प्लास्टिक बोतलों के ज्यादा इस्तेमाल से पैदा होने वाले कचड़े के खिलाफ गुजरात के सूरत शहर में एक अनोखा जागरूकता अभियान चलाया गया। 'क्लाइमेट कॉन्शियस नेटवर्क' से जुड़े डॉक्टर्स और अन्य वॉलन्टीयर्स ने इस्तेमाल कर फेंके गए 4000 से ज्यादा प्लास्टिक बोतलों से ताप्ती नदी में एक खास संदेश लिखा। बोतलों की मदद से अंग्रेजी में लिखा गया था 'क्या मैं एक कचड़े का डब्बा हूं?' इस अभियान का उद्देश्य लोगों को प्लास्टिक सामान का कम से कम इस्तेमाल करने और नदियों में कचड़ा न फेंकने का संदेश दिया गया।
via WORLD NEWS
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