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Don’t Travel on Memorial Day Weekend. Try New Restaurants Instead.
Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS
Monday, January 31, 2022
John K. Singlaub, General Who Clashed With Jimmy Carter, Dies at 100
‘Vayas donde vayas, nunca te perderán’: los controles de salud del gobierno en China despiertan inquietud sobre la vigilancia
The F.D.A. grants Moderna’s vaccine full approval.
At the ‘Logistics Games,’ Just Arriving Is a Victory
The Agriculture Department aims to ease port congestion by adding capacity.
Spotify’s Joe Rogan Problem Isn’t Going Away
Omicron Variant Study: इतनी तेजी से क्यों फैल रहा ओमीक्रोन? इस नई स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा
कोरोना वायरस का ओमीक्रोन वेरिएंट प्लास्टिक की सतह पर आठ दिनों तक जिंदा रह सकता है। वैज्ञानिकों ने बताया है कि ओमीक्रोन त्वचा पर 21 घंटे तक एक्टिव रहता है। अलग-अलग सतहों पर सबसे ज्यादा समय तक जिंदा रहने को ही ओमीक्रोन के सबसे ज्यादा संक्रामक होने की मुख्य वजह माना जा रहा है।
इस स्टडी को जापान के क्योटो में स्थित प्रिफेक्चरल यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने अंजाम दिया है। ओमीक्रोन वेरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही खतरनाक बता चुका है। अमेरिका, ब्रिटेन के अलावा कई यूरोपीय देशों में कोरोना के मामलों के बढ़ने के पीछे इस वेरिएंट को ही जिम्मेदार बताया गया है।
क्योटो प्रिफेक्चरल यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने सार्स-कोव-2 वायरस के वुहान में मिले स्वरूप के अलग-अलग सतहों पर जीवित रहने की क्षमता की तुलना अन्य गंभीर स्वरूपों से की। शोधकर्ताओं ने पाया कि अल्फा, बीटा, डेल्टा और ओमीक्रोन स्वरूप वायरस के वुहान वेरिएंट के मुकाबले त्वचा व प्लास्टिक की परत पर दोगुने से भी ज्यादा समय तक टिके रह सकते हैं।
यही कारण है कि इन स्वरूपों से संक्रमण की दर चीन के वुहान में मिले मूल वेरिएंट से कहीं ज्यादा दर्ज हुई है। हालांकि, इस अध्ययन की फिलहाल समीक्षा नहीं की गई है। शोधकर्ताओं ने कहा कि इस वेरिएंट की पर्यावरण स्थिरता काफी परेशान करने वाली है, क्योंकि यह संपर्क के जरिये फैलने के खतरे को बढ़ाते हैं।
शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया कि ओमिक्रोन वेरिएंट अन्य वेरिएंट के मुकाबले सबसे लंबे समय तक पर्यावरण में मौजूद रहता है और इसी वजह से इसका प्रसार तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह वेरिएंट जल्द ही डेल्टा वेरिएंट की जगह ले सकता है।
#OmicronVariantAlert #Coronavirus #OmicronVariant
via WORLD NEWS
Sunday, January 30, 2022
Joe Burrow got a fit off.
The Hard-Line Russian Advisers Who Have Putin’s Ear
Kansas City’s offensive line overhaul is paying off.
Tyrann Mathieu will play for Kansas City.
‘There’s Nothing Quite as Distressing as This Piece’
What to Cook This Week
Cincinnati has had difficulties protecting Burrow.
Saturday, January 29, 2022
‘This is a real community here’: A cafe near the Jersey Shore opens for its regulars.
American Woman Accused of Prominent Role in Islamic State
The storm is good news for skiers and many ski areas.
As Storms Intensify, the Job of TV Weather Person Gets More Serious
In New York City, opinions ranged from ‘it’s terrible’ to ‘it doesn’t seem that bad.’
