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Don’t Travel on Memorial Day Weekend. Try New Restaurants Instead.

Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Monday, November 22, 2021

Brunswick, Ga., has developed a new focus on racial inequality.


U.S. New York TimesBy BY TARIRO MZEZEWA Via NYT To WORLD NEWS

Behind the Powell pick: a bet the economy has room to grow and inflation will fade.


Business New York TimesBy BY JIM TANKERSLEY Via NYT To WORLD NEWS

Who are the Arbery murder defendants?


U.S. New York TimesBy BY SOPHIE KASAKOVE Via NYT To WORLD NEWS

Why is Elizabeth Holmes testifying?


Technology New York TimesBy BY ERIN WOO Via NYT To WORLD NEWS

Hundreds Line Up as Britain’s First Popeyes Opens


Business New York TimesBy BY JENNY GROSS AND CHRIS STANFORD Via NYT To WORLD NEWS

As Covid Sweeps Europe Again, Nations Tighten Rules and Protests Erupt


World New York TimesBy BY STEVEN ERLANGER Via NYT To WORLD NEWS

भारत को महाशक्ति नहीं बनना है... भागवत बोले, सुपरपावर्स ने सिर्फ डंडा चलाया

नई दिल्ली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत को महाशक्ति नहीं, बल्कि विश्व गुरु बनना है। संघ प्रमुख ने कहा कि जो आज महाशक्ति हैं, उन्होंने बस दुनिया पर डंडा चलाया और अपना स्वार्थ सिद्ध किया। भारत को वैसा नहीं बनना है, भारत को विश्व गुरु बनना है। संघ प्रमुख ने भारत विकास परिषद के एक कार्यक्रम में कहा कि सब बातों में हम दुनिया में नंबर वन रहेंगे। लेकिन, सारी दुनिया हमारी जैसी बने इसके लिए हम उन्हें अपने जैसा नहीं बनाएंगे बल्कि वहां के लोग आकर देखें सीखें, तब वह हमारे जैसा बनें। भागवत ने कहा कि सारी दुनिया से लोग यहां आकर चरित्र की शिक्षा लेकर जाएंगे और अपनी भाषा, अपनी पूजा पद्धति, अपने भूगोल के हिसाब से अपने वहां मानवता का काम करेंगे। मोहन भागवत ने कहा कि किसी भी काम में पहले उपेक्षा होती है, विरोध भी होता है। भारत विकास परिषद जैसे काम करता है उसमें विरोध की गुंजाइश कम है। फिर भी इस स्टेज से गुजरना होता है। उसके बाद अनुकूलता आती है। जय-जयकार से उत्साह बढ़ता है लेकिन... भागवत बोले कि अनुकूलता में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जय-जयकार से उत्साह बढ़ता है लेकिन, अहंकार बढ़ने की संभावना भी रहती है। अहंकार मारक होता है। सेवा में अहंकार बिल्कुल नहीं चलता है। अनुकूलता में अहंकार से दूर रहने की चिंता करनी पड़ती है। संघ प्रमुख ने कहा कि सुविधाओं का उपयोग करना चाहिए, पर यह मनुष्य को सुविधाभोगी बना देता है, इसका ध्यान रखना पड़ता है। साथ ही अपना पूर्व चरित्र बार-बार याद करना ठीक रहता है। डायनेमिक्स बदलने का काम भारत का भागवत ने कहा कि गीता में कहा गया है कि जो बड़े लोग हैं, श्रेष्ठ लोग हैं वे जैसा आचरण करते हैं बाकी लोग उसका अनुकरण करते हैं। भारत का प्राण है मनुष्य का विकास यानी विश्व के साथ एकात्मक हो जाएं। उन्होंने कहा कि हमारे आठवीं पीढ़ी के पूर्वज कौन थे का बहुत कम लोग उत्तर दे सकेंगे। लेकिन, स्वामी विवेकानंद को सब लोग जानते हैं। हम उन्हें इसलिए जानते हैं क्योंकि वह अपने लिए नहीं जिए। वह ऐसे जिए कि सारी मानवता के सामने उदाहरण बन गए। उसका उपयोग भी उन्होंने अपने लिए नहीं किया। भागवत ने कहा कि दुनिया में चाह बहुत हैं साधन मर्यादित हैं। इसलिए संघर्ष है। संघर्ष है तो सर्वाइल ऑफ द फिटेस्ट भी है। दुनिया सोचती है कि जितनी आयु है साधनों का अधिकतम उपयोग कर लें। इस डायनेमिक्स को बदलने का काम भारत का भारतवासियों का है। भारत को संपूर्ण दुनिया के अर्थ कामों को नियंत्रित करने वाला धर्म देना है, तब सारी दुनिया सुखी होगी।

