्‍सीन की पहली डोज आधी और दूसरी डोज पूरी रखी गई तब वैक्‍सीन 90% तक असरदार रही।



भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' के तीसरे चरण का ट्रायल एम्स में शुरू
भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' के तीसरे चरण का ट्रायल एम्स में शुरू

भारत बायोटेक की ओर से बनाई जा रही स्वदेशी कोरोना वैक्सीन 'कोवैक्सीन' के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इंसानों पर क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे चरण की शुरुआत हो गई। एम्स के तंत्रिका विज्ञान केंद्र की प्रमुख एमवी पद्मा श्रीवास्तव और तीन अन्य स्वयंसेवकों ने इस वैक्सीन की पहली डोज ली है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ मिलकर भारत बायोटेक ‘कोवैक्सिन’ को विकसित कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि डॉ. श्रीवास्तव को पहला टीका लगाया गया और अगले कुछ दिनों में एम्स में 15 हजार से ज्यादा स्वयंसेवकों को टीका लगाया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि परीक्षण के तहत 0.5 मिलीलीटर की पहली खुराक देने के 28 दिन बाद 0.5 मिलीलीटर की दूसरी खुराक दी जाएगी। तीसरे चरण के तहत 18 वर्ष और उससे ज्यादा की आयु के 28,500 लोगों को विभिन्न केंद्रों पर परीक्षण टीका लगाया जाएगा।



जाइडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन भी है रेस में
जाइडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन भी है रेस में

दवा कम्पनी ‘जाइडस कैडिला’ भी कोरोना वैक्सीन का निर्माण कर रही है और इसने वैक्सीन को 'जायकोव-डी' नाम दिया है। कंपनी ने पहले घोषणा की थी कि कोविड-19 के संभावित टीके का पहले फेज का ट्रायल पूरा हो गया है और दूसरे फेज का ट्रायल अगस्त में शुरू किया गया था। जानकारी के मुताबिक, जाइडस कैडिला का वैक्सीन अगले साल मार्च तक इस्तेमाल के लिए तैयार हो सकता है। बताया जा रहा है कि जाइडस कैडिला 17 करोड़ वैक्सीन बनाने की तैयारी कर रहा है। पीएम मोदी ने शनिवार को जायडस बायोटेक पार्क पहुंचकर वैक्सीन की तैयारियों की समीक्षा भी की।



कोरोना वैक्सीन लोगों तक पहुंचाने के लिए चुनाव जैसी महातैयारी
कोरोना वैक्सीन लोगों तक पहुंचाने के लिए चुनाव जैसी महातैयारी

भारत में लोगों को वैक्सीन दिए जाने की तैयारी की जा रही है। वैसे तो हर देशवासी को कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाए जाने की योजना है, लेकिन सबसे पहले 30 करोड़ लोगों को टीका लगेगा। प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले हेल्‍थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और सीनियर सिटिजंस को वैक्‍सीन देने की तैयारी है। वैक्सीनेशन के लिए नीति आयोग की तरफ सुझाए गए प्‍लान के तहत चुनावों में जिस तरह पोलिंग बूथ बनाए जाते हैं, वैसे ही वैक्सीन बूथ बनाकर लोगों को वैक्सीन मुहैया कराई जाएगी। भारत ने कोरोनावायरस वैक्‍सीन की 60 करोड़ डोज का प्री-ऑर्डर कर दिया है। इसके अलावा एक अरब डोज और पाने के लिए बातचीत चल रही है। भारत में 40 लाख डॉक्टर और नर्स वैक्सीन के काम में लगे हुए हैं। वैक्सीनेशन को पूरा करने के लिए 300 करोड़ डिस्पोजेबल सीरिंज की आवश्कता पड़ेगी।



वैक्सीन बनाने में दुनिया में नंबर 1 है भारत
वैक्सीन बनाने में दुनिया में नंबर 1 है भारत