When Omicron Isn’t So Mild
इस हर्बल धूप का धुआं कर देगा कोरोना का काम तमाम! BHU की स्टडी में बड़ा दावा
चुनाव में मंदिर-मस्जिद क्यों दिखा रहे हो? जब टीवी एंकर पर बौखला गए राकेश टिकैत
Friday, January 28, 2022
74 साल बाद पाकिस्तान में पुरखों के गांव जा रहे सिका खान, करतारपुर में भाई से हुई थी मुलाकात
Indian Pharma Billionaires: डॉ लाल पैथ लैब्स से Dolo 650 तक... जानिए भारतीय दवा उद्योग के मालिकों की कितनी बढ़ी संपत्ति
कोरोना काल में जहां एक तरफ आम आदमी बेहाल है, कईयों की नौकरी छिन गई, कई लोगों के बिजनस ठप हो गए। ऐसे समय में कुछ अरबपतियों की दौलत कई गुना बढ़ गई। बात करें भारत के दवा उद्योग की तो इस दौरान दवा कंपनी के मालिकों ने जमकर पैसा छापा। इसमें से कई ऐसे नाम हैं जो काफी चर्चा में रहे। आइए जानते हैं भारतीय दवा उद्योग के अरबपति और उनकी संपत्ति के बारे में....
सीरम के अदार पूनावाला
अदार सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। अदार पूनावाला बिजनेस जगत का काफी जाना पहचाना नाम है, लेकिन कोरोना वायरस के बाद जब दुनिया को वैक्सीन की जरूरत पड़ी तो सीरम इंस्टीट्यूट और अदार पूनावाला का नाम चर्चा में आया। अगर बात साइरस पूनावाला की संपत्ति की करें तो साल 2021 के अंत में उनकी संपत्ति 17 करोड़ अमेरिकी डालर पर पहुंच गई थी।
डॉ लाल पैथ लैब्स के अरविंद लाल
अरविंद लाल डॉ लाल पैथलैब्स के एग्जीक्युटिव चेयरमैन हैं। डॉ लाल पैथ लैब्स के आउटलेट देश के कोन-कोने में मौजूद हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक लाल पैथलैब्स की कुल संपत्ति 2021 में लगभग 10 बिलियन डॉलर थी।
माइक्रो लैब्स के दिलीप सुराणा
कोरोना संकट के दौर में बहुत से लोगों ने डोलो 650 नाम के टेबलेट की मदद ली है। देशभर में डोलो टेबलेट की बिक्री इतनी बड़ी कि इसे बनाने वाली कंपनी के मालिक अरबपतियों की सूची में शामिल हो गए हैं। डोलो 650 की शानदार बिक्री की वजह से दिलीप सुराणा अमीरों की संपत्ति में लिस्ट में शामिल हो गए हैं। साल 2020 में 1.6 अरब डॉलर की माइक्रो लैब्स की कुल संपत्ति बढ़कर 2.25 अरब डॉलर हो गई।
#IndianPharmaBillionaires #DrLalPathLabs #Dolo650 #IndianPharma
via WORLD NEWS
Family members describe a jovial young officer who was ‘obsessed’ with law enforcement.
