शकुंतला देवी बचपन से ही गणित के कैलकुलेशन करने में माहिर थीं। इसीलिए उन्हें 'ह्यूमन कंप्यूटर' के नाम से भी जाना जाता था। कंप्यूटर डिपार्टमेंट ऑफ़ इम्पीरियल कॉलेज, लंदन में 18 जून 1980 को उन्होंने 13 अंकों की 2 संख्याओं 7,686,369,774,870 और 2,465,099,745,779 का सही गुणनफल बिना कलम या कागज़ की मदद से महज़ 28 सेकंड में किया था। इस उपलब्धि के लिए शकुंतला देवी का नाम गिनिज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया। शकुंतला देवी की लिखी 'वर्ल्डस ऑफ़ होमोसेक्सुअल्स', भारत में होमोसेक्शुएलिटी पर लिखी गयी पहली किताब है।
via WORLD NEWS
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