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Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS
Wednesday, December 15, 2021
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इशारों ही इशारों में एक-दूजे के हो गए ये युवक-युवती, जयपुर में हुआ 2 मूक-बधिक जोड़ों का अनूठा निकाह
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में दो जोड़ों की अनूठी शादी सुर्खियों में है। ये दोनों जोड़े मूक-बधिर हैं। और उनकी शादी में शामिल हुए हर शख्स की जुबान पर इस अनूठे निकाह के चर्चे हैं। हर कोई कह रहा है कि उन्होंने ऐसी शादी पहली बार देखी है। दरअसल, निकाह के रस्मो-रिवाज से लेकर निकाह के कबूलनामे तक सबकुछ इशारों इशारों में ही हुआ। काजी ने भी दोनों जोड़ों को सांकेतिक भाषा में ही निकाह पढ़ावया। और इसी तरह इशारों इशारों में ही दूल्हा-दुल्हन के एक-दूजे के हो गए।
इस शादी में जो रौनक थी उसमें दूल्हा और दुल्हन के 25 दोस्त भी शुमार थे। साथ पढ़ने वाले मूक बधिर दोस्तों ने ही शादी में काजी को निकाह पढ़ाने में मदद की। उन्होंने इशारों की भाषा समझते-समझाते हुए निकाह पढ़वाया।
इस तरह हुआ निकाह ...कबूल है
निकाह पढ़ाते वक्त जब काजी ने पूछा कि निकाह कबूल है? तो दूल्हे और दुल्हनों ने इशारों में ही 3 बार अंगूठे से कबूल है, कबूल है का इशारा किया। और इस तरह निकाह पूरा हुआ। इस निकाह समारोह में जयपुर के मंसूरी समाज के पंच पटेल भी शामिल हुए। समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब्दुल लतीफ आरको भी दूल्हा-दुल्हन काे आशीर्वाद देने पहुंचे।
बहनें बनीं दुल्हन और भाई बने दूल्हे
इस निकाह समारोह में 2 जोड़े थे और दो ही परिवार भी। दरअसल, दोनों दुल्हनें आपस में सगी बहनें हैं और दोनों दूल्हे आपस में भाई। दोनों भाई 24 साल का आसिफ और 22 साल का आरिफ जयपुर के आनंदीलाल पोद्दार मूक बधिर कॉलेज और स्कूल में स्टूडेंट हैं। वहीं दोनों बहनें 22 साल की अनम मंसूरी और 21 साल की आफरीन मंसूरी भी 10वीं तक पढ़ी लिखी हैं।
पहली बार ऐसी अनूठी शादी
निकाह करवाने वाले मंसूरी पंचायत संस्था के नायब क़ाज़ी सैयद असगर अली का कहना है कि दोनों दूल्हा और दुल्हन मूक बधिर हैं। और सिर्फ इशारों की भाषा ही समझते हैं। हालांकि दोनों दिमागी तौर पर बिल्कुल दुरुस्त हैं। दोनों की शादी का फैसला इनके परिवारों ने किया है। ताकि चारों अपना घर-परिवार बसा सके। क्यों कि चारों पढ़े लिखे हैं और दिमागी तौर पर पूरी तरह सक्षम हैं। ऐसे में ये शादी ऐसे अन्य दिव्यांगों के लिए मिसाल साबित होगी।
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CM चेहरे के सवाल पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा, वसुंधरा राजे 2 बार मुख्यमंत्री रही हैं, हमारी कद्दावर नेता हैं
भरतपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि सम्मेलन के साथ ही आगामी चुनाव का बिगुल बज चुका है। इस सम्मलेन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भले ही मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ने पर मुहर लगा गए हो लेकिन अब भी पार्टी में अगले सीएम चेहरे को लेकर सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस नेताओं की ओर से जहां बीजेपी में एक दर्जन दावेदारों को लेकर तंज कसा जाता रहा है वहीं अब भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की दावेदारी को लेकर नेताओं के बयान आम हैं। ऐसा ही एक बयान पूर्व मंत्री और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का सामने आया है। भरतपुर पहुंचे बीजेपी नेता राठौड़ ने कहा है कि 2 बार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे हमारी कद्दावर नेता है लेकिन सीएम चेहरे पर फैसला आलाकमान के हाथ में है।
राठौड़ ने ऐसा एक सवाल के जवाब में कहा। उनसे पूछा गया कि राजस्थान का सीएम चेहरा कौन होगा? इस पर राठौड़ ने कहा हम सब लोग नरेंद्र माेदी की अगुवाई में चुनाव लड़ेंगे। जब उनसे राजस्थान को लेकर पूछा गया तो उनका जवाब था कि यह कहना अभी अतिश्योक्ति होगी। जब वसुंधरा राजे का नाम लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, वसुंधरा राजे हमारी नेता हैं, दो बार सीएम रही हैं। प्रभावशाली नेता है। उनके शासन में बहुत विकास के काम हुए। हम उनका मान-सम्मान और आदर करते हैं। हालांकि इसी समय राठौड़ ने यह भी कहा कि बीजेपी में इस बात का फैसला संसदीय बोर्ड करता है। हम सब लोग नरेंद्र मोदी के नीचे काम करते हैं और वही हमारा चेहरा।
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Jitanram Manjhi News : 'IAS-IPS अफसर से लेकर बड़े लोग पीते हैं शराब', पूर्व सीएम मांझी की अजब सलाह- घर पर पीएं, दवा के रूप में पीना गलत नहीं
नागेंद्र नारायण, बगहा
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Jitanram Manjhi) ने बिहार के शराबबंदी कानून (Bihar Liquor Ban) को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी नीति में बदलाव होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बड़े-बड़े अधिकारी से लेकर नेता तक रात को 10 बजे बाद शराब पीते हैं। उन्हें कोई गिरफ्तार नहीं करता है। अगर कोई दवा के रूप में थोड़ी शराब लेता है तो कोई गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून की आड़ में गरीबों को पकड़ कर जेल में डाला जाता रहा है, वह गलत है। थोड़ी सी शराब सेवन करने पर जेल भेजना न्याय नहीं है।
जीतनराम मांझी ने इस दौरान गरीबों और मजदूर वर्ग को अजब सलाह दी कि रात में शराब पीने के बाद रोड पर नहीं निकलें। घर पर पीएं और सो जाएं। सुबह में अपना काम करें। मेडिकल साइंस भी कहता है लिमिट में शराब लाभदायक है। हरनाटांड हाईस्कूल में आयोजित सम्मान समारोह के कार्यक्रम में जीतनराम मांझी ये बातें कही है। उन्होंने इस दौरान कहा कि देश में एक समान शिक्षा नीति लागू हो। जापान, भूटान ,अमेरिका में प्राइवेट स्कूल नहीं है। हिंदुस्तान में भी प्राइवेट स्कूल बंद होना चाहिए। बिहार में कॉमन एजुकेशन पॉलिसी लागू होना, प्राइवेट स्कूल बन्द होना चाहिए।
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