दौसा: राजस्थान के सरकारी अस्पतालों से जुड़ी यह चौंकाने वाली खबर के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के गृह जिले दौसा से हैं। इस खबर में मरीज ही चिकित्सा विभाग की व्यवस्थाओं की पोल खोल रहे हैं।
दौसा जिला अस्पताल में गुरुवार को दो अलग-अलग गांव से आई प्रसूताएं जिला अस्पताल में एडमिट हुई थी। सबसे पहले बात करते हैं डागोलाई की रहने वाली प्रसूता राजी मीणा की। रात के समय जब राजी को प्रसव हुआ तो उसके साथ मौजूद परिजनों से चिकित्सा कर्मियों ने 500 की डिमांड की। जब प्रसूता की बहन के पास 500 रुपए नहीं मिले तो चिकित्सा कर्मियों ने प्रसूता कैंची से चोट तक पहुंचा दी। यह आरोप लगाने वाली खौफजदा प्रसूता की बहन ने बाद में 200 रुपए दिए। लेकिन फिर भी लेबर रूम का स्टाफ संतुष्ट नहीं हुआ।
इसी दौरान कानेटी की रहने वाली प्रसूता सुमन मीणा को भी प्रसव पीड़ा हो रही थी। प्रसूता का पति कालूराम कांग्रेस का कार्यकर्ता है, ऐसे में ठीक ढंग से डिलीवरी कराने के लिए पहले ही अप्रोच आ गई। इसके बावजूद भी लेबर रूम के स्टाफ ने प्रसूता सुमन के परिजनों से 1100 रुपए की डिमांड कर डाली। पैसे नहीं देने पर सही तरीके से केयर नहीं करने और डिलीवरी की गारंटी नहीं होने की धमकी दे दी गई। इसके बाद प्रसूता के परिजन डर गए क्योंकि पूर्व में राजी देवी नामक प्रसूता का हाल वो देख चुके थे। अब आप पीड़ितों से ही सुनें, दौसा के जिला अस्पताल के लेबर रूम में कैसे चलता है चौथ वसूली का खेल?
via WORLD NEWS
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