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Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Tuesday, May 19, 2020

'बस ड्रामा'...मजदूरों के नाम पर कौन रहा राजनीति

लखनऊ (Coronavirus) की वजह से देश में लॉकडाउन (Lockdown) चल रहा है। वहीं, यूपी में इस भयानक महामारी के बीच '' शुरू हो गई है। यूपी-राजस्थान बॉर्डर के नजदीक आगरा से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (Ajay Kumar Lallu Detained) को हिरासत में लिया गया। इसके बाद लखनऊ स्थित हजरतगंज थाने में चीफ अजय कुमार लल्लू और () के निजी सचिव संदीप सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया। इस पूरे विवाद के बीच सवाल ढेरों सवाल उठते हैं कि मामले में राजनीति कौन कर रहा है। चार दिनों के इस ड्रामे में 1000 बसों की उम्मीद कितनी बेईमानी है। क्या राजस्थान से मजदूर वापस यूपी नहीं आना चाहते हैं, क्यों कांग्रेस उनकी मदद को आगे नहीं आई। जिस रास्ते से ये गाड़ियां यूपी के बॉर्डर पर कांग्रेस के समर्थन में सजाने के लिए लाई जा रही हैं, क्या कहीं भी पैदल चलता मजदूर नहीं दिखा, कितने मजदूरों की मदद की गई। आइए परत दर परत पूरा मामला जानते हैं। यूपी के औरैया जिले में भीषण सड़क हादसे में 24 लोगों की मौत हुई। इस घटना के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, 'आज (16 मई) यूपी सरकार को पत्र लिखकर कांग्रेस की तरफ से 1000 बसें चलाने की अनुमति मांगी है। रोज होती दुर्घटनाएं, असहनीय पीड़ा, अमानवीय हालात। हमारे कामगार भाई-बहन और उनके बच्चे संकट के दौर से गुजर रहे हैं। मैंने सरकार से पहले भी अपील की है कि कृपया बसें चलाकर पैदल चल रहे मजदूरों को घर पहुंचाएं। केवल 16 मई को तीन भीषण दुर्घटनाएं हुईं। ये मजदूरों को अकेले छोड़ देने का वक्त नहीं है। आशा है कि उत्तर प्रदेश सरकार से सकारात्मक जवाब आएगा।' फिर मुख्यमंत्री ने पूछे ये चार सवाल इस पत्र के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए जवाब में चार सवाल पूछे। योगी ने लिखा, ' मजदूरों की मददगार बनने का स्वांग रच रही कांग्रेस से मजदूर भाइयों और बहनों के कुछ सवाल। इन सवालों के बाद ही यूपी सरकार की ओर से बड़ा फैसला भी लिया गया। पहला सवाल: जब आपके पास 1000 बसें थीं, तो राजस्थान और महाराष्ट्र से ट्रकों में भरकर हमारे साथियों को उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड व बंगाल क्यों भेज रहे हैं? औरैया में हुई दर्दनाक सड़क दुर्घटना से पूरा देश आहत है। एक ट्रक पंजाब से और दूसरा राजस्थान से आ रहा था। दूसरा सवाल: क्या कांग्रेस और प्रियंका गांधी जी इस दुर्घटना की जिम्मेदारी लेंगी ? हमारे साथियों से माफी मांगेंगी? तीसरा सवाल: प्रियंका गांधी जी कहती हैं कि उनके पास 1000 बसें हैं। यह और बात है कि अब तक इन बसों की सूची तक उपलब्ध नहीं कराई गई, न ही हमारे साथियों की। बसों और हमारे साथियों की सूची उपलब्ध करा दी जाए, जिससे उनके कार्य ट्विटर नहीं धरातल पर दिखें। चौथा सवाल: देशभर में जितनी भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चल रही है उनमें से आधी से ज्यादा ट्रेनें उत्तर प्रदेश ही आईं है। अगर प्रियंका वाड्रा जी को हमारी इतनी ही चिंता है तो वह हमारे बाकी साथियों को भी ट्रेनों से ही सुरक्षित भेजने का इंतजाम कांग्रेस शासित राज्यों से क्यों नहीं करा रहीं? पढ़ें: योगी की मंजूरी, कांग्रेस ने भेजा स्कूटर का नंबर!उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका गांधी के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए हुए 1000 बसों का इंतजाम करने कहा। साथ ही यह भी कहा गया कि वे बसों के नंबर्स के साथ-साथ चालक/परिचालक (ड्राइवर-कंडक्टर) की जानकारी भी मुहैया कराएं। कुछ ही देर में कांग्रेस की ओर से जवाब भी आ गया। इसमें बताया गया कि बसों के नंबर मेल में अटैच हैं। फिर यूपी सरकार की ओर से जब इन नंबरों की जांच की गई तो इनमें से कई गाड़ियोंं के नंबर तो मोटरसाइकल, स्कूटर, थ्री वीलर के मिले। इस घटना पर योगी सरकार की ओर से नाराजगी भी जताई गई। मंगलवार को चला यह बवाल इसके बाद मंगलवार को दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। कांग्रेस की ओर से दावा किया गया कि उनकी बसें आगरा के नजदीक बॉर्डर पर खड़ी हैं लेकिन जिला प्रशासन उन्हें अंदर दाखिल होने की इजाजत नहीं दे रहा है। मौके पर यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी मौजूद थे। जमकर पुलिस के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की नोकझोंक हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। फिर अजय कुमार लल्लू को हिरासत में ले लिया गया। यूपी पुलिस अजय कुमार लल्लू को अपने साथ टांगकर ले गई। इस घटना के बाद प्रियंका गांधी ने कई ट्वीट्स किए। प्रियंका गांधी ने किया यह ट्वीट प्रियंका गांधी की ओर से यह भी कहा गया कि का खुद का बयान है कि हमारी 1049 बसों में से 879 बसें जांच में सही पाई गईं। ऊंचा नगला बॉर्डर पर आपके प्रशासन ने हमारी 500 बसों से ज्यादा बसों को घंटों से रोक रखा है। इधर, दिल्ली बॉर्डर पर भी 300 से ज्यादा बसें पहुंच रही हैं। कृपया इन बसों को तो चलने दीजिए। हम आपको कल 200 बसों की नई सूची दिलाकर बसें उपलब्ध करा देंगे। बेशक आप इस सूची की भी जांच कीजिएगा। लोग बहुत कष्ट में हैं। दुखी हैं। हम और देर नहीं कर सकते हैं। पढ़ें: 879 बसों में से 297 में यह कमी प्रदेश सरकार के सूत्रों ने फिर से बड़ी जानकारी दी। बताया गया कि 879 बसों में भी कई ऐसे वाहन हैं, जिनमें अलग-अलग खामियां है। इनमें 79 गाड़ियों की फिटनेस समाप्त हो चुकी है। यही नहीं 140 गाड़ियों का तो बीमा खत्म हो चुका है। उधर, 78 गाड़ियों की फिटनेस और बीमा दोनों खत्म हो गया है। ऐसे में खामियों वाली कुल गाड़ियों की संख्या 297 है। यूपी में कांग्रेस नेताओं पर केस दर्ज उधर, लखनऊ के हजरतगंज थाने में आईपीसी की धारा 420/467/468 के तहत प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामला लगातार बढ़ रहा है। वार-पलटवार जारी है लेकिन मजदूर इन सबके खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। चार दिनों से चल रहा यह 'सियासी ड्रामा' कब खत्म होगा, यह तो राजनीति का नफा-नुकसान ही जाने। हां, सवाल यूपी की योगी सरकार से भी है कि क्या तमाम औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद कांग्रेस की बसों की मदद ली जाएगी।

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