रक्षा मंत्रालय और ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड ने एक करार पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत और ब्रह्मोस मिसाइलों की सप्लाई की जाएगी। यह डील 1,700 करोड़ रुपये की है। इन मिसाइलों से नौसेना की जरूरतों को पूरा किया जाएगा। इन मिसाइलों को युद्धपोतों से छोड़ा जा सकता है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट भारत और रूस के बीच ज्वाइंट वेंचर है।