नई दिल्ली पीएम नरेन्द्र मोदी आज दोपहर 12 बजे किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि योजना () की अगली किस्त भेजेंगे। इसके तहत 9 करोड़ किसानों के खाते में 18000 करोड़ रुपये भेजे जाएंगे। यह पीएम किसान योजना की 7वीं किस्त होगी। इसके अलावा किसान आंदोलन के ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी देश के 6 राज्यों के लाखों किसानों के साथ वर्चुअल चर्चा करने वाले हैं। पीएम किसान की अगली किस्त को लेकर ट्वीट कर दी जानकारी किसानों के खाते में अगली किस्त भेजने को लेकर पीएम मोदी ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'कल का दिन देश के अन्नदाताओं के लिए बेहद अहम है। दोपहर 12 बजे विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 9 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को पीएम-किसान की अगली किस्त जारी करने का सौभाग्य मिलेगा। इस अवसर पर कई राज्यों के किसान भाई-बहनों के साथ बातचीत भी करूंगा।' पीएम किसान योजना के तहत किसानों को 4 महीने पर मिलते हैं 2000 रुपये पीएम किसान योजना के माध्यम से केंद्र की मोदी सरकार किसानों के खातों में हर चार महीने में 2 हजार रुपये की किस्त जमा करती है। एक साल में कुल 6 हजार रुपये किसानों खातों में भेजे जाते हैं। यह योजना 1 दिसंबर, 2018 को लागू हुई थी। यह पैसा सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है। 9 करोड़ किसानों के खाते में 18000 करोड़ रुपये विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में पीएम मोदी 9 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों के खातों में 18 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि ट्रांसफर करेंगे। विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मोदी 6 राज्यों के किसानों से संवाद भी करेंगे और किसान सम्मान निधि और किसानों के कल्याण के लिए सरकार के ओर से उठाए गए अन्य कदमों के बारे में अपने अनुभव साझा करेंगे। किसान आंदोलन के बीच होगा यह कार्यक्रम सरकार ने यह कार्यक्रम ऐसे समय में आयोजित किया है जब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर 40 किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 96वीं जयंती भी है। इस कार्यक्रम के जरिए मोदी सरकार नाराज किसानों को साधने की कोशिश करेगी। नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं किसान संगठन आपको बता दें कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान लगभग एक महीने से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर किसान पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से हैं। विरोध प्रदर्शन कर रहे इन किसानों ने सरकार से साफ कहा है कि जब इन कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है तबतक वे धरने से नहीं हटेंगे।
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