मौलाना अरशद मदनी ने कहा जब सरकार अपने संवैधानिक कर्तव्य को पूरा करने में विफल रहती है तो अदालतें न्याय की एकमात्र आशा की किरण होती हैं। मदनी ने कहा हमें पहले भी न्यायपालिका से न्याय मिला है, इसलिए हमें विश्वास है कि हमें इस महत्वपूर्ण मामले में सर्वोच्च न्यायालय से अन्य मामलों की तरह न्याय मिलेगा।
No comments:
Post a Comment