आपने आपराधिक मामले में इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप 'वॉट्सऐप' के जरिए मुकदमा चलाते सुना है। आपको सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन यह सच है। यह अनोखा मामला जब सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि भारत की किसी भी अदालत में इस तरह के ‘मजाक’ की अनुमति कैसे दी गई।
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