भारत विश्व में सबसे ज्यादा वैक्सीन मैन्युफैक्चर करता है। मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर किसी वैक्सिनेशन प्रोग्राम को पूरी दुनिया में चलाना है तो यह भारत के बिना संभव नहीं है। यह क्षमता भारत में ही है कि इतने बड़े स्तर पर वैक्सीन तैयार कर सके। जरूरत और आबादी के कारण भारत अमूमन 3 अरब वैक्सीन हर साल तैयार करता है। इसमें से वह 2 अरब वैक्सीन डोज हर साल निर्यात करता है। वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग में भारत कितना आगे हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है हर 3 में एक वैक्सीन मेड इन इंडिया होती है। भारत में वैक्सीन के मास प्रॉडक्शन के कारण यह दूसरे देशों के मुकाबले सस्ता होता है। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) विश्व में सबसे ज्यादा वैक्सीन तैयार करती है। हर साल यह 1.5 अरब डोज वैक्सीन तैयार करती है। आपको बता दें कि SII ऑक्सफर्ड के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' तैयार कर रहा है जो तीन फेज के ट्रायल के बाद करीब 90 फीसदी कारगर पाया गया है।



नागरिकों को मिली लिबर्टी बहुमूल्य संवैधानिक अधिकार: सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली ने कहा है कि क्रिमिनल केस में निष्पक्ष जांच जरूरी है लेकिन अदालतों को सुनिश्चित करना होगा कि किसी नागरिक को प्रताड़ित करने के लिए क्रिमिनल लॉ का इस्तेमाल हथियार के तौर पर न हो। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच ने कहा कि मानवीय लिबर्टी बहुमूल्य संंवैधानिक अधिकार है। हाई कोर्ट को असीम अधिकार मिले हुए हैं ताकि लोगों के संवैधानिक मूल्य और स्वच्छंदता (लिबर्टी) संरक्षित रहे। हाई कोर्ट को लिबर्टी संरक्षित करने के लिए मिले हैं असीम अधिकार सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भारतीय संविधान के तहत मानवीय लिबर्टी महत्वपूर्ण और बहुमूल्य अधिकार है। इसमें संदेह नहीं है कि ये कानून के दायरे में है। सीआरपीसी की धारा-482 के तहत हाई कोर्ट को पावर है कि वह किसी भी कानूनी प्रक्रिया के दुरुपयोग को रोके ताकि न्याय पूर्ण हो सके। हाई कोर्ट को अपने अधिकार का इस्तेमाल करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने जो मंशा जाहिर की है उसके अनुरूप हाई कोर्ट को काम करना चाहिए। हाई कोर्ट को अधिकार है कि वह कानून के गलत इस्तेमाल को रोके। उसे लिबर्टी को संरक्षित रखने के लिए पूर्ण न्याय करना होगा। आजादी के बाद संसद ने हाई कोर्ट के असीम अधिकार को मान्यता दे रखी है ताकि लोगों के संवैधानिक मूल्य और लिबर्टी संरक्षित रहे। संवैधानिक तानेबाने के जरिये लिबर्टी का रिट मिला हुआ है। क्रिमिनल लॉ के गलत इस्तेमाल को देखना कोर्ट का काम...क्रिमिनल लॉ हथियार न बने जस्टिस चंद्रचूड़ ने अपने फैसले में कहा कि निष्पक्ष जांच महत्वपूर्ण है क्योंकि विक्टिम के अधिकार को प्रोटेक्ट करता है। दूसरी तरफ क्रिमिनल लॉ के गलत इस्तेमाल को भी देखना निचली अदालत और हाई कोर्ट का काम है। अदालत को पब्लिक इंस्ट्रेस्ट और सेफगार्ड को हमेशा सजग तरीके से देखना होगा। अपराध की निष्पक्ष जांच जरूरी है लेकिन दूसरी तरफ निचली अदालत, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट को ये सुनिश्चित करना होगा कि क्रिमिनल लॉ हथियार न बने किसी नागरिक को प्रताड़ित करने के लिए। अदालतों को दोनों पहलुओं के लिेए सजग रहना होगा। एक तरफ क्रिमिनल लॉ लागू करना और दूसरी तरफ ये सुनिश्चित करना कि किसी नागरिक का कानून के गलत इस्तेमाल से प्रता़ड़ना न हो। लिबर्टी मानवीय युग के हर स्तर पर होना जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा हर वैसे नागरिक के लिए बंद नहीं हो सकता जो पहली नजर में साबित करे कि सरकार ने क्रिमिनल लॉ का उसके खिलाफ इस्तेमाल हथियार के तौर पर किया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम के रूल में बेल है न कि जेल। कोर्ट की प्राथमिक जिम्मेदारी कि लिबर्टी संरक्षित रहे सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमारी अदालतों को ये सुनिश्चित करना होगा कि जिन्हें भी लिबर्टी से वंचित किया जाता है उनका पहली पंक्ति का डिफेंस अदालत है। लिबर्टी से एक दिन भी वंचित करना एक दिन होता है। हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है कि सभी नागरिकों के लिबर्टी संरक्षित रहें। सुप्रीम कोर्ट ने टीवी जर्नलिस्ट अर्नब गोस्वामी को दी गई अंतरिम राहत को कायम रखते हुए कहा कि जब तक उनकी अर्जी हाई कोर्ट में पेंडिंग है तब तक उन्हें अंतरिम जमानत मिली रहेगी। बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले के चार हफ्ते बाद तक अंतरिम राहत कायम रहेगी। हाई कोर्ट में एफआईआर के खिलाफ अर्नब की अपील पेंडिंग है। अर्नब ने हाई कोर्ट से अंतरिम जमानत नहीं मिलने पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सुप्रीम करो्ट ने 11 नवंबर को अंतरिम जमानत दे दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को उस मामले में विस्तार से आदेश पारित किया है।