चाचा शिवपाल ने भतीजे से मांगीं 100 सीटें, मुलायम के पैर छूकर लिखा भावुक संदेश

इटावा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने सोमवार को एक साथ कई संकेत दे दिए। एक संकेत अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का रहा। लेकिन, इसके लिए उन्होंने जो शर्त रखी है, उस पर अभी चर्चा होनी शेष है। वहीं, सुबह से राजनीतिक हलकों में शिवपाल सिंह यादव के बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर मुलाकात के लिए नहीं पहुंचने की भी खूब चर्चा रही। इस मौके पर उन्होंने एक भावुक संदेश भी लिखा। शिवपाल यादव शाम को भाई मुलायम से मुलाकात करने पहुंचे। उनके पांव छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद यूपी की राजनीति में एक बार फिर चाचा-भतीजा के साथ चुनावी मैदान में उतरने के कयास लगाए जाने लगे हैं। हालांकि, इससे पहले इटावा में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के जन्मदिवस के मौके पर सैफई में शिवपाल ने एक दंगल प्रतियोगिता में भाग लिया। इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता समाजवादी पार्टी के साथ एकजुट होकर 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ना है। इसके लिए उन्होंने 100 सीटों की मांग कर दी है। सत्ता में आने के लिए दोनों दलों को साथ आना जरूरी शिवपाल ने कहा कि वर्ष 2022 में हमें सत्ता में रहना है। पूरा राज्य चाहता है कि दोनों पार्टियां प्रसपा और सपा एक साथ मिलकर चुनाव लड़ें। राज्य के लोगों को इस दिन यानी नेताजी के जन्मदिन के दिन की उम्मीद थी। आज के दिन की आस लगाए बैठे थे, लेकिन नतीजा शून्य रहा। शिवपाल ने कहा कि हम पहले तो आपस मे एका चाहते हैं। एकता में काफी शक्ति होती है। हमने शुरू में ही कहा था कि गठबंधन कर लो, हमारी प्राथमिकता सपा के साथ है। हम चाहते हैं कि जो भी फैसला लेना हो, जल्दी किया जाए। समय कम रह गया है। जल्दी बात हो जाए। झुका फिर भी नहीं लिया गया निर्णय शिवपाल यादव ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर इस मौके पर भी बड़ी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हम दो साल से लगातार कह रहे हैं, एक साथ मिलकर चुनाव लड़ा जाए। प्रदेश के लोग चाहते हैं, एक बड़ा गठबंधन बने। यहां तक कि लोगों ने कहा कि वह (अखिलेश यादव) नहीं झुक रहा है तो तुम ही झुक जाओ। तो मै झुक भी गया, उसकी सारी शर्तें मान ली। मैं चाहता हूं कि वह कैसे भी मुख्यमंत्री बन जाए। दो साल का समय निकल गया, अभी तक उसकी ओर से कोई निर्णय नहीं हुआ है। अब हम चाहते हैं कि जो भी निर्णय हो शीघ्र हो। पार्टी से जुड़े लोगों की हमें चिंता शिवपाल ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे साथ जो लोग जुड़े हैं, जो चुनाव जीतने की स्थिति में हैं, उनको टिकट दिया जाए। अखिलेश चाहे तो सर्वे करा लें, समीक्षा कर लें। हमने तो इतना कहा था कि हमें केवल 100 सीटें दे दो। हमारे साथ जो अन्य दल जुड़े हैं, हम मिलकर चुनाव लड़ लेंगे। हालांकि, सपा अध्यक्ष की ओर से इस संबंध में कोई स्पष्ट बात नहीं कही गई है। पिछले दिनों अखिलेश ने चाचा के साथ गठबंधन के संकेत दिए थे और कहा था कि उन्हें उचित सम्मान मिलेगा। लेकिन, सपा की ओर से सीट बंटवारे पर कोई बात नहीं की गई है। भाई के प्रति दिखाया प्यार शिवपाल यादव ने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के प्रति अपना प्यार दिखाया। उन्होंने भाई के साथ मुलाकात की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए एक शायरी भी लिखी। इसमें वे बड़े भाई के प्रति अपने समर्पण को प्रदर्शित करते दिखे। उन्होंने लिखा कि मैंने वहां भी तुझे मांगा था, जहां लोग सिर्फ खुशियां मांगा करते हैं। आपको जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आप दीर्घायु हों, स्वस्थ रहें व देश और समाज को दिशा दें , ऐसी मंगलकामना। इस संदेश के जरिए शिवपाल एक बड़ा संदेश अखिलेश को देने की कोशिश करते दिखे।

