व्यभिचार को अपराध के दायरे से बाहर करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सीनियर कांग्रेस लीडर के. सुधाकरन ने विवादित टिप्पणी की है। सुधाकरन ने व्यभिचार को अपराध ठहराने वाले आईपीसी के सेक्शन 497 को हटाने के फैसले पर कहा कि जज के मानसिक स्वास्थ्य की जांच किए जाने की जरूरत है। via WORLD NEWS The Navbharattimes
No comments:
Post a Comment