प्रयागराज में उमडे जनसैलाब में साधुओं की विविधता और उनके अलग अलग रूप आकर्षण और उत्सुकता का केन्द्र बने हुये हैं। इन्हीं साधुओं में एक वर्ग ऐसा भी है जिसे लेकर आम जनमानस के बीच बहुत सारे मिथक हैं और भय की स्थिति भी बनी रहती है। साधुओं का ये वर्ग अघोरी समुदाय कहलाता है। अघोरी बाबाओं के बारे में जैसी अवधारणा है वैसा बिल्कुल नही हैं। ऐसा भ्रम है कि अघोरी बाबा तंत्र मंत्र से हानि पहुँचाते हैं। अघोरी बाबा भगवान शंकर के उपासक होते हैं और जन कल्याण के लिये साधना करते हैं। अघोरी बाबा श्मशान घाट में रहते हैं। भोजन, भवन, शयन की उन्हें कोई अभिलाषा नहीं होती है।
via WORLD NEWS
 
 
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