एक किसान ने बैंगन की पूरी फसल खुद रौंद डाली क्योंकि बिचौलिए ने 1 रुपये प्रति किलो के भाव से खरीदने की पेशकश की। महाराष्ट्र के ही एक प्याज उत्पादक ने विरोध जताने के लिए प्याज की पूरी आमदनी को प्रधानमंत्री को भेज दियाकरनाल के होलसेल मार्केट में पालक, मूली और धनिया दो से सात रुपये किलो की दर से बिक रहे हैं। देश में उत्पादित करीब 40 प्रतिशत ताजा खाद्य पदार्थ ग्राहकों तक पहुंचने से पहले ही खराब हो जाता है। बंपर फसल और कई बार कोल्ड स्टोरेज की कमी के साथ-साथ नाजुक प्रकृत्ति के कुछ फसलों को बेच पाने की गुंजाइश ही बहुत कम रहती है। सरकारों ने भी ताजा फलों एवं सब्जियों के उचित वैल्यू चेन तैयार करने की जगह आलू, टमाटर और प्याज की मंडियों पर ही ध्यान दिया है। फलों और सब्जियों की खेती ज्यादातर सीमांत एवं छोटे किसान ही करते हैं जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम जमीन होती है। उन पर फसलों के कम दाम मिलने का गहरा असर होता है।
via WORLD NEWS
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