देवास भोपाल फोरलेन पर भीषण हादसाः डंपर और टेंपो की टक्कर के बाद धू-धू कर जली गाड़ियां, 3 लोगों की मौत


देवास। शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात करीब 1 बजे देवास-भोपाल फोर लेन पर भीषण सड़क हादसा हुआ। गलत दिशा की ओर जा रहे डंपर व टेंपो की आमने-सामने की टक्कर हो गई। भोरासा थाना के अंतर्गत सिख खेड़ी कंजर नाके के पास भोपाल से इंदौर की तरफ आने वाली टेंपो ट्रेवल्स गाड़ी क्रमांक Mp-13, ta -4070 व गलत दिशा की ओर जा रहे डंपर क्र m.p. 09 hh 7698 की आमने-सामने की भिड़ंत हुई। भिड़ंत से दोनों ही वाहनों में आग लग गई। डंपर चालक मौके से फरार हो गया, लेकिन टेंपो में बैठे तीनों लोग गाड़ी में फंस गए और आग में जलने से उनकी हुई दर्दनाक मौत हो गई। भोरासा पुलिस द्वारा मृतकों के शवो को जिला मुख्यालय स्थित एमजी अस्पताल लाया गया। तीनों मृतक ड्राइवर थे और संभवतः उज्जैन जिले के जीवाजीगंज थाना अंतर्गत पिपलिया नाका क्षेत्र के रहने वाले थे।


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Bombay HC Kangana Verdict: संजय राउत बोले, HC के फैसले पर उछल रहे लोग क्या कंगना के बयानों से सहमत हैं?


ऐक्ट्रेस कंगना रनौत के दफ्तर में हुई तोड़फोड़ के मामले में शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने अपने फैसले में जहां बीएमसी को फटकार लगाई, वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत को भी बयानों में संयम बरतने की नसीहत दी। कोर्ट के फैसले के बाद अब संजय राउत की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि कानूनी मामले पर सिर्फ बीएमसी को बोलने का अधिकार है और इस मामले का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। राउत ने फिर सवाल उठाया कि कंगना ने मुंबई पुलिस को माफिया और मुंबई PoK कहा था। क्या अदालत के आदेश से उत्साहित पार्टियां इससे सहमत हैं? देखिए उनका पूरा बयान


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What to Watch When Mike Tyson Fights Roy Jones Jr.


Sports New York TimesBy BY MORGAN CAMPBELL AND OSKAR GARCIA Via NYT To WORLD NEWS

Los Angeles Bans Almost All Public Gatherings to Stop Virus Surge


U.S. New York TimesBy BY SHAWN HUBLER AND JOHN ISMAY Via NYT To WORLD NEWS

Beijing Takes Its South China Sea Strategy to the Himalayas


World New York TimesBy BY STEVEN LEE MYERS Via NYT To WORLD NEWS

After beating back the virus, officials in East Asia are forced to recalibrate their responses.


