करोलबाग के अर्पित होटल में अग्निकांड में 17 लोगों की जानें जाने के बाद आसपास मौजूद अन्य होटलों की सेफ्टी और रख-रखाव को लेकर चिंता जताई जा रही है। टैंक रोड और गुरुद्वारा रोड पर करीब 200 ऐसे होटल हैं जहां आग लगने पर मेहमानों और कर्मचारियों को बचाना आसान नहीं होगा। इन होटलों में नियमों की अनदेखी कर लकड़ी के फर्श और फाइबर ग्लास की सीलींग से ऊपरी मंजिलों का निर्माण किया गया है। इसके अलावा कई होटलों में खुली जगहों पर अस्थाई दीवार बनाकर उन्हें अतिरिक्त कमरों का रूप दे दिया जाता है।
via WORLD NEWS
 
 
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