खरगोन
शहर के कुछ युवाओं ने एसडीएम सत्येंद्र सिंह से पीथमपुर से नि:शुल्क ऑक्सीजन सिलेंडर लाने की अनुमति प्राप्त की। रविवार को 30 ऑक्सीजन सिलेंडर पीथमपुर से भराकर खरगोन की ओर युवा ला रहे थे। इस दौरान कसरावद में तहसीलदार ने उक्त वाहन रोक लिया और कहा कि इस वाहन को जिला अस्पताल ले जाएंगे। इस बात की सूचना युवाओं को मिली तो गुस्साए लोग खरगोन के डायवर्सन मार्ग पर पहुंच गए।
दमोह में करारी हार के बाद बीजेपी में बवाल, बड़े नेता पर प्रत्याशी फोड़ा ठीकरा, शिवराज से कार्रवाई की मांग
वाहन के खरगोन में आते ही उसे रोक लिया गया और पटवारी पर जमकर भड़ास निकाली। पटवारी ने कहा कि मुझे तो तहसीलदार महोदय ने कहा था। ये ऑक्सीन सिलेंडर जिला अस्पताल तक पहुंचाना है। युवाओं ने कहा कि हमारे पास ऑडियो रिकॉर्डिंग है। इसमें तहसीलदार ने कहा कि अपर कलेक्टर के निर्देश हैं। ये अक्सीजन सिलेंडर जिला अस्पताल ले जाया जाए सांसद महोदय ने भी यही कहा है। जब सांसद से बात की गई तो उन्होंने इस बात की जानकारी होने से इनकार कर दिया। सांसद का फर्जी नाम लेने के चलते युवा और भड़क गए।
'पार्टी को अपनी मां बताने वाले लोगों ने गद्दारी की', दमोह हार के बाद बीजेपी प्रत्याशी बोले
मामला बिगड़ते देख कोतवाली थाना इंचार्ज प्रकाश वास्कले सहित बल डायवर्सन रोड पर पहुंच गया। काफी गहमागहमी के बाद सांसद के निर्देश पर वाहन और ऑक्सीजन से भरे सिलेंडर युवाओं के हवाले किया गया। ये सिलेंडर एसडीएम की अनुमति के अनुसार ही वितरित किए जाएंगे। उधर गुस्साए युवाओं का कहना है अपर कलेक्टर बीएस सोलंकी ने सांसद का झूठा नाम लेकर वाहन रुकवाया है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
via WORLD NEWS
 
 
No comments:
Post a Comment