Featured Post

Don’t Travel on Memorial Day Weekend. Try New Restaurants Instead.

Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Monday, April 26, 2021

अगर लक्षण है तो बिना रिपोर्ट के भी कोविड पॉजिटिव मान लेना चाहिए : एम्स डायरेक्टर

नई दिल्ली कोविड टेस्ट के लिए कहीं किट की कमी पड़ रही है तो कहीं लैब ने घर से सैंपल लेने से मना कर दिया है। अगर सैंपल ले भी रहे हैं तो रिपोर्ट आने में कई दिन लग जा रहा है। ऐसे में क्या जिन्हें बुखार या खांसी है वह रिपोर्ट के इंतजार में बैठे रहें? नहीं। एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अगर किसी का टेस्ट नहीं हो पा रहा है या टेस्ट रिपोर्ट आने में देरी हो रही है और उसे कोविड की तरह से क्लासिक लक्षण हैं तो इस महामारी के वक्त उन लोगों को कोविड पॉजिटिव मान लेना चाहिए। कोविड पॉजिटिव मानते हुए उसी हिसाब से उनका इलाज शुरू कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वक्त है कि क्लीनिकल सिमटम्स यानी लक्षण के हिसाब से किसी को कोविड पॉजिटिव माना जाए। अगर इस वक्त किसी को बुखार, जुकाम, नजला, खांसी है तो इसके हाई चांस है कि वह कोविड ही है। उन्होंने कहा कि आरटीपीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव भी आ सकती है लेकिन अगर सिमटम्स हैं तो मान कर चलें कि कोरोना संक्रमित हैं। सेचुरेशन 94 या ज्यादा तो ऑक्सिजन की जरूरत नहीं एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि लोग गैरजरूरी पैनिक ना करें। उन्होंने कहा कि कुछ लोग पहले ही दवाई स्टोर कर ले रहे हैं जिसकी दवाई की कमी पैदा हो रही है। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कुछ लोग यह सोचकर पहले ही दवाई खाना शुरू कर दे रहे हैं कि इससे संक्रमण नहीं होगा लेकिन यह गलत है। इससे साइडइफेक्ट ज्यादा होता है, फायदा नहीं। उन्होंने कहा कि यह भी गलत धारणा है कि अगर पहले ही ऑक्सिजन लेना शुरू कर दें तो बाद में जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अगर ऑक्सिजन सेचुरेशन 94 या इससे ज्यादा है तो इसका मतलब है कि खून में पर्याप्त ऑक्सिजन है और सभी अंगों को ऑक्सिजन पहुंच रही है। उसे 94-95 से बढ़ाकर 98 करने के लिए ऑक्सिजन का मिसयूज नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह ऑक्सिजन उनके काम आ सकती है जिनका ऑक्सिजन सेचुरेशन 90 या इससे कम है। उन्होंने ऑक्सिजन की लीकेज बचाने पर भी जोर देने को कहा। साथ ही कहा कि अगर ऑक्सिजन कम हो रही है तो पेट के बल लेटकर डीप ब्रीदिंग कर सकते हैं। 85 पर्सेंट लोग घर पर ही ठीक डॉ. गुलेरिया ने कहा कि 85 पर्सेंट लोगों को माइल्ड इलनेस है। इन्हें बुखार, जुकाम, नजला, खांसी हो रही है और यह बुखार, जुकाम की दवाई लेने और भाप लेने से ही ठीक हो जाएंगे। इन्हें बस होम आइसोलेशन की जरूरत है। वॉर्निंग साइन करीब 15 पर्सेंट लोगों में ही हैं जिन्हें हॉस्पिटल एडमिट करने की जरूरत पड़ रही है। उन्होंने कहा कि अगर तेज बुखार, सुस्ती, उल्टी हो रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें।

No comments:

Post a Comment