साल1972 में पहली बार18 मार्च से 4 अप्रैल तक राजधानी के प्रगति मैदान में लगाए गए विश्व पुस्तक मेले में 200 से अधिक प्रकाशकों ने भाग लिया और तत्कालीन राष्ट्रपति वी.वी. गिरी ने इसका उद्घाटन किया। उसके बाद से बीते लगभग आधे दशक से मेले का आयोजन पूरी भव्यता के साथ किया जा रहा है।
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