लेह में सालाना धोसमोचे मेला धार्मिक भावना और उल्लास के साथ संपन्न हो गया है। इस मेले का आयोजन की शुरुआत राजा ल्हाचेन गोंगदुप के समय में हुई थी। इस अवसर पर हेमिस मॉन्स्ट्री के भिक्षुओं ने मनमोहक मुखौटा नृत्य किया। इस मेले और आयोजन के पीछे ऐसी मान्यता है कि बदलते मौसम और प्राकृतिक आपदा से धोसमोचे बचाता है।
via WORLD NEWS
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