डेटा सुरक्षा: जांच एजेंसियां कानून के दायरे से बाहर, संसदीय समिति की रिपोर्ट स्वीकार

नई दिल्ली करीब दो साल तक चली लंबी चर्चा के बाद निजी डेटा सुरक्षा विधेयक से संबंधित संसद की संयुक्त समिति की रिपोर्ट को सोमवार को स्वीकार कर लिया गया। इसमें उस प्रावधान को बरकरार रखा गया है, जो सरकार को अपनी जांच एजेंसियों को इस प्रस्तावित कानून के दायरे से मुक्त रखने का अधिकार देता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश समेत कई विपक्षी नेताओं ने इस प्रावधान और कुछ अन्य बिंदुओं को लेकर अपनी ओर से असहमति का नोट भी दिया। लोगों के निजी डेटा की सुरक्षा और डेटा सुरक्षा प्राधिकरण की स्थापना के मकसद से यह विधेयक 2019 में लाया गया था। इसके बाद इस विधेयक को छानबीन और आवश्यक सुझावों के लिए इस समिति के पास भेजा गया था। कांग्रेस, TMC, बीजेडी विरोध में कांग्रेस के चार सांसदों, तृणमूल कांग्रेस के दो और बीजू जनता दल (बीजद) के एक सांसद ने समिति की कुछ सिफारिशों को लेकर अपनी असहमति जताई। निजी डेटा सुरक्षा विधेयक के मुताबिक, केंद्र सरकार राष्ट्रीय हित की सुरक्षा, राज्य की सुरक्षा, लोक व्यवस्था और देश की संप्रभुता एवं अखंडता की रक्षा के लिए अपनी एजेंसियों को इस प्रस्तावित कानून के प्रावधानों से छूट दे सकती है। एजेंसियों को छूट देने का विरोध विपक्षी सदस्यों की ओर से मुख्य रूप से इसको लेकर विरोध जताया गया कि केंद्र सरकार को अपनी एजेंसियों को कानून के दायरे से छूट देने के लिए बेहिसाब ताकत दी जा रही है। कुछ विपक्षी सदस्यों ने सुझाव दिया था कि सरकार को अपनी एजेंसियों को छूट देने के लिए संसदीय मंजूरी लेनी चाहिए ताकि व्यापक जवाबदेही हो सके, हालांकि इस सुझाव को स्वीकार नहीं किया गया। माना जा रहा है कि यह विधेयक 29 नवंबर से आरंभ हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध का नया जरिया हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, संसद की संयुक्त समिति ने इस विधेयक को लेकर कुल 93 अनुशंसाएं की हैं और सरकार के कामकाज और लोगों की निजता की सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने का प्रयास हुआ है। समिति का तर्क भी समझिए समिति के प्रमुख पीपी चौधरी ने कहा कि सरकार और उसकी एजेंसियों की डेटा को लेकर प्रक्रिया आगे बढ़ाने से उसी स्थिति में छूट दी गई है, जब इसका उपयोग लोगों के फायदे के लिए हो। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विषयों पर किसी तरह की अनुमति की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘सदस्यों और दूसरे संबंधित पक्षों के साथ गहन विचार-विमर्श के बाद यह रिपोर्ट आई है। मैं सहयोग के लिए सभी सदस्यों का आभार प्रकट करता हूं। इस प्रस्तावित कानून का वैश्विक असर होगा और डेटा सुरक्षा को लेकर अंतरराष्ट्रीय मानक भी तय होंगे।’ जयराम रमेश का असहमति का नोट राज्यसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक जयराम रमेश ने कहा कि उन्हें असहमति का यह विस्तृत नोट देना पड़ा, क्योंकि उनके सुझावों को स्वीकार नहीं किया गया और वह समिति के सदस्यों को मना नहीं सके। तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन और महुआ मोइत्रा ने भी असहमति का नोट दिया। कांग्रेस के अन्य सदस्यों, मनीष तिवारी, गौरव गोगोई और विवेक तन्खा तथा बीजद सांसद अमर पटनायक ने भी असहमति का नोट दिया। समिति की रिपोर्ट में विलंब इसलिए हुआ कि इसकी पूर्व अध्यक्ष मीनाक्षी लेखी को कुछ महीने पहले केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया था। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के सांसद पी. पी. चौधरी को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश ने चौधरी की अध्यक्षता में पिछले चार महीनों में हुए समिति के कामकाज की सराहना की। समिति में शामिल तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने भी असहमति का नोट सौंपा और कहा कि यह विधेयक स्वभाव से ही नुकसान पहुंचाने वाला है। उन्होंने समिति के कामकाज को लेकर भी सवाल किया। सूत्रों के मुताबिक, ओब्रायन और महुआ ने असहमति के नोट में आरोप लगाया कि यह समिति अपनी जिम्मेदारी से विमुख हो गई और संबंधित पक्षों को विचार-विमर्श के लिए पर्याप्त समय एवं अवसर नहीं दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान समिति की कई बैठकें हुईं, जिनमें दिल्ली से बाहर होने के कारण कई सदस्यों के लिए शामिल होना बहुत मुश्किल था। सूत्रों के अनुसार, इन सांसदों ने विधेयक का यह कहते हुए विरोध किया कि इसमें निजता के अधिकार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उचित उपाय नहीं किए गए हैं। राज्यसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक रमेश ने असहमति के नोट में यह भी सुझाव दिया कि विधेयक की सबसे महत्वपूर्ण धारा 35 तथा धारा 12 में संशोधन किया जाए। उन्होंने कहा कि धारा 35 केंद्र सरकार को असीम शक्तियां देती है कि वह किसी भी सरकारी एजेंसी को इस प्रस्तावित कानून के दायरे से बाहर रख दे। रमेश ने कहा कि समिति की रिपोर्ट में निजी क्षेत्र की कंपनियों को नयी डेटा सुरक्षा व्यवस्था के दायरे में आने के लिए दो साल का समय देने का सुझाव दिया है, जबकि सरकारों या उनकी एजेंसियों के लिए ऐसा नहीं किया गया है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने समिति के कामकाज को लेकर इसके प्रमुख चौधरी का धन्यवाद किया और कहा कि वह इस प्रस्तावित कानून के बुनियादी स्वरूप से असहमत हैं और ऐसे में उन्होंने असहमति का विस्तृत नोट सौंपा है। उन्होंने यह दावा भी किया कि यह प्रस्तावित अधिनियम, कानून की कसौटी पर खरा नहीं उतर पाएगा। लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने विधेयक को लेकर कहा कि जासूसी और इससे जुड़े अत्याधुनिक ढांचा स्थापित किए जाने के प्रयास के कारण पैदा हुई चिंताओं पर पूरी तरह ध्यान नहीं दिया गया है।

