उत्तराखंड में बग्वाल का त्योहार, जिसे पहाड़ी में पारंपरिक दिपावली कहा जाता है को गढ़वाल के गावों में धूम धाम से मनाया गया.ये त्योहार दिवाली के एक महीने बाद बनाया जाता है. ग्रामीणों ने इस मौके पर एकजुट हो बॉनफायर पर पारंपरिक डिब्सा नृत्य कर झूमे. बताया जाता है कि गढ़वाल के इतिहास में बेहद अहम जगह रखने वाले सैनिक वीर माधो सिंह भंडारी दिवाली के एक महीने बाद घर लौटे थे और उनकी याद में कई दशको से ये दिवाली मनाई जाती है.
via WORLD NEWS
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