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Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Saturday, January 9, 2021

काश! अस्पताल ने मान ली होती बात तो नहीं होती 10 मासूमों की दर्दनाक मौत

मुंबईभंडारा जिला अस्पताल में लगी आग ने 10 मासूमों की जिंदगी ले ली। ऐसी दुखद घटना फिर न हो, इसके लिए सरकार ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों के नवजात कक्ष का ऑडिट करने का आदेश जारी किया है। आग के कारणों का सटीक पता लगाने के लिए राज्य सरकार ने नागपुर अग्नि अभियांत्रिकी महाविद्यालय एवं राज्य विद्युत विभाग के विशेषज्ञ को जिम्मेदारी दी है। बताया गया है कि वोल्टेज का उतार-चढ़ाव हो रहा था, किसी ने ध्यान नहीं दिया। भंडारा के इस अस्पताल में 2015 में बच्चों के लिए यह वॉर्ड खोला गया था और अब इस बात की जांच की जाएगी कि नए भवन की अग्नि संबंधी ऑडिट की गई थी या नहीं। हादसे के बाद अस्पताल में आने वालों का तांता लगा रहा, जिनमें ज्यादातर नेता थे। स्थानीय प्रशासन ने मीडिया को दूर रखने के लिए अस्पताल पहुंचने वाले मार्ग पर अवरोधक लगा दिए थे। भाजपा नेता व राज्य के पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने दावा किया कि आग लगने की घटना में मृत बच्चों के रिश्तेदारों ने पिछले सात दिनों से बिजली के वोल्टेज में हो रहे उतार-चढ़ाव के बारे में अस्पताल प्रशासन को जानकारी दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने आरोप भी लगाया कि अस्पताल के लिए एक करोड़ रुपये के अग्निसुरक्षा उपकरण खरीदने का प्रस्ताव सरकार के प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) एवं स्वास्थ्य निदेशक के पास इस साल मई से लंबित है, लेकिन अब भी वह मंजूरी की बाट जोह रहा है। एनसीपीसीआर ने मांगी रिपोर्टराष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने भंडारा के कलेक्टर को पत्र भेजकर कहा कि इस मामले की जांच की जाए। उन्होंने कहा कि पत्र मिलने के 48 घंटे के भीतर इस मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट और दूसरे जरूरी दस्तावेज आयोग के पास भेजे जाएं। पीएम और राष्ट्रपति ने जताया शोकइस घटना पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति रामना कोविंद समेत दिग्गज नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक जताते हुए कहा- भंडारा में आग लगने की घटना से मुझे गहरा धक्का लगा है। अपने शिशुओं को खोने वाले लोगों के परिवारों के साथ मेरी सहानुभूति है। पीएम मोदी ने कहा- दिल तोड़ने वाली त्रासदी, जहां हमने बहुमूल्य बच्चों के जीवन को खो दिया। मेरे विचार सभी शोक संतृप्त परिवारों के साथ हैं। मुझे उम्मीद है कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे।

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