मनोहर पर्रिकर का पार्थिव शरीर जनता के अंतिम दर्शनों के लिए कला अकादमी में रखा गया था। उनके निधन के 6 दिन बाद वहां पर कुछ लोगों ने शुद्धिकरण के लिए कुछ धार्मिक अनुष्ठान कराए। इस बात को लेकर गोवा सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। सरकार का कहना है कि किसी भी सरकारी भवन में अंधविश्वास से संबंधिक कोई कार्य नहीं होना चाहिए था।
via WORLD NEWS
 
 
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