World New York TimesBy BY MIKE IVES, TIFFANY MAY, MAKIKO INOUE AND YOUMI KIM Via NYT To WORLD NEWS

अहमदाबाद पहुंचे पीएम मोदी, कोरोना वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लेने पुणे और हैदराबाद का भी दौरा

नई दिल्ली कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) को लेकर कुछ राज्यों के हालात बेहद चिंताजनक हैं। इस बीच (PM Modi) आज अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे का दौरा करेंगे और वहां विकसित किए जा रहे कोविड-19 वैक्सीन से जुड़े कार्यों की समीक्षा करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने यह जानकारी दी है। भारत समेत पूरी दुनिया को (Coronavaccine) का बेसब्री से इंतजार है। अहमदाबाद पहुंचे पीएम मोदी पीएम मोदी अहमदाबाद पहुंच गए हैं और वह थोड़ी देर में अहमदाबाद के पास स्थित प्रमुख दवा कम्पनी 'जाइडस कैडिला' संयंत्र पहुंचेंगे और वहां विकसित किए जा रहे कोविड-19 के टीके के बारे में जानकारी हासिल करेंगे। 'जाइडस कैडिला' का संयंत्र अहमदाबाद शहर के पास चांगोदर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित है। दवा बनाने वाली कंपनी ने पहले घोषणा की थी कि कोविड-19 के संभावित वैक्सीन के पहले फेज का टेस्ट पूरा हो गया है और दूसरे फेज का टेस्ट अगस्त में शुरू किया गया था। एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री सुबह करीब 9.30 बजे यहां पहुंचेंगे। पीएमओ की ओर से किए गए ट्वीट में बताया गया था, 'शनिवार को पीएम नरेन्द्र मोदी टीका विकास और विनिर्माण प्रक्रिया की व्यक्तिगत समीक्षा करने के लिए तीन शहरों की यात्रा पर जाएंगे। वह अहमदाबाद में जाइडस बायोटेक पार्क, हैदराबाद में भारत बायोटेक और पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जायेंगे।' पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इन केन्द्रों का दौरा करेंगे और वह वैज्ञानिकों के साथ चर्चा कर अपने नागरिकों के टीकाकरण के लिए तैयारियों, चुनौतियों और प्रयासों का खाका तैयार करने के संबंध में जानकारी हासिल करेंगे। दोपहर करीब एक बजे हैदराबाद पहुंचेंगे मोदी उन्होंने बताया कि इसके बाद प्रधानमंत्री हैदराबाद जाएंगे जहां वह कोविड-19 का टीका विकसित कर रही कम्पनी 'भारत बायोटेक' के सेंटर का दौरा करेंगे। मोदी हैदराबाद से लगभग 50 किमी दूर 'हकीमपेट वायुसेना अड्डा' पहुंचेंगे, जहां से वह दोपहर करीब 1.30 बजे जीनोम वैली स्थित भारत बायोटेक के सेंटर पहुंचेंगे। 'भारत बायोटेक' की ओर से विकसित किए जा रहे कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे फेज का ट्रायल जारी है। यहां करीब एक घंटे के दौरे के बाद पीएम मोदी पुणे के लिए रवाना होंगे। शाम में 4.30 बजे पुणे के सीरम इंस्टिट्यूट पहुंचेंगे मोदी एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसके बाद मोदी पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) का दौरा करेंगे, जिसने कोविड-19 का टीका विकसित करने के लिए मशहूर दवा कम्पनी 'एस्ट्राजेनेका' और 'ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी' के साथ भागीदारी की है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री दोपहर बाद करीब 4.30 बजे एसआईआई पहुंचेंगे। कोरोना वैक्सीन की समीक्षा के बाद पीएम मोदी शाम में दिल्ली रवाना हो जाएंगे। (न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)

भारत की पहली सी प्लेन सेवा को अस्थायी तौर पर बंद किया गया, पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन

नई दिल्ली ने अहमदाबाद से केवड़िया के लिए में जिस सी प्लेन सेवा की शुरुआत की थी उसे एक महीने से भी कम समय के भीतर ही अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। सी प्लेन में रखरखाव संबंधी दिक्कतों के कारण इस सेवा को अभी अस्थायी रूप से बंद किया गया है। 19 सीटर इस प्लेन को आज मालदीव वापस भेजा जाएगा। पीएम मोदी ने 31 अक्टूबर को सी प्लेन सेवा की शुरुआत की थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 145वीं जयंती के मौके पर 31 अक्टूबर को भारत के पहले सी-प्लेन सेवा का उद्घाटन किया था। केवड़िया में हुए एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी से साबरमती नदी तक चलने वाले इस सी-प्लेन सेवा की शुरुआत की थी। 1500 रुपये है न्यूनतम किराया औपचारिक रूप से सी प्लेन सेवा की शुरुआत 1 नवंबर से हुई थी। केवड़‍िया और अहमदाबाद में वाटरड्रोम पर भी इसके टिकट की व्‍यवस्‍था की गई है। फिलहाल एक व्‍यक्ति के लिए न्‍यूनतम 1,500 रुपये किराया देना पड़ता है। किराया तय सीटों के कोटा के हिसाब से होता है। अधिकतम किराया 4,800 रुपये प्रति व्‍यक्ति रखा गया है। अहमदाबाद में देश की पहली सी प्लेन सेवा शुरू की गई थी साबरमती रिवरफ्रंट से तक सी प्लेन सर्विस देश की पहली ऐसी सर्विस है। इसे सरकार ने उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के तहत शुरू किया था। इस सर्विस का संचालन स्पाइसजेट कंपनी कर रही थी।

कोरोना के बिगड़े हालात पर SC की राज्यों को फटकार, कहा- राजनीति नहीं काम कीजिए

नई दिल्ली कोरोना की बिगड़ी स्थिति को लेकर ने राज्यों को फटकार लगाई है। शुक्रवार को कोर्ट ने निराशा जताते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के लिए राज्यों की तरफ से ठोस उपाय नहीं अपनाए जाने से पिछले तीन हफ्ते में हालात बद से बदतर हो गए हैं। हालांकि केंद्र सरकार ने अपने जवाब में कोर्ट से कहा कि सरकार हालात पर लगातर नजर बनाए हुए है और हालात से निपटने के लिए लगातार गाइडलाइंस भी जारी कर रही है, लेकिन राज्यों की तरफ से इन गाइडलाइंस का ठीक से पालन नहीं किए जाने की वजह से स्थिति यहां पहुंच गई। कोरोना के 77 फीसदी मामले कुल 10 राज्यों में केंद्र ने अपने हलफनामें में सर्वोच्च अदालत को बताया कि 10 राज्यों में कोविड-19 के लगभग 77 फीसदी सक्रिय मामले हैं जबकि कुल सक्रिय मामलों में से 33 फीसदी महाराष्ट्र और केरल के हैं। हलफनामे में कहा गया कि दुनिया के अधिकतर देशों में कोविड-19 के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और भारत की घनी आबादी को देखते हुए देश ने संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने में उल्लेखनीय काम किया है। केंद्र ने कहा कि 24 नवंबर तक भारत में कोविड-19 के 92 लाख मामले थें, जिसमें 4.4 लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं। बीते 8 हफ्तों में रोजाना केसों में करीब 50 फीसदी की कमी आई सरकार ने अपने हलफनामे में कहा, 'हमारी स्वस्थ दर 93.76 फीसदी हो गई है और करीब 86 लाख लोग महामारी से उबर चुके हैं। पिछले 8 हफ्तों में प्रतिदिन के औसतन मामलों में 50 फीसदी की कमी आई है। वर्तमान में केवल दो राज्यों में 50 हजार से अधिक मामले हैं और वे पूरे सक्रिय मामलों का करीब 33 फीसदी हैं।' हलफनामे में बताया गया कि भारत का 'केस फेटलिटी रेट' (सीएफआर) 1.46 फीसदी है जबकि वैश्विक औसत 2.36 फीसदी है। केंद्र ने कहा कि सरकार सीएफआर को कम करने का प्रयास जारी रखेगी और इसे एक फीसदी से नीचे लाएगी और पॉजिटिविटी दर को कम करने के प्रयास तेज करेगी जो वर्तमान में 6.9 फीसदी है। रोजाना औसतन 11 लाख कोरोना टेस्ट हो रहे केंद्र ने कहा, '10 राज्यों में देश में सक्रिय मामलों का 77 फीसदी है। ये राज्य हैं महाराष्ट्र (18.9%), केरल (14.7%), दिल्ली (8.5%), पश्चिम बंगाल (5.7%), कर्नाटक (5.6%), उत्तरप्रदेश (5.4%), राजस्थान (5.5%), छत्तीसगढ़ (5%), हरियाणा (4.7%) और आंध्रप्रदेश (3.1%)।' इसने कहा कि भारत अब प्रतिदिन औसतन 11 लाख नमूनों की जांच कर रहा है और अप्रैल में 6 हजार नमूनों की जांच से बढ़कर यहां तक पहुंचना एक उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी है। केंद्र ने 170 पन्नों का हलफनामा सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया और कहा कि महामारी जिस भयावता से बढ़ी उससे बाध्य होकर विभिन्न देशों ने कड़े कदम उठाए। इसने जीवन के लगभग हर पहलू को प्रभावित किया है और भारत इसका अपवाद नहीं है। राज्यों को राजनीति से ऊपर उठकर काम करना चाहिए जस्टिस अशोक भूषण, आरएस रेड्डी और एमआर शाह की बेंच ने कहा- बीते तीन हफ्तों के दौरान बढ़ते कोरोना केसों के संदर्भ में राज्यों ने कोई ठोस उपाय नहीं किए जिसकी वजह से स्थिति बद से बदतर होती चली गई। राज्यों को राजनीति से ऊपर उठकर स्थिति को सुधारने का काम करना चाहिए। केंद्र सरकार का गाइडलाइंस जारी करके यह कहना कि मास्क पहनिए और सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो कीजिए, ठीक है। लेकिन जमीन पर देखिए कि हो क्या रहा है। लोग या तो मास्क नहीं पहन रहे हैं या फिर गलत ढंग से पहन रहे हैं। हालात को सुधारने के लिए और कड़े कदम उठाए जाने की जरूरत है। राजकोट में 6 कोरोना मरीजों की मौत को कोर्ट ने शॉकिंग कहा सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को गुजरात के राजकोट के एक कोविड अस्पताल में आग लगने की घटना में 6 मरीजों की मौत होने को स्तब्ध कर देने वाली घटना बताया। इस घटना पर नाराजगी जताते हुए न्यायमूर्ति अशोक भूषण की अगुवाई वाली बेंच ने इसे 'स्तब्ध कर देने वाला' करार दिया। शीर्ष अदालत ने कहा कि गुजरात सरकार को जवाबदेह देना चाहिए। बेंच ने कहा कि मामले में सिर्फ जांच और रिपोर्ट नहीं हो सकती। वहीं, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, 'जो लोग जिम्मेदार हैं, उन्हें कठघरे में लाना चाहिए।' सुप्रीम कोर्ट ने कोविड-19 रोगियों के समुचित इलाज और अस्पतालों में शवों की गरिमा को बनाए रखने के संबंध में स्वत: संज्ञान लेकर मामले की सुनवाई के दौरान ये टिप्पणियां कीं। (न्यूज एजेंसी भाषा से इनपुट्स के साथ)