जेल में राजा जैसे ठाठबाट, बैरक बना था ऑफिस... ऐप से उगाही करता था सुकेश

नई दिल्ली दिल्ली पुलिस ने यहां की एक अदालत में दाखिल अपने आरोपपत्र में कहा है कि ठग रोहिणी जेल के भीतर से कई व्यक्तियों से बड़ी मात्रा में धन उगाही करने के लिए कुछ उन्नत मोबाइल फोन एप्लिकेशन का उपयोग कर रहा था। पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में चंद्रशेखर और उसकी पत्नी एवं अभिनेत्री लीना मारिया पॉल के खिलाफ दाखिल चार्जशीट में यह आरोप लगाया था। पुलिस ने यह आरोपपत्र रैनबैक्सी के पूर्व प्रवर्तक की पत्नी से 200 करोड़ रुपये की ठगी करने के मामले में दाखिल किया था। पुलिस ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश प्रवीण सिंह के समक्ष दाखिल अपनी अंतिम रिपोर्ट में दावा किया कि चंद्रशेखर जेल के अंदर एक ‘राजा’ की तरह रहता था। इसने दावा किया कि वह खुद को उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारी बताकर जबरन वसूली के लिए एक मोबाइल नंबर का उपयोग कर रहा था। अदालत के समक्ष दाखिल आरोपपत्र में कहा गया है, ‘‘अनभिज्ञ यूजर्स की मोबाइल स्क्रीन सरकारी कार्यालयों के लैंडलाइन नंबर और ट्रू-कॉलर मोबाइल एप्लिकेशन के जरिये कुछ उच्च सरकारी अधिकारियों के नाम दिखाती थी।’’ आरोपपत्र के अनुसार, मामले में गिरफ्तार उप जेल अधीक्षक डी एस मीणा, सह-आरोपी दीपक और प्रदीप रमनानी से हर पखवाड़े 60 से 75 लाख रुपये वसूलते थे। यह राशि इसलिए ली जाती थी ताकि चंद्रशेखर की सुरक्षा और सुविधाएं जारी रहें जिससे वह अपना उगाही का रैकेट चलाता रहे। इसके अनुसार राशि जेल अधिकारियों के बीच बांटी जाती थी। मीणा की ओर से पुलिस को दिए गए इकबालिया बयान को उद्धृत करते हुए आरोपपत्र में कहा गया है कि इसमें से करीब 50 लाख रुपये सहायक अधीक्षक (एएस) के ऊपर के अधिकारियों को और 10 लाख रुपये एएस के स्तर से नीचे के अधिकारियों को दिए जाते थे। रहने के लिए एक पूरी बैरकइसमें दावा किया गया कि चंद्रशेखर को रहने के लिए एक पूरी बैरक दी गई थी, जहां वह देर तक काम करता रहता था और सीसीटीवी में उसकी गतिविधियों को रिकॉर्ड करने से रोकने के लिए अपारदर्शी पर्दे लटकाए गए थे। आरोपपत्र में कहा गया है, ‘‘वह एक राजा की तरह जेल में रह रहा था। उसे दी गई सुविधाओं के चलते ऐसा लगता है कि रोहिणी जेल के सभी अधिकारी उसमें शामिल थे। अन्य सभी कैदियों से खाली एक पूरा बैरक उसे दिया गया था। उसने सीसीटीवी कैमरों को भी कवर करवा दिया था। वह एक साल से जबरन वसूली का रैकेट चलाने के लिए अपने मोबाइल का खुलेआम इस्तेमाल कर रहा था।’’ इसमें कहा गया है कि चंद्रशेखर एक शानदार जीवन शैली जीने का शौकीन था और महंगे वाहन पसंद करता था। पुलिस ने उसके फार्महाउस से करीब 20 लग्जरी गाड़ियां जब्त करने का दावा किया है। इसमें कहा गया है कि चंद्रशेखर को उसके अपराधों में सहायता के लिए जेल अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया गया था, जो उन्हें हवाला डीलरों के माध्यम से कम से कम एक करोड़ रुपये प्रति माह भेजता था। इसमें कहा गया है, ‘‘अपराध में सभी स्तरों पर जेल अधिकारियों की संलिप्तता थी।’’ आईफोन 12 प्रो मैक्स बरामदपुलिस ने आगे कहा कि चंद्रशेखर के पास से एक आईफोन 12 प्रो मैक्स और एक सैमसंग मोबाइल बरामद किया गया था और वह एक इजराइली नंबर का इस्तेमाल कर रहा था। आरोपियों पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और आईपीसी के तहत दंडनीय अन्य अपराधों और महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के प्रावधानों के तहत आरोप लगाए गए हैं। कैसे दर्ज हुआ मामला? अदिति सिंह की इस शिकायत पर दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की ओर से दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मामला दर्ज किया गया था कि पिछले साल जून में खुद को कानून मंत्रालय का एक वरिष्ठ अधिकारी बताने वाले एक व्यक्ति ने राशि के बदले उनके पति के लिए जमानत में मदद करने की पेशकश की थी, जो उस समय जेल में थे। ईओडब्ल्यू के अनुसार, चंद्रशेखर और पॉल ने अन्य लोगों के साथ हवाला मार्गों का इस्तेमाल किया और अपराध की आय से अर्जित धन रखने के के लिए मुखौटा कंपनियां बनाईं। पुलिस ने कहा कि एक सहायक जेल अधीक्षक और रोहिणी जेल के उपाधीक्षक सहित कई अधिकारी रैकेट में शामिल पाए गए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। कौन है सुकेश चंद्रशेखर?कर्नाटक के बेंगलुरु से आने वाले सुकेश चंद्रेशखर को अय्याश जिंदगी जीने के शौक ने शातिर ठग बना दिया। वह जवानी की दहलीज पर कदम रखते ही ठगी करने लगा था। बेंगलुरु पुलिस ने जब सुकेश को पहली बार पकड़ा था, तब उसकी उम्र सिर्फ 17 साल थी। केस था कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्‍वामी के बेटे का दोस्‍त बनकर एक परिवार से 1.14 करोड़ रुपये ठगने का। बेंगलुरु में जब उसकी पोल खुलने लगी तो वह चेन्‍नै भाग गया। 2007 के बाद से सुकेश ने लगातार ठिकाने बदले। उसे खूबसूरत घरों और लग्‍जरी गाड़‍ियों का शौक है। वहीं जिनमें से कुछ ईडी ने जब्‍त की हैं। सुकेश ने देश के बड़े शहरों में नामी-गिरामी हस्तियों को अपना शिकार बनाया है। उसका एक नाम 'बालाजी'- भी है। चंद्रशेखर के खिलाफ देशभर में 20 से ज्‍यादा मामले दर्ज हैं। उम्र 31 साल बताई जाती है।

Dewas News: कार वाले बकरी चोर गिरोह का खुलासा, सात लाख की गाड़ी में बैठकर आते थे, बकरियां चुरा कर ले जाते थे