Bhaiyyu Ji Maharaj Case: मॉडलिंग से अध्यात्म की ओर आए भय्यू महाराज के प्यार, तकरार और सुसाइड की पूरी कहानी
मध्यप्रदेश के बहुचर्चित संत भय्यूजी महाराज ने साल 2018 में इंदौर स्थित अपने आश्रम में गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। इस मामले में इंदौर की अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है। तीन साल बाद आए इस फैसले में तीन लोग दोषी करार दिए गए हैं।
इंदौर सिविल कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र सोनी ने शिष्या पलक, मुख्य सेवादार विनायक और ड्राइवर शरद को दोषी ठहराया है। तीनों को छह-छह साल कैद की सजा सुनाई है। सेवादार विनायक पहले से ही इस मामले में जेल में बंद है।
राष्ट्रीय संत कहे जाने भय्यूजी महाराज ने 12 जून 2018 को कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। मॉडलिंग से अध्यात्म की ओर आए भय्यू महाराज प्यार और तकरार के ऐसे दलदल में फंसे कि उनको अपनी जान गंवानी पड़ी।
महाराज की जिंदगी में भूचाल दूसरी शादी के ख्वाब के बाद ज्यादा आ गया। गृहस्थ संत भय्यूजी महाराज की पहली पत्नी पत्नी माधवी का 2015 में निधन हो गया था। पत्नी के निधन के कुछ दिनों बाद महाराज की केयरटेकर पलक पुराणिक के साथ बढ़ी।
पलक महाराज के इतने करीब पहुंच गई थी कि वह शादी का ख्वाब देखने लगी थी। इस बीच ग्वालियर की शिष्या डॉ आयुषी के साथ भी नवंबर 2016 से महाराज की नजदीकियां बढ़ने लगी। महाराज को डॉ आयुषी इतनी पसंद आ गई है कि वह शादी का विचार करने लगे।
15 दिन बाद ही 20 नवंबर 2016 को महाराज ने आयुषी को प्रपोज कर दिया था। इसके बाद दोनों परिवारों की मर्जी से 25 जनवरी 2017 को डॉ आयुषी और भय्यूजी महाराज की कोर्ट मैरिज हुई थी। बताया जाता है कि शुरुआत में डॉ आयुषी के परिवार के लोग शादी के लिए तैयार नहीं थे। मगर महाराज ने उनके सामने मजबूरी बताई थी।
कोर्ट मैरिज के बाद दोनों ने धूमधाम से 30 अप्रैल 2017 को शादी रचाई थी। कोर्ट में दिए बयान में डॉ आयुषी ने कहा था कि भय्यूजी महाराज ने मुझसे और मेरे परिवार को बताया था कि मेरी आस्तीन में बहुत सांप हैं। जल्दी शादी करनी होगी। इसके साथ ही आयुषी ने यह भी कहा था कि पलक शादी के बाद महाराज को धमकी देकर गई थी।
पलक ने महाराज की बड़ी बहन से कहा था कि उन्होंने मुझसे शादी नहीं की तो परिणाम बहुत खराब होंगे। साथ में विनायक और शरद ने भी भय्यूजी महाराज को बर्बाद करने की धमकी दी थी। आयुषी ने बताया कि पलक, विनायक और शरद लगातार महाराज को ब्लैकमेल कर रहे थे। साथ ही हर महीने उनसे लाखों की वसूली करते थे। कई बार ये लोग कोरे चेक पर साइन करवाते थे।
साथ ही रेप केस में फंसाने की धमकी देते थे। महाराज सब कुछ सहन करते रहते थे। आज भी यह कयास लगाए जाते हैं कि महाराज ने इन्हीं लोगों से बचने के लिए डॉ आयुषी से शादी में जल्दबाजी की थी। मगर वह और उलझते गए। इस मामले में दोषियों को सजा तो हो गई है। मगर सवाल आज भी ये है कि भय्यूजी महाराज की संपत्ति पर हक किसका होगा।
#BhaiyyuJiMaharajCase #BhaiyyuJiMaharaj #IndoreCourt
via WORLD NEWS
Thursday, January 27, 2022
The Gap Year Between Mahomes and Burrow Is Closing
What’s next: Here’s the path Biden’s nominee to the Supreme Court is expected to follow.
