शिमला में शांत त्योहार मनाने के लिये गांव के लोग इकट्ठा हो रहे हैं। शांत त्योहार का अर्थ 'पवित्रता का त्योहार' है। जिसमें खण्टु देवता और उनके मंदिर को शुद्ध और पवित्र किया जाता है। गांव के लोगों ने क्षेत्र की शांति और समृद्धि के लिये प्रार्थना की। इस त्योहार को 29 साल के बाद मनाया गया। भारी बर्फ़बारी के बाद भी गांव के लोगों ने पूरे जोश से इस त्योहार को मनाया। यहां पर बर्फ़ से ढंके मंदिर पर लोग नृत्य करते देखे जा सकते हैं।
via WORLD NEWS
No comments:
Post a Comment