देवास
मध्य प्रदेश में देवास शहर के बाहरी क्षेत्रों अमोना और रसूलपुर में सक्रिय बकरी चोर गिरोह का औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने खुलासा किया है। जिले के कमलापुर निवासी दो चोरों को दबोचकर एक कार सहित चोरी की गई छह बकरे-बकरियां बरामद की गई हैं। दोनों चोर 7 लाख रुपये कीमत की स्विफ्ट कार से चोरी करने आते थे और मौका मिलते ही बकरियों को कार में भरकर रफूचक्कर हो जाते थे। आरोपियों ने अमोना व रसूलपुर में तीन वारदातें कबूली हैं।

बकरी चोरी के मामले उस समय सुर्खियों में आए थे जब करीब 10 दिन पहले पालनगर के आगे नागदा गांव में ग्रामीणों ने कार से बकरी चुराकर भाग रहे दो चोरों को दबोच लिया था और जमकर उनकी पिटाई की थी। पकड़े गए आरोपी इंदौर के निवासी थे। ग्रामीणों वे उन्हें औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस के हवाले किया गया था।


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Live Theater Is Back. But a New Broadway Play Will Stream, Too.


Theater New York TimesBy BY MICHAEL PAULSON Via NYT To WORLD NEWS

Court Urged to Let Jan. 6 Panel See Trump White House Files


U.S. New York TimesBy BY CHARLIE SAVAGE Via NYT To WORLD NEWS

Travis McMichael acted out of a sense of duty, his lawyer argues.


U.S. New York TimesBy BY RICK ROJAS Via NYT To WORLD NEWS

Athenahealth’s $17 billion takeover is the latest private equity megadeal.


Business New York TimesBy BY MICHAEL J. DE LA MERCED Via NYT To WORLD NEWS

Netflix buys a visual effects company in a move to support its global ambitions.


Business New York TimesBy BY NICOLE SPERLING Via NYT To WORLD NEWS

What Happens When It’s Too Late to Get an Abortion


Opinion New York TimesBy BY DIANA GREENE FOSTER Via NYT To WORLD NEWS

Magnus Inc.: The Business of Being World Chess Champion


Sports New York TimesBy BY DYLAN LOEB MCCLAIN Via NYT To WORLD NEWS

Outside the courthouse, supporters of Ahmaud Arbery’s family keep watch.


U.S. New York TimesBy BY TARIRO MZEZEWA Via NYT To WORLD NEWS

त्रिपुरा में TMC नेता गिरफ्तार, पार्टी ने 'बीजेपी के गुंडों' पर लगाया आरोप


टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने आज आरोप लगाया कि बीजेपी चाहती है कि गुंडों और पुलिस की मदद से टीएमसी के कार्यक्रम बंद हो जाएं। सौगत रॉय ने कहा- 'हमें अभी तक (एचएम अमित शाह के साथ) मिलने के लिए समय नहीं मिला है। लोकतंत्र पर यह हमला पिछले 4 महीने से चल रहा है। बीजेपी चाहती है कि गुंडों और पुलिस की मदद से टीएमसी के कार्यक्रम बंद हो जाएं, लेकिन हम लड़ते रहेंगे. वे डरते हैं कि त्रिपुरा उनके पैरों के नीचे से फिसल रहा है।'


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दिल्ली प्रदूषण: हवा सुधरते ही दिल्ली सरकार ने दी बड़ी राहत


दिल्ली की वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार के साथ आज पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा- 'दिल्ली में प्रचलित प्रदूषण अब कम हो रहा है, इसके खिलाफ किए गए विभिन्न उपायों और हवा में बदलाव के कारण। हवा की गति। इसे ध्यान में रखते हुए अब तोड़फोड़ और निर्माण पर लगी रोक को वापस ले लिया गया है, लेकिन कड़ी निगरानी जारी रहेगी। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 14 सूत्री दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वाली किसी भी साइट को बिना सूचना के बंद कर दिया जाएगा और जुर्माना और सख्त कार्यवाही के साथ लगाया जाएगा। हमने डीपीसीसी, राजस्व और एमसीडी के साथ 585 संयुक्त निगरानी दल गठित किए हैं।'


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