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Food New York TimesBy BY NIKITA RICHARDSON Via NYT To WORLD NEWS

Saturday, February 13, 2021

किसान आंदोलन में जो मरे, वो घर पर रहते तो भी मरते... हरियाणा के मंत्री के विवादित बोल

चंडीगढ़ विभिन्न विरोध प्रदर्शन स्थलों पर हुई किसानों की मौत पर हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने शनिवार को विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि वे (किसान) घर पर रहते तब भी उनकी मौत हो जाती। कथित तौर पर दो सौ किसानों की मौत के बारे में भिवानी में एक संवाददाता द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में दलाल ने यह बात कही। उन्होंने कहा, किसान घर रहते तब भी मर जाते। दलाल के इस बयान के बाद किसान संगठनों ने हरियाणा सरकार से मांग की कि वह उन्हें मंत्रीपद से बर्खास्त करे। मीडिया से बात करते हुए दलाल ने कहा, 'मेरी बात सुनिए, क्या एक से दो लाख लोगों में से छह महीने में दो सौ लोग नहीं मरते?' उन्होंने कहा, 'कोई दिल का दौरा पड़ने से मर रहा है और कोई बीमार पड़ने से।' बयान देने के कुछ घंटों बाद दलाल ने कहा कि सोशल मीडिया पर उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'मेरे बयान का गलत अर्थ निकाला जा रहा है। यदि कोई इससे आहत हुआ है तो मैं माफी मांगता हूं।' कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने की आलोचना कृषि मंत्री ने कहा कि वह किसानों के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दलाल के बयान की आलोचना की और कहा कि ऐसा बयान कोई असंवेदनशील व्यक्ति ही दे सकता है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने भी दलाल के बयान की आलोचना की। संगठनों ने मांगा इस्तीफा दूसरी ओर किसान संगठनों के कई प्रतिनिधियों ने मंत्री के इस बयान पर अपनी आपत्ति जताई। हरियाणा में जय किसान आंदोलन के सदस्य योगेंद्र यादव ने मंत्री के इस बयान को अमानवीय बताया और कहा कि उन्हें ऐसा कहने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

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