नई दिल्ली कोविड टीकाकरण को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर है। वहीं, शुक्रवार को उसने कहा कि टीकाकरण अभियान को पूरा करने के लिए फिलहाल कोई निश्चित समयसीमा नहीं बताई जा सकती है। उम्मीद है कि दिसंबर 2021 तक 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के लाभार्थियों का टीकाकरण हो जाएगा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा सांसद माला रॉय के एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में टीकाकरण लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। इसे नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप की निगरानी में चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी की गतिशील और विकसित प्रकृति को देखते हुए टीकाकरण अभियान को पूरा करने के लिए अभी कोई निश्चित समय-सीमा का संकेत नहीं दिया जा सकता है। पवार ने कहा, वैसे उम्मीद है कि दिसंबर 2021 तक 18 साल और उससे अधिक उम्र के लाभार्थियों का टीकाकरण कर दिया जाएगा। राहुल गांधी के एक अन्य सवाल के जवाब में पवार ने कहा कि अगस्त से दिसंबर 2021 के बीच कोविड-19 वैक्सीन की कुल 135 करोड़ खुराक उपलब्ध होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि घरेलू वैक्सीन निर्माताओं के साथ खरीद समझौते करने में कोई देरी नहीं हुई है। मंत्री ने कहा, प्रोड्यूसर्स को उन्हें दिए गए ऑर्डर्स की आपूर्ति के लिए अग्रिम भुगतान भी किया गया है। मंत्री ने कहा, कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम पर अब तक कुल 9,725.15 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जिसमें टीकों की खरीद और टीकों की परिचालन लागत शामिल है। पवार ने यह भी बताया कि देश में कोविड-19 टीकों की कोई कमी नहीं है। देश में उपयोग में लाए जा रहे टीकों को दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान में रखने की जरूरत है। देश में 296 वॉक-इन कूलर और 57,640 आइस-लाइन्ड रेफ्रिजरेटर हैं। नियमित टीकाकरण के लिहाज से ये क्षमताएं पर्याप्त हैं। उनसे यह भी पूछा गया कि क्या सरकार को पता है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीका उत्पादक है, उसके बावजूद 10 फीसदी से भी कम भारतीयों को कोविड टीकों की एक ही खुराक मिली है। इस पर जवाब देते हुए मंत्री ने कहा है कि 20 जुलाई की स्थिति के अनुसार 18 साल और उससे ऊपर की करीब 34.5 फीसदी आबादी ने कोविड टीके की कम से कम एक खुराक लगवा ली है।
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