नई दिल्ली कांग्रेस पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बिहार चुनाव के बाद कांग्रेस में आपसी खींचतान और बढ़ गई है। ऐसे में पार्टी की फजीहत तब और होती है जब कोई नेता कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल खड़े करता है। ताजा मामला कांग्रेस सांसद और असंतुष्टों के समूह G-23 के सदस्य कपिल सिब्बल से जुड़ा है। ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी डेढ़ साल से बिना अध्यक्ष के कैसे काम कर रही है और पार्टी के कार्यकर्ता शिकायत लेकर कहां जाएं। उनके इस बयान पर के बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता ने हमला बोला है। अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि वह (कपिल सिब्बल) हमारे नेता नहीं है जो उनके सभी बयानों पर जवाब दिया जाए। कपिल सिब्बल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि कांग्रेस डेढ़ साल से पार्टी अध्यक्ष के बिना थी क्योंकि ने घोषणा की थी कि वह पार्टी प्रमुख बनने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल तक बिना नेता के कोई पार्टी कैसे काम कर सकती है... कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं जानते कि कहां जाना है।' सिब्बल ने कहा कि हाल के चुनावों से पता चला है कि यूपी जैसे राज्यों के अलावा जहां कांग्रेस की हालत कैसी है। 'गुजरात में कांग्रेस ने खो दीं सभी सीटें' उन्होंने कहा कि हमने गुजरात में सभी आठ सीटें खो दीं। 65% वोट बीजेपी को गए हैं, हालांकि ये सीटें कांग्रेस के दलबदलुओं की ओर से खाली की गई थीं। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के दलबदलुओं के कारण सभी 28 सीटें खाली हो गईं, लेकिन कांग्रेस केवल आठ सीटें जीत पाई। उन्होंने कहा कि जहां बीजेपी के पास एक भी सीट नहीं थी वहां पर हमें एक-एक सीट के लिए लड़ाई लड़नी पड़ी। हमें इसके बारे में कुछ करना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र का किया जिक्र वरिष्ठ वकील ने अफसोस जताया कि उन्होंने जुलाई में एक संसदीय समूह की बैठक में इस मुद्दे को उठाया और फिर 23 पार्टी के नेताओं ने अगस्त में कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखा, लेकिन इस पर कोई चर्चा नहीं हुई और न ही कोई हमारे पास पहुंचा। कपिल सिब्बल पर बोला हमला उधर, कपिल सिब्बल के बयान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी कहा कि कांग्रेस की कार्य करने की एक शैली है, पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर काम हो रहा है, जब यह पूरा हो जाएगा तब उसका ऐलान होगा। कपिल सिब्बल पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि, हमें कपिल सिब्बल की हर बात पर कमेंट करने की जरूरत नहीं है। वह हमारे नेता नहीं हैं।
No comments:
Post a Comment