चंडीगढ़ हरियाणा सरकार ने करनाल और सोनीपत जिले में दो सरकारी स्कूलों में परीक्षण के आधार पर 10वीं से 12वीं तक की कक्षाएं लगवाने का फैसला किया है। इन दोनों स्कूलों में पढ़ रहे अधिकतर बच्चों के अभिभावकों ने कक्षाएं लगाने पर सहमति जताई है। माना जा रहा है कि अगर सब ठीक रहता है तो कुछ अन्य स्कूलों को अभिवावकों की सहमति के आधार पर खोला जा सकता है। हरियाणा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि ये दो स्कूल सोनीपत के बाजीपुर सबोली गांव में स्थित सरकारी उच्चतर स्कूल और करनाल के निगढू में स्थित सरकारी उच्चतर माध्यमिक स्कूल हैं। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों के अधिकतर बच्चों के परिजन ने सरकार के इस फैसले को लिखित स्वीकृति दे दी है और इसे शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा। नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए खुलेंगे स्कूल गौरतलब है कि देशभर में कोविड-19 के चलते स्कूल बंद हैं। अनलॉक-4 की गाइडलाइन जारी करते हुए केंद्र की सरकार ने 21 सितंबर से 50% टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए स्कूल खोलने की इजाजत दी थी। अभिवावकों की सहमति के बाद बच्चे जा सकते हैं स्कूल सरकार ने 21 सितंबर से टीचर्स से सलाह लेने के लिए 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को अभिवावकों की सहमति के आधार पर स्कूल जाने के लिए परमिशन दी गई थी। 21 सितंबर से टेक्निकल और प्रफेशनल प्रोग्राम्स (जिनमें लैब या प्रैक्टिकल की जरूरत है) वाले पोस्ट ग्रैजुएशन के स्टूडेंट्स और पीएचडी के स्टूडेंट्स के लिए उच्च शिक्षा संस्थान खोले जा सकेंगे। यूपी में फिलहाल नहीं खुले स्कूल हालांकि अनलॉक 4 की गाइडलाइन के बावजूद यूपी जैसे बड़े राज्यों में स्कूलों को फिलहाल नहीं खोलने का फैसला किया गया है। इसके अलावा केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार ही अन्य नियम बनाए गए हैं।
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