एम्स और आईसीएमआर अब एक ऐसी टेक्नॉलजी के साथ प्रयोग कर रहे हैं, जिसमें ऑटोप्सी को वर्चुअल तरीके से किया जाएगा। यानी अब ऑटोप्सी के दौरान न तो मृत व्यक्ति के शरीर पर किसी तरह का चीर-फाड़ का निशान होगा और न ही इससे उसके घरवालों की भावनाएं आहत होंगी। via WORLD NEWS The Navbharattimes
No comments:
Post a Comment