भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी का योगदान अतुलनीय रहा है और उनके संघर्ष का ही परिणाम है की आज हम स्वतंत्र भारत में रह रहे हैं। इसी कारण देश के आजाद होने के बाद महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहा गया। बापू के इसी योगदान के बारे में लोगों को बताने और उनके मूल्यों को आज की पीढ़ी में स्थापित करने के उद्देश्य से दिल्ली में 1928 की एक रेल कोच में प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी के द्वारा ना सिर्फ स्वतंत्रता संग्राम में बापू का संघर्ष बल्कि उनके जीवन के अन्य पहलुओं को भी दर्शाया गया है।
via WORLD NEWS
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