चित्रकूटः भगवान राम जब अयोध्या के अपने महलों में थे, तब वे राजसी ठाठ—बाट से जीवन यापन करते थे। लेकिन जब उन्हें वनवास भोगना पड़ा तो जीवन बेहद चुनौतीपूर्ण था। कहा जाता है कि 14 वर्ष के वनवास काल में भगवान राम साढ़े 11 वर्ष चित्रकूट में रहे थे। उनके साथ सीता और लक्ष्मण भी थे। वनवास के समय वे वन फलों, कंद, मूलों को खाकर जीवन यापन कर रहे थे। यह जो आप देख रहे हैं वह राम कंद है, जिसे खाकर भगवान राम, सीता और लक्ष्मण अपनी भूख मिटाते थे। चित्रकूट आने वाले पर्यटकों को आज भी यह रामकंद खाने को मिल जाता है। क्या है रामकंद, देखिए इस रिपोर्ट में...
via WORLD NEWS
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