नई दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संदेश में वर्तमान सरकार और लोकतंत्र को लेकर गंभीर मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि के लिए यह टेस्टिंग टाइम है। लोगों को यह देखना और समझना होगा कि उनके पास सवाल पूछने की, किसी फैसले से असहमत होने का अधिकार है या नहीं। लोकतंत्र की परीक्षा का समय आ गया है सोनिया गांधी ने कहा कि जिस दिन से देश आजाद हुआ है, उसके बाद से लगातार देश ने लोकतांत्रिक मूल्यों को परखा है। हर टेस्ट के बाद हमारा लोकतंत्र लगातार विकास किया है। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार लोकतांत्रिक और संवैधानिक सिस्टम के विपरीत काम कर रही है। यह भारतीय लोकतंत्र के लिए टेस्टिंग टाइम है। स्वतंत्रता के सच्चे मतलब को समझना होगा गांधी ने कहा कि फिलहाल ऐसा वक्त चल रहा है जब देश के नागरिकों को यह सोचना और समझना होगा कि आखिरकार स्वतंत्रता से क्या मतलब होता है। सच्चे अर्थों में इसके क्या मायने हैं। लोगों को यह आत्म विश्लेषण करना होगा कि देश में लिखने, बोलने, सवाल पूछने, असहमत होने, अपने निजी विचार के होने और किसी को जवाबदेह बनाने का अधिकार है या नहीं। विविधता में एकता ही पहचान गांधी ने कहा कि जिम्मेदार विपक्ष के नाते हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बचाने रखने के लिए संघर्ष करें। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत की पहचान केवल एक लोकतांत्रिक देश के रूप में नहीं है। भारत एक ऐसा देश है जहां भाषाई, जातिगत, धर्म के आधार पर विविधता होने के बावजूद एकता है। विविधता में एकता ही हमारी पहचान है।
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