भारत के जिस राज्य की हवा में बारूद की गंध घुली हो, वहां कोई व्यक्ति आतंकवादी से सैनिक बन जाए, तो वह अपने आप में नज़ीर है। कुलगाम के नज़ीर अहमद वानी इससे कई कदम आगे निकल गए। वह आतंकवाद छोड़कर सैनिक बने, फिर आतंकियों के खिलाफ एक एनकाउंटर में शहीद हुए और अब उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से नवाज़ा जा रहा है। जानिए नज़ीर अहमद वानी की कहानी। via WORLD NEWS The Navbharattimes
No comments:
Post a Comment