आभा सिन्हा, मोतिहारी: पिछले चार दिनों से पूर्वी चम्पारण में भटक रहे बाघ को गुरुवार की देर शाम पकड़ने में सफलता मिली है। वीडियो में दिख रहे बाघ को वाल्मीकि टाइगर प्रोजेक्ट से आई विशेष टीम ने पूर्वी चंपारण के राघोपुर सरेह से पकडा है। बाघ सबसे पहले पकड़ीदयाल के डुमरबना गांव के मक्के के खेत में दिखा था। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी सचेत हुए और पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान और वाल्मीकि टाइगर प्रोजेक्ट की टीम को खबर की गई। इसी 15 जून को शाम हो जाने के कारण टीम को कामयाबी नहीं मिल पाई। इसके बाद बाघ जगह बदल कर भाग निकला। लेकिन गुरुवार की सुबह ग्रामीणों ने चिरैया के राघोपुर और बेला गांव के बीच सरेह में नहर के बांध के किनारे बाघ को देख लिया। खबर मिलते ही टीम पहुंची और बाघ को ट्रैंकलाइजर गन से बेहोश करके पकड़ लिया गया। वाल्मीकी टाइगर रिजर्व के निदेशक प्रभात कुमार गुप्ता के नेतृत्व में बाघ को वाल्मीकि टाइगर प्रोजेक्ट में भेजा जाएगा। हालांकि इस चार दिन में बाघ ने किसी पर भी हमला नहीं किया।
via WORLD NEWS
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