Indore News: गुंडे-माफिया पर प्रशासन की टेढ़ी नजर, 33 अपराधियों को एक साथ किया जिला बदर


इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में गुंडों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। एक ओर जहां नगर निगम उनके अवैध निर्माण ध्वस्त कर रहा है, वहीं अब जिला प्रशासन ने शहर के 33 लिस्टेड गुंडों के खिलाफ जिला बदर की का आदेश जारी कर दिया है। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने साफ़ किया है कि अब शहर में गुंडों के साथ भूमाफियाओं और आपराधिक तत्वों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। इंदौर में एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में गुंडों के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई पहली बार की गई है। ये सभी शहर के लिस्टेड गुंडे हैं और इनके खिलाफ कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से अब गुंडों के साथ ही भूमाफियाओं में भी हड़कंप मचा हुआ है।


via WORLD NEWS

Macron Says Images of French Police Beating Black Man ‘Shame Us’


World New York TimesBy BY THE ASSOCIATED PRESS Via NYT To WORLD NEWS

Says Too Much


Crosswords & Games New York TimesBy BY CAITLIN LOVINGER Via NYT To WORLD NEWS

सुशील मोदी के राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर चिराग पासवान ने साधी चुप्पी, नीतीश-तेजस्वी के बीच बयानबाजी पर बोले- पर्सनल अटैक नहीं करना चाहिए


दिनकर झा, पटना
बिहार की एक राज्यसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी ने सुशील मोदी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। ये सीट एलजेपी संस्थापक रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई है। एलजेपी के बिहार एनडीए से अलग अपने बलबूते विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसले के साथ ही बीजेपी ने इस सीट पर अपना दावा करने का फैसला लिया। इससे पहले पार्टी ने अपने कोटे से ये सीट रामविलास पासवान को दी थी। बीजेपी ने जिस तरह से सुशील मोदी को कैंडिडेट बनाया ये चिराग पासवान के लिए बड़े झटके से कम नहीं है। वहीं, इस पूरे मामले में चिराग पासवान ने चुप्पी साध ली है।

एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान शुक्रवार को पटना पहुंचे। जब उनसे राज्यसभा उपचुनाव में सुशील मोदी की उम्मीदवारी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इस पर कुछ भी नहीं कहा और चुपचाप आगे बढ़ गए। वहीं, किसानों के आंदोलन और बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच हुई बयानबाजी पर एलजेपी अध्यक्ष ने खुलकर अपनी बात रखी। चिराग पासवान ने कहा कि किसी को पर्सनल अटैक नहीं करना चाहिए। दोनों ही तरफ से निजी हमले किए गए। जिस तरह से दोनों की तरफ से मर्यादा लांघी गई वो सही नहीं है।


via WORLD NEWS

Quotation of the Day: Scathing Ruling Sinks President in Pennsylvania


Today’s Paper New York TimesBy Unknown Author Via NYT To WORLD NEWS

Corrections: Nov. 28, 2020


Corrections New York TimesBy Unknown Author Via NYT To WORLD NEWS

Gunmen Assassinate Iran’s Top Nuclear Scientist in Ambush, Provoking New Crisis


World New York TimesBy BY DAVID E. SANGER, ERIC SCHMITT, FARNAZ FASSIHI AND RONEN BERGMAN Via NYT To WORLD NEWS

Los Angeles County, where the virus is surging, urges residents to stay home.


World New York TimesBy BY JOHN ISMAY AND SHAWN HUBLER Via NYT To WORLD NEWS

Border wall fader


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For the World Economy, a Grim Slog Tempered by New Hopes


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Los Angeles County urges residents to stay home and bars gatherings of mixed households.


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MP : MLA के बेटे का नहीं चला रौब, फोन पर महिला पटवारी ने निकाली हेकड़ी, सुनिए पूरी बात


उज्जैन
बड़नगर विधायक के बेटे का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वे सरकारी जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को रोकने पर एक महिला पटवारी को धमकाते सुनाई दे रहे हैं। गलत करने के लिए दबाव बना रहे शख्स खुद को विधायक मुरली मोरवाल का बेटा करण मोरवाल बता रहा है। कथित वायरल ऑडियो में विधायक के बेटे और महिला पटवारी के बीच साढ़े तीन मिनट तक बात हुई है।

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वायरल ऑडियो की पुष्टि नवभारत टाइम्स.कॉम नहीं करता है। मामला शहर की सरकारी जमीन को लेकर है, जिस पर एक व्यक्ति अवैध रूप से मकान बना रहा है। लेकिन महिला पटवारी ने इसके निर्माण को रोक दिया है। वहीं, विधायक का बेटा वायरल ऑडियो में इस पर से रोक हटाने की मांग कर रहा है। पटवारी विधायक पुत्र को नियम और कानून समझाती सुनाई दे रही हैं। साथ ही वह कह रही है कि मैं गलत नहीं होने दूंगी। मैं किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ी हूं। शासन की नौकरी करती हूं।

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अब ऑडियो के वायरल होने के बाद प्रदेश की राजनीति में बवाल मचा हुआ है, क्योंकि जिस जमीन पर मकान बनाने की नसीहत विधायक पुत्र दे रहे हैं, वह जमीन शिशु मंदिर के भवन के लिए आवंटित की गई है। स्कूल के लिए जमीन एसडीएम ने आवंटित किया है, जिस कारण मामले को संघ से जोड़कर भी देखा जा रहा है। विधायक के पुत्र करण मोरवाल युवा कांग्रेस में पदाधिकारी हैं। वहीं महिला पटवारी पूजा परिहार हल्का नंबर 106 फतेहपुर में पदस्थ हैं।

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शासन की नौकरी करती हूं
ऑडियो में पटवारी ने विधायक पुत्र को यह कहकर लताड़ लगाई कि वह किसी दल की नौकरी नहीं कर रही है। वह शासन की नौकरी करती है और वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर कार्रवाई हो रही है। वह एसडीएम कार्यालय में शिकायत के बाद काम रोकने पहुंची थी।


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