भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में पंद्रह अगस्त 1947 को आजादी के दिन इसी जगह पर सबसे पहले देश की शान तिरंगा फहराया था। यह स्थान है भोपाल छात्रावास। यहीं पर स्वाधीनता सेनानी रमेश चन्द्र व्यास को पहला तिरंगा यहां फहराने का यह गौरव हासिल हुआ था।
आज़ादी के दीवाने व्यास ने अजमेर सेंट्रल जेल में अंग्रेज़ी हुकूमत ने डोगरा शूटिंग केस में उन्हें आरोपी बनाया था। उनके साथ अजमेर के स्वाधीनता सेनानी ज्वाला प्रसाद शर्मा भी आरोपी थी। इसके ख़िलाफ उन्होंने नब्बे दिन की लम्बी भूख हड़ताल की थी। वहीं ब्यावर में बादशाह के मेले के अवसर पर डिक्शन की छतरी पर अपने आप को जंजीरों में बांध ताला लगा चाबी फेंक अनूठा प्रदर्शन भी किया था।
व्यास ने 51 दिन की भूख हड़ताल उदयपुर की सराड़ा जेल में और 21 दिन की भूख हड़ताल उदयपुर सेंट्रल जेल में की थी। देश की आज़ादी के प्रति अपने अडिग निश्चय को बता दिया था। स्वाधीनता सेनानी रमेश चंद्र व्यास के बेटे कैलाश व्यास के साथ पहले जश्ने आजादी के स्थल का खास बातचीत। (रिपोर्ट- प्रमोद तिवारी)
via WORLD NEWS
No comments:
Post a Comment