10 लाख की i20 कार के लकी ड्रा के नाम पर बदमाशों ने 63 लाख ठगे, ऐसे पकड़े गए
उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर शहर की हिरणमगरी थाना पुलिस ने दिल्ली के तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इन बदमाशों ने उदयपुर के एक रिटायर्ड एईएन से 63 लाख रुपये की ठगी की है। यह ठगी एक आई20 कार के लकी ड्रा के नाम की। करीब 10 लाख रुपये की कार इनाम में देने का झांसा देकर तीनों ने बुजुर्ग की जिंदगी भर की कमाई छीन ली। हालांकि, उदयपुर पुलिस की टीम ने तीनों आरोपियों को उनके ठिकाने से दबाचते हुए गिरफ्तार कर लिया है।
थानाधिकारी रामसुमेर मीणा ने बताया कि 22 सितंबर को जलदाय विभाग के रिटायर्ड एईएन नंदकिशोर अरोड़ा ने मामला दर्ज करवाया था। अरोड़ा को एक नम्बर से कॉल आया और एक लॉटरी कंपनी का हवाला देकर उन्हें लकी ड्रा में आई20 कार जीतने की बात बताई। इसके बाद ठग ने उनसे नाम, पता और जानकारी मांगी। ठग रोजना अरोड़ा को कॉल करते और झांसे में लेते रहे। ठग कभी एक लाख, तो कभी 50 हजार रुपए चार्जेस के नाम पर अपने खाते में ट्रांसफर करवाते रहे। पीएचईडी से एईएन के पद पर रिटायर्ड अरोड़ा के खाते में रिटायरमेंट पर मिले 63 लाख रुपये जमा थे। ये सारे रुपये ठगों ने अरोड़ से ठग लिये।
मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। खाते से ट्रांजेक्शन स्टेटमेट चेक किया तो ठगी की बात सच साबित हुई। अब पुलिस ने बैंक खातों और आरोपियों की बताई कंपनी की पड़ताल शुरू की। इसी इनपुट के आधार पर पुलिस दिल्ली पहुंची और मंगलवार को तीन बदमाशों को हिरासत में लिया। इनमें हरियाणा के फरीदाबाद निवासी गोपाल गोयल, त्रिभुवन यादव और दिल्ली के जैतपुर निवासी ऋषभ सिंह शामिल हैं।
via WORLD NEWS
Third shots reduce the risk of hospitalization in people with weak immune systems, a C.D.C. report says.
The Best Veggie Burgers Are Made With Vegetables
उदयपुर में MBBS परीक्षा में नकल के खेल का खुलासा, वाइस प्रिंसिपल समेत 2 गिरफ्तार
उदयपुर: राजस्थान की उदयपुर पुलिस ने गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए MBBS परीक्षा में चल रही घपलत का खुलासा किया। परीक्षा से पहले ही पेपर लीक कर परीक्षार्थियों को बेचा जा रहा था। पेपर के बदले 10-15 हजार रुपये भी वसूले जा रहे थे। पेपर लीक करने और नकल करवा रहे दो आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। इनमें एक नर्सिंग कॉलेज का वाइस प्रिंसिपल है जबकि दूसरा आरोपी नर्सिंगकर्मी है।
यह पूरा खेल एक्जाम से 30 मिनट पहले चला रहा था। हालांकि कॉलेज के प्रिंसिपल की शिकायत पर पुलिस हरकत में आई और पूरा खुलासा हुआ। उदयपुर की हिरणमगरी पुलिस ने नकल के खेल के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। प्राथमिक जांच में दोनों के बीच हुई पेपर की डील की मोबाइल पर बातचीत भी सामने आई है।
थानाधिकारी रामसुमेर मीणा ने बताया कि एमबीबीएस परीक्षा के पेपर लीक का मामला सामने आया है। इसमें उमरड़ा स्थित मां गायत्री नर्सिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल करण सिंह और एक निजी हॉस्पिटल के कंपाउंडर अजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया है। दोनों पेपर लीक कर परीक्षार्थियों को नकल करवाते थे। करण सिंह उसी कॉलेज में एग्जाम कार्डिनेटर भी था।
ऐसे पेपर लीक कर करवाते थे नकल
आरोपी करण सिंह यूनिवसिर्टी से ऑनलाइन पेपर मिलने के बाद ओटीपी डालकर डाउनलोड करता। उसे अपने साथी अजीत सिंह को वाट्सएप के जरिए भेजता। करण सिंह के पास कॉलेज में स्टूडेंन्ट्स तक लिफाफे में पेपर बांटने की जिम्मेदारी भी थी। उसे एग्जाम कॉर्डिनेटर बनाया हुआ था। इसी की आड़ में वह अपने साथी के साथ मिलकर परीक्षा से पहले 10-15 हजार रुपये में स्टूडेंन्ट्स को पेपर और नकल सामग्री बेचता था।
via WORLD NEWS
Wednesday, January 26, 2022
'दरवाजा खुला है' पर जयंत का भाजपा को जवाब, उन 700+ किसानों को न्योता दो जिनके....
