26 दिसंबर 2004 में आई सुनामी एक महाविनाशकारी थी। पूरी दुनिया में 2.5 लाख लोग मारे गए थे वहीं अकेले भारत में 16,000 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गवां दी थी। 14 साल के बाद भी अपनों को खोने का दर्द कम नहीं हुआ था। 26 दिसंबर को लोग समुद्र के किनारे एकत्र हुए और अपनों को श्रद्धांजलि दी। मछुआरों ने नावें नहीं चलाईं तो लोग अपनी नौकरी पर नहीं गए।
via WORLD NEWS
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