एक दौर में वायनाड किसान काफी खुशहाल माने जाते हैं, लेकिन 2018 में आई भीषण बाढ़ ने उनकी कमर तोड़कर रख दी है. यहां के किसान कर्ज और गरीबी से जूझ रहे हैं. बाढ़ ने किसानों के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र को तगड़ा झटका दिया था, जिससे पर्यटकों की संख्या में भारी कमी आई. इससे वहां के लोगों को भी नुकसान उठाना पड़ा. गरीबी से जूझ रहे किसानों और गरीबों में राहुल गांधी के वायनाड सीट से चुनाव लड़ने के फैसले से विकास की नई उम्मीद जगी है.
via WORLD NEWS
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