MP में 31 जनवरी के बाद स्कूल खुलेंगे या नहीं, सुनिए मंत्री ने क्या कहा
बैतूल: मध्य प्रदेश में 31 जनवरी के बाद भी स्कूल खुलने की जल्दी संभावना (Possibility of School opening after 31 January) नहीं है। प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (Minister Inder Singh Parmar) ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 का प्रकोप पूरे प्रदेश में लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसे देखते हुए नहीं लगता है कि 31 जनवरी या इसके ठीक बाद स्कूल खुल सकेंगे। इंदरसिंह परमार ध्वजारोहण समारोह में शामिल होने के लिए बैतूल आए थे।
Bhind Viral Video: भाषण के बीच ग्राउंड में घुसे सांढ को देख चढ़ा मंत्री का पारा, एसडीएम-कलेक्टर को लगाई फटकार
उन्होंने कहा कि यदि कोरोना का संक्रमण इसी तरह बढ़ता रहा तो स्कूल नहीं खोले (MP School Reopening News) जा सकते हैं। संक्रमण की रफ्तार पर नियंत्रण के बाद ही स्कूलों को खोलने पर विचार किया जाएगा। कोविड संक्रमण को लेकर प्रदेश सरकार लगातार मॉनिटरिंग कर रही है। स्थिति की समीक्षा कर उसके अनुसार निर्णय लिया जाएगा। परमार ने यह भी कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई हर जगह संभव नहीं है। सभी सरकारी स्कूलों में इसकी व्यवस्था नहीं है। ऑनलाइन पढ़ाई एक काम चलाऊ व्यवस्था है। इस पर पूरी तरह से निर्भर नहीं रहा जा सकता है। मंत्री ने कहा कि स्कूल बंद होने के चलते शिक्षक और विद्यार्थियों को एक-दूसरे के संपर्क में रहने की जरूरत है।
via WORLD NEWS
El profeta de los fichajes del fútbol
डेप्यूटेशन पर केंद्र सरकार के प्रस्ताव का विरोध हुआ तेज, 9 गैर-भाजपा शासित राज्य हुए लामबंद
Bhind Viral Video: भाषण के बीच ग्राउंड में घुसे सांढ को देख चढ़ा मंत्री का पारा, एसडीएम-कलेक्टर को लगाई फटकार
गणतंत्र दिवस (Republic Day News) पर भिंड में ध्वजारोहण करने आए प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत (Minister Govind Singh Rajpoot) भड़क गए। सर्किट हाउस की व्यवस्थाओं से नाराज राजपूत जब भाषण दे रहे थे तो ग्राउंड में दो सांढ घुस आए। नाराज राजपूत ने पहले कलेक्टर को डांटा और फिर सबके सामने ही एसडीएम को भी फटकार लगाई।
भिंड (Bhind News) में गणतंत्र दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान अनोखा नजारा देखने को मिला। ध्वजारोहण के लिए पहुंचे प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के भाषण के बीच में पहले तो दो सांड परेड ग्राउंड में घुस आए। सांड को भगाने की कोशिश में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद राजपूत जब वहां से विदा होने लगे तो उन्होंने सबके सामने एसडीएम को फटकार लगा दी। राजपूत ने एसडीएम को चेतावनी देते हुए कहा कि अपनी व्यवस्थाएं सुधार लो, नहीं तो घर जाओ।
एसडीएम को डांटने के बाद राजपूत अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए। इससे पहले मीडियाकर्मियों ने उनसे एसडीएम को डांट का कारण पूछा तो वे चुप्पी साध गए। हालांकि, उनकी डांट का वीडियो अब वायरल (Bhind Viral Video) हो रहा है।
via WORLD NEWS