नई दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर कोरोना महामारी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि रोजगार और विकास की तरह केंद्र सरकार कोरोना का असली डेटा भी जनता तक नहीं पहुंचने दे रही। महामारी ना सही, महामारी का सच तो नियंत्रण में कर ही लिया! दरअसल राहुल उस मीडिया रिपोर्ट के संदर्भ में बात कर रहे थे जिसमें कहा गया था कि सरकार की तरफ से राज्यों पर कोरोना से जुड़े आंकड़े छिपाने का दबाव है। रिपोर्ट में कहा गया कि मौतें के वास्तविक आंकड़े और सरकारी आंकडें में करीब पांच गुना का अंतर है। रिपोर्ट में यूपी और गुजरात के आंकड़ों पर भी सवाल उठाया गया है। भाजपा के सिस्टम का शिकार नहीं बनाया जाए इससे पहले राहुल गांधी ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ मुफ्त टीकाकरण की पैरवी करते हुए कहा कि भारत को भाजपा के 'सिस्टम' का शिकार नहीं बनाया जाए। उन्होंने ट्वीट किया, '' चर्चा बहुत हो चुकी। देशवासियों को वैक्सीन मुफ़्त मिलनी चाहिए- बात ख़त्म। मत बनाओ भारत को भाजपा सिस्टम का शिकार।'' सभी नागरिकों को मिले मुफ्त वैक्सीन राहुल गांधी और कांग्रेस पिछले कई हफ्तों से यह मांग कर रहे हैं कि देश के सभी नागरिकों को मुफ्त टीका उपलब्ध कराया जाए। उल्लेखनीय है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड टीका राज्य सरकारों को 400 रुपये प्रति खुराक और निजी अस्पतालों को 600 रुपये में मिलेगा। कई राज्यों ने की है मुफ्त वैक्सीन की घोषणा दूसरी तरफ, भारत बायोटेक का टीका कोवैक्सीन टीका प्रति खुराक राज्यों को 600 रुपये और निजी अस्पतालों को 1200 रुपये में मिलेगा। वैसे, महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड, दिल्ली समेत कई राज्य सरकारों ने घोषणा की है कि उनके यहां लोगों को मुफ्त में टीका लगाया